Rajasthan: अलवर की 6 सीटों पर कांटे की टक्कर, बाकी 5 पर त्रिकोणीय मुकाबला, जानें पूरे जिले के समीकरण
Rajasthan Election: अलवर शहर (Alwar) में भाजपा व कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है. भाजपा ने संजय शर्मा को टिकट दिया है तो कांग्रेस ने अजय अग्रवाल को चुनाव मैदान में उतारा है
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Rajasthan Election: चुनावी घमासान के बीच अलवर जिले (Alwar) की 11 विधानसभा सीटों पर रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है. 11 में से 6 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस व बीजेपी में आमने-सामने की टक्कर है. तो 5 सीटों पर तीसरे दल व निर्दलीय ने त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया है. कांग्रेस बीजेपी ने पूरी ताकत होती है. तो दोनों ही पार्टी के वरिष्ठ नेता बाकियों को भी मानने में जुटे हुए हैं.
अलवर जिले की 11 विधानसभा सीटों पर चुनाव में रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है. जिले में बानसूर, राजगढ़, रामगढ़, किशनगढ़बास, बहरोड़ और थानागाजी में त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है. जबकि तिजारा, मुंडावर, अलवर शहर, अलवर ग्रामीण व कठूमर में भाजपा कांग्रेस के बीच आमने-सामने की टक्कर देखने को मिल रही है.
अलवर शहर में भाजपा-कांग्रेस में कांटे की टक्कर
अलवर शहर में भाजपा व कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है. भाजपा ने संजय शर्मा को टिकट दिया है तो कांग्रेस ने अजय अग्रवाल को चुनाव मैदान में उतारा है. तीन बार से अलवर शहर से कांग्रेस हार रही है. अलवर वैश्य समाज की परंपरागत सीट है. इसलिए कांग्रेस ने वैश्य समाज का उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा है. अलवर ग्रामीण विधानसभा सीट पर भाजपा व कांग्रेस के बीच आमने-सामने की टक्कर है. कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली व पूर्व विधायक जयराम जाटव चुनाव लड़ रहे हैं. यहां भाजपा प्रत्याशी जयराम जाटव की बेटी भी निर्दलीय चुनाव मैदान में है. ऐसे में इस सीट पर बाप बेटी के बीच भी मुकाबला देखने को मिल रहा है.
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तिजारा सीट पर रोचक मुकाबला
मुंडावर विधानसभा सीट पर कांग्रेस पर भाजपा के बीच आमने-सामने की टक्कर है. भाजपा ने मंजीत चौधरी को टिकट दिया है. मंजीत चौधरी पूर्व विधायक धर्मपाल चौधरी के बेटे हैं. तो कांग्रेस ने एआईसीसी के पूर्व सचिव ललित यादव को चुनाव मैदान में उतारा है. ललित यादव 5 साल से क्षेत्र में लोगों के बीच जुटे हुए थे. तिजारा विधानसभा सीट पर बाबा बालक नाथ भारी पड़ते नजर आ रहे हैं. हालांकि बालक नाथ को कुछ जगह पर विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है. तो कठूमर में कांग्रेस ने संजना जाटव और बीजेपी ने रमेश खींची को चुनाव मैदान में उतारा है. दोनों के बीच आमने-सामने की टक्कर देखने को मिल रही है.
बहरोड़ में त्रिकोणीय हुआ मुकाबला
बहरोड़ में त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है. भाजपा ने पूर्व मंत्री डॉ जसवंत यादव को चुनाव मैदान में उतारा है. तो कांग्रेस ने संजय यादव को टिकट दिया है. बहरोड़ विधायक बलजीत यादव निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. 2018 की विधानसभा चुनाव में भाजपा तीसरे नंबर पर रही पूरे 5 साल भाजपा व बलजीत यादव के बीच टकराव का माहौल बना रहा. अलवर की किशनगढ़ बास विधानसभा सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. यहां भाजपा ने पूर्व विधायक रामहेत यादव को चुनाव मैदान में उतारा है. तो कांग्रेस ने दीपचंद खेरिया को टिकट दिया है. साथ ही एमपी से पूर्व गृहमंत्री की पुत्रवधू सिमरन कौर भी किशनगढ़बास से चुनाव लड़ रही है. बानसूर विधानसभा में भी त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है.
बानसूर में मंत्री शकुंलता के सामने पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा
बानसूर से कांग्रेस से मंत्री शकुंतला रावत चुनाव मैदान में है. तो भाजपा ने देवी सिंह शेखावत को चुनाव मैदान में उतारा है. साथ ही पूर्व मंत्री व भाजपा से निष्कासित डॉक्टर रोहिताश शर्मा भी आजाद समाज पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में बानसूर सीट पर रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा. अलवर की थानागाजी विधानसभा सीट में त्रिकोणीय मुकाबला है. बीजेपी से बागी रोहिताश घांगल चुनाव मैदान में है. यहां भाजपा ने पूर्व मंत्री हेमसिंह भड़ाना को मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस से वर्तमान विधायक कांति मीणा को टिकट दिया गया है.
रामगढ़ में त्रिकोणीय मुकाबला
अलवर की राजगढ़ विधानसभा सीट पर भी रोचक मुकाबला बन गया है. यहां भाजपा ने पूर्व डेयरी चेयरमैन बन्ना राम मीणा को टिकट दिया है. जबकि कांग्रेस ने मांगीलाल को चुनाव मैदान में उतर है. दोनों प्रत्याशी अपने-अपनी पार्टी में नए उम्मीदवार हैं. साथ ही सुनीता मीणा और कांग्रेस से बागी हुई राहुल मीणा भी चुनाव मैदान में है. ऐसे में सब की निगाहें राजगढ़ सीट पर टिकी हुई है. अलवर की रामगढ़ विधानसभा सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबला है. वैसे तो रामगढ़ विधानसभा सीट पर जातिगत चुनाव रहता है. भाजपा ने यहां से ज्ञान देव आहूजा के भतीजे जय आहूजा को टिकट दिया है. जबकि कांग्रेस से विधायक सफिया खान का टिकट काटकर उनके पति जुबेर खान को चुनाव मैदान में उतर गया है. आजाद समाज पार्टी से बीजेपी से बागी हुई सुखवंत सिंह को टिकट दिया गया है. इसलिए रामगढ़ विधानसभा सीट पर भी रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा.