बाड़मेर कलेक्टर टीना डाबी को 'कैच द रेन' अवार्ड पर क्यों करनी पड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस, क्यों बोलीं- प्रशासन की छवि को धूमिल किया जा रहा
Collector Tina Dabi news: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान लेकर लौटीं कलेक्टर टीना डाबी के काम पर और आकड़ों पर सवाल खड़े हुए तो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोपों को झूठा और निराधार बताया.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों 'कैच द रेन' अवार्ड लेकर बाड़मेर लौटीं कलेक्टर टीना डाबी विवादों में आ गई हैं. इस अवार्ड को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल खड़े हो गए हैं. इधर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे आरोपों को लेकर टीना डाबी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने सोशल मीडिया पर चल रहे आरोपों और झूठा और भ्रामक बताया.
कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में कईजगह आरोप लग रहे हैं कि मैंने गलत आंकड़े पेश कर मैंने अवॉर्ड पाया है. ये अवार्ड मुझे नहीं बाड़मेर जिले को मिला है और जितने भी कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण हुए हैं, चाहे वो स्वीकृत कभी भी हुए हो उसके लिए मिला है. इससे उसका कोई लेना देना नहीं है. वहीं बाड़मेर जिले को यह सम्मान "जल संचय जन भागीदारी" पोर्टल के अपडेट कार्यों के लिए मिला है. दूसरी तरफ जल शक्ति अभियान के आंकड़ों को शामिल कर जिला एवं प्रशासन की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है.
जब उनसे पूछा गया कि स्थानीय सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल और शिव विधायक रविंद्रसिंह ने इस मामले में आंकड़ों के हेराफेरी का बयान दिया था. तब कलेक्टर डाबी ने इसके जवाब में कहा कि मेरी व्यक्तिगत उनसे बात भी हुई है. कहीं उनके समझने में कुछ कमी रही होगी, लेकिन ये आंकड़े केवल जल संचय जन भागीदारी पोर्टल के हैं. अगर किसी को बेवजह टारगेट किया जाता है तो इसका कुछ किया नहीं जा सकता.
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क्या है पूरा मामला?
बाड़मेर जिले को जल संचय जन भागीदारी कार्यक्रम के तहत 79,000 से अधिक जल संरक्षण संरचनाओं के निर्माण और जन भागीदारी के लिए प्रथम पुरस्कार मिला था. यह सम्मान 18 नवंबर 2025 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिया था. साथ ही 2 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी गई. उनके मुताबिक पुरस्कार का आधार जल संचय जन भागीदारी कार्यक्रम के पोर्टल पर ब्लॉक और जिला स्तर पर सत्यापित किए गए आंकड़े और फोटो हैं.
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आरोप क्या हैं?
टीना डाबी का कहना है कि सोशल मीडिया पर गई कुछ पोस्ट में जल शक्ति अभियान: कैच द रेन (JSA-CTR) पोर्टल के स्क्रीनशॉट दिखाकर दावा किया गया कि अपलोड फोटो डुप्लीकेट या फर्जी हैं. टीना डाबी ने साफ किया कि JSJB और CTR दो पूरी तरह अलग पोर्टल और कार्यक्रम हैं. JSJB पोर्टल पुरस्कार का आधार है जहां सत्यापित कार्यों के प्रमाणिक फोटो अपलोड होते हैं, जबकि CTR पोर्टल केवल सूचनात्मक और प्रदर्शनीय उद्देश्य के लिए है. उसका पुरस्कार से कोई संबंध नहीं है.


CTR पोर्टल पर डुप्लीकेट फोटो को लेकर हो रही कार्रवाई
टीना डाबी के मुताबिक CTR पोर्टल पर 12 में से 3 ब्लॉकों में कुछ डुप्लीकेट फोटो अपलोड होना सामने आया है . जिस पर संबंधित ब्लॉक विकास अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और सही फोटो अपलोड किए जा रहे हैं. इन फोटो को JSJB पुरस्कार से जोड़ना पूरी तरह असत्य और भ्रामक है.
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