गजब का कारमाना...अपने SP की जासूसी करने लगे पुलिसकर्मी, कई बार निकाली मोबाइल लोकेशन

राजस्थान के भिवाड़ी में पुलिस अधीक्षक की जासूसी करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई की जासूसी कोई और नहीं बल्कि उन्हीं के विभाग के अधिकारी कर रहे थे. अब इस मामले की तह खुली तो आरोपी पुलिसकर्मियों पर एक्शन लिया गया है.

SP Jyeshtha Maitrei
SP Jyeshtha Maitrei
social share
google news

राजस्थान के भिवाड़ी में पुलिस अधीक्षक की जासूसी करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई की जासूसी कोई और नहीं बल्कि उन्हीं के विभाग के अधिकारी कर रहे थे. अब इस मामले की तह खुली तो आरोपी पुलिसकर्मियों पर एक्शन लिया गया है. पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने SP ज्येष्ठा मैत्रेई के लोकेशन को अवैध रूप से ट्रैक किया. वह लगातार उनके मोबाइल पर नजर बनाए हुए थे. इस मामले में एक SI समेत 7 पुलिसकर्मी को सस्पेंड किया गया है. 

पूरे मामले को लेकर अब एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई ने पुलिस मुख्यालय को जानकारी दी है. जयपुर रेंज के आईजी अजय पाल लांबा ने कहा कि मामले में एक उच्च स्तरीय जांच चल रही है. इस मामले में सात लोग निलंबित किए गए हैं. इन लोगों ने कई बार पुलिस अधीक्षक की लोकेशन निकाली थी.

एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई ने बताया कि वो अपनी पूरी ईमानदारी से काम कर रही है. उन्हें इस बात का विश्वास नहीं था कि उनके विभाग के लोग ही उन पर नजर रख रहे हैं. गोपनीय रूप से मामले की जानकारी लगने के बाद जब उन्होंने इस मामले की सत्यता की जांच करवाई तो मामला सही पाया गया. 

यह भी पढ़ें...

इन पुलिस कर्मियों पर गिरी गाज

भिवाड़ी साइबर सेल के इंचार्ज एसआई श्रवण जोशी, हेड कांस्टेबल अवनीश कुमार, कांस्टेबल राहुल, सतीश, दीपक, भीम और रोहतास को निलंबित कर दिया गया है. आगे अब इस मामले में और किन-किन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका है. उसकी जांच की जा रही है. 

कौन हैं ज्येष्ठ मैत्री

एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई मूल रूप से मध्य प्रदेश के गुना की रहने वाली है. ज्येष्ठा मैत्रेई ने 2017 में सिविल सेवा परीक्षा पास की थी. उसके बाद 2018 में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद राजस्थान कैडर में पहली बार उदयपुर के गिरवा सर्कल में एएसपी के रूप में पद स्थापित हुई थी. उसके बाद भीलवाड़ा में एसपी की जिम्मेदारी दी गई और उसके बाद जयपुर क्राइम ब्रांच में डीसीपी पद पर लगाया गया था. फिर उन्हें फील्ड में पोस्टिंग दी गई और सिरोही एसपी, कोटपूतली-बहरोड़ के बाद अब उन्हें भिवाड़ी एसपी के पद पर लगाया गया है.

आईजी ने क्या कहा

जयपुर रेंज के आईजी अजय पाल लंबा ने कहा कि पुलिसकर्मियों द्वारा कई बार पुलिस अधीक्षक की लोकेशन निकल गई थी. उन पर नजर रखी जा रही थी. मामले की जानकारी मिलते ही 7 पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है. इस मामले में एक उच्च स्तरीय जांच चल रही है. जांच के बाद पता चल सकेगा कि पुलिसकर्मियों ने आखिर ऐसा क्यों किया

    follow on google news