नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न! कर्नाटक में पूर्व CM येदियुरप्पा पर लगे आरोपों ने मचाई सनसनी

रूपक प्रियदर्शी

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BS Yediyurappa: लोकसभा चुनाव से पहले अपने नेताओं के कारण भारतीय जनता पार्टी की किरकिरी हो रही है. पहले बाराबंकी में जिस सांसद को लोकसभा चुनाव का उम्मीदवार बनाया उसका 'कथित सेक्स स्कैंडल' सामने आ गया. फिर हरियाणा में टिकट बंटते ही सोनीपत के सांसद रमेश कौशिक भी ऐसे स्कैंडल में फंसे. तीसरा केस हुआ है कर्नाटक में जहां बीजेपी के बड़े नेता और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न का केस दर्ज हुआ है. 

दक्षिण भारत मे बीजेपी का पहला कमल कर्नाटक में ही खिला था. आज भी सिर्फ कर्नाटक ही है जहां बीजेपी का कुछ वजन है. कर्नाटक में बीजेपी को बड़ा बनाने का क्रेडिट बीएस येदियुरप्पा को ही जाता है. हालांकि 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने येदियुरप्पा की मेहनत पर पानी फेर सरकार बना ली थी. 

क्या है पूरा मामला?

81 साल की उम्र में येदियुरप्पा पर पाक्सो एक्ट और 354 (A)  की धाराओं में केस दर्ज हुआ है. पाक्सो एक्ट में केस तब लगता है जब किसी पर नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न का आरोप लगता है. येदियुरप्पा के खिलाफ एक महिला ने 17 साल की बेटी के यौन उत्पीड़न करने के आरोप में केस दर्ज कराया है. बेंगलुरु के सदाशिवनगर थाने में दर्ज कराई गई FIR में महिला ने येदियुरप्पा पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. जानकारी के मुताबिक यौन उत्पीड़न तब किया गया जब मां और बेटी किसी धोखाधड़ी के मामले की शिकायत करने के लिए येदियुरप्पा से मिलने गईं थी. 

आरोप बेबुनियाद और झूठे है: येदियुरप्पा 

अपने खिलाफ लगे आरोपों को येदियुरप्पा ने गलत करार दिया है. उन्होंने कहा कि, मुझ पर लगे सभी आरोप झूठे हैं, लेकिन अभी ये नहीं कह सकता इसके पीछे कोई राजनीतिक मकसद है. येदियुरप्पा महिला की पहचान से इनकार नहीं कर रहे हैं लेकिन उन्होंने ये कहानी बताई कि, महिला ने उनसे कहा था कि, वो तकलीफ में है तो मैंने कुछ पैसे देकर पुलिस कमिश्नर के पास भेजा था लेकिन इतना करने के बाद भी ऐसा मसला हो गया. 

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अब येदियुरप्पा के ऑफिस ने शिकायत करने वाली महिला की कुंडली निकाली है. दावा किया है कि, जिस महिला ने येदियुरप्पा के खिलाफ केस दर्ज कराया है उसी ने 53 अलग-अलग लोगों पर केस कर रखे हैं. वहीं कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने कहा है कि, हम इसमें कोई राजनीतिक एंगल नहीं देखते. महिला पुलिस के पास गई. पुलिस ऐसी शिकायत दर्ज करने से मना नहीं कर सकती इसलिए उसका केस दर्ज कर लिया गया. मामला संवेदनशील है. जांच होने से पहले कुछ कह नहीं सकते.

कर्नाटक में क्या है येदियुरप्पा का कद?

बीएस येदियुरप्पा 2008, 2011, 2018 और 2019 में कर्नाटक के सीएम बने लेकिन पांच साल का कार्यकाल कभी पूरा नहीं कर पाए. 75 साल की उम्र के कारण बीजेपी हाईकमान ने जब 2021 में येदियुरप्पा से सीएम पद छोड़ने के लिए कहा तब वो सार्वजनिक मंच से रो पड़े थे. येदियुरप्पा 1965 में कर्नाटक में क्लर्क हुआ करते थे. दो साल बाद सरकारी नौकरी छोड़कर चावल मिल में क्लर्क बन गए. वहीं नौकरी करते हुए मिल मालिक की बेटी से शादी हो गई. उसी दौर में RSS से जुड़ गए. राजनीति में आए तो फिर पीछे मुड़ कर कभी नहीं देखा. 10-12 साल राजनीतिक कार्यकर्ता रहे. फिर 1983 में पहली बार बीजेपी के टिकट पर विधायक बने. ऐसे दौर में ऐसे राज्य में जहां बीजेपी का कोई जनाधार नहीं था वहां येदियुरप्पा ने कांग्रेस और एच डी देवगौड़ा की पार्टी को पीछे छोड़कर बीजेपी को उस मुकाम तक पहुंचाया कि, आ गई. साल 2008 में येदियुरप्पा ने दक्षिण भारत के कर्नाटक में बीजेपी की पहली सरकार बनाई और खुद सीएम बने.

येदियुरप्पा कर्नाटक के लिंगायत समुदाय के सबसे बड़े नेता माने जाते हैं. लिंगायतों की सबसे ज्यादा 17 परसेंट आबादी है कर्नाटक में. अपनी मेहनत की बदौलत कहा जाता है कि, कर्नाटक बीजेपी में येदियुरप्पा के बिना पत्ता भी नहीं हिलता. कर्नाटक में सरकार जाने के बाद बीजेपी हाईकमान ने येदियुरप्पा के सम्मान में उनके बेटे बीएस विजयेंद्र को बीजेपी का कर्नाटक का अध्यक्ष बनाया. लोकसभा चुनाव में दूसरे बेटे बीएस राघवेंद्र को टिकट दिया है. 
 

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