राजशेखर रेड्डी का सपना था राहुल गांधी को PM बनते देखना! बेटी शर्मिला ने बताया कब होगा पूरा

शुभम गुप्ता

शर्मिला रेड्डी ने सोमवार को कहा कि 2029 में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देखने के सपने सच होगा. उन्होंने कहा कि मेरे पिता राहुल गांधी को देख के प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते थे.

ADVERTISEMENT

NewsTak
social share
google news

Sharmila Reddy on Rahul Gandhi: आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला रेड्डी ने सोमवार को अपने पिता दिवंगत वाईएस राजशेखर रेड्डी की जयंती पर कहा कि 2029 में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देखने के सपने सच होगा. उन्होंने कहा कि मेरे पिता राहुल गांधी को देख के प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते थे लेकिन उनकी असामायिक मृत्यु से पहले वो ऐसा होता देख नहीं पाए. मैं उनके सपनो को साकार करने की पूरी कोशिश करूंगी. शर्मिला रेड्डी ने गुंटूर जिले के मंगलगिरि में एक सम्मेलन के दौरान ये सब बातें कहीं. शर्मिला रेड्डी अपने पिता की 75वीं जयंती मना रही थीं.

'राहुल में राजीव गांधी देखते थे मेरे पिता'

आंध्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वाईएस शर्मिला रेड्डी ने सम्मेलन के दौरान कहा कि 'मेरे पिता (वाईएस राजशेखर रेड्डी) राहुल गांधी में राजीव गांधी देखते थे. वाईएस राजशेखर रेड्डी पहले कांग्रेसी थे जिन्होंने कहा था कि राहुल गांधी को इस देश का पीएम होना चाहिए. मुझे खुशी है कि आज राहुल गांधी एक महान नेता के रूप में उभरे हैं और खुद को साबित किया है.इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस इस बार बहुत करीब से चूक गई.' 2029 वह साल होगा जब हम राहुल गांधी को पीएम के रूप में देखेंगे और मेरे पिता का सपना सच होगा.'

'पिता कांग्रेस के कट्टर वफादार थे'

शर्मिला रेड्डी ने कहा कि उनके पिता "कांग्रेस के कट्टर वफादार थे और उसकी विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध थे. शर्मिला ने कहा कि उनका दृढ़ विश्वास था कि देश में केवल कांग्रेस शासन के तहत ही विकास हो सकता है.” शर्मिला रेड्डी के पिता
वाईएसआर के नाम से मशहूर थे. उनका नाम राजशेखर रेड्डी था. वे आंध्रप्रदेश के दो बार सीएम रहे. साल 2009 में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में उनका निधन हो गया. 

यह भी पढ़ें...

भाई जगनमोहन पर साधा निशाना

शर्मिला रेड्डी ने कहा मेरे पिता भाजपा के कट्टर विरोधी और आलोचक थे. इसके आगे उन्होंने अपने भाई जगन मोहन रेड्डी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो व्यक्ति अब वाईएसआर की विरासत को आगे बढ़ाने का दावा कर रहा है वो पिछले 5 साल से बीजेपी का समर्थन कर रहा है. शर्मिला रेड्डी ने अपने पिता की जयंती समारोह में अपने भाई को भी आमंत्रित नहीं किया था.

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को जयंती समारोह में निमंत्रण भेजा गया और वे शामिल हुए. उन्होंने विश्वास जताया कि शर्मिला अगले चुनाव में आंध्र प्रदेश की मुख्यमंत्री बनेंगी, क्योंकि उनका मानना है कि वाईएसआर की सच्ची राजनीतिक उत्तराधिकारी कोई और नहीं शर्मिला रेड्डी हैं. 

    follow on google news
    follow on whatsapp