Neerja Modi School Jaipur: अमायरा की मौत पर अब CBSE का बड़ा एक्शन, नीरजा मोदी स्कूल की मान्यता की रद्द
Amayra death case: जयपुर के नामी नीरजा मोदी स्कूल में कक्षा 4 की छात्रा अमायरा की दर्दनाक मौत के मामले में अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सख्त कदम उठाया है. जांच में सुरक्षा मानकों के गंभीर उल्लंघन सामने आने के बाद स्कूल की मान्यता रद्द कर दी गई है.

Neerja Modi School Jaipur: जयपुर के नामी नीरजा मोदी स्कूल में कक्षा 4 की छात्रा अमायरा की मौत के मामले में जांच के बाद अब CBSE ने स्कूल के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. दरअसल, जांच में स्कूल में सुरक्षा मानकों और अन्य नियमों का खुला उल्लंघन पाया गया है. CBSE टीम के निरीक्षण के दौरान ये बात सामने आई कि स्कूल की ऊपरी मंजिलों पर न तो सुरक्षा जाली लगी थी और न ही किसी गार्ड की तैनाती थी. इस लापरवाही को देखते हुए बोर्ड ने स्कूल की मान्यता (Affiliation) को वापस ले ली है. आपको बता दें कि CBSE ने 20 नवंबर को स्कूल को नोटिस दिया था, इसका जवाब एक महीने में देना था.
सीसीटीवी में कैद हुआ खौफनाक मंजर
गौरतलब है कि 1 नवंबर की सुबह करीब 11 बजे अमायरा स्कूल की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी थी. ये पूरा का घटनाक्रम स्कूल के सीसीटीवी में कैद हुआ था. वीडियो में देखा गया कि अमायरा कुछ देर गलियारे में टहलती रही और फिर अचानक चौथी मंजिल की रेलिंग पर चढ़कर नीचे कूद जाती है. इससे मौके पर हड़कंप मच गया था. इसके बाद घायल अमायरा को अस्पताल ले जाया गया था. लेकिन यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस घटना काे लेकर परिवार ने दावा किया था कि घटना वाले दिन अमायरा ने 4 से 5 बार अपनी टीचर से बात करने की कोशिश की थी, लेकिन उसे हर बार नजरअंदाज कर दिया गया.
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बुलिंग और प्रताड़ना का शिकार थी अमायरा
बताया जा रहा कि 9 वर्षीय अमायरा स्कूल में बुलिंग का शिकार थी और उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. उसके चाचा ने बातचीत का एक ऑडियो शेयर किया था. इसमें अमायरा अपनी मां से कह रही थी कि वह स्कूल नहीं जाना चाहती है. आरोप है कि ये ऑडियो पिछले साल ही क्लास टीचर को भेजा गया था. लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया. जॉइंट पैरेंट्स एसोसिएशन राजस्थान (JPAR) ने भी दावा किया है कि यदि स्कूल प्रशासन समय रहते कदम उठाता तो मासूम की जान बच सकती थी.
स्कूल प्रशासन पर साक्ष्य मिटाने के आरोप
वहीं, अमायरा की मां शिवानी और पिता विजय ने स्कूल प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का कहना है कि जब पुलिस मौके पर पहुंची. तब तक स्कूल प्रशासन ने घटनास्थल से खून के धब्बे साफ करवा दिए थे. पिता ने एक पुराना वाकया साझा करते हुए बताया कि जब उन्होंने एक छात्र द्वारा अमायरा को परेशान करने की शिकायत की थी तो टीचर ने कथित तौर पर कहा कि यह एक को-एड स्कूल है और अमायरा को खुद एडजस्ट करना सीखना चाहिए. इसी उपेक्षा और प्रताड़ना के चलते मासूम ने अंततः यह आत्मघाती कदम उठाया.
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