देश की इकॉनोमी को मजबूत कर रहा राजस्थान, राज्य के इस शहर में लाखों में हुई प्रति व्यक्ति आय

नितेश तिवारी

Rajasthan news: भारत तेजी से अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहा है. एक अनुमान के मुताबिक अगले दो-तीन साल में ही भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था वाले देश में गिना जाएगा. देश की इकोनॉमी को मजबूत करने में राज्यों का अहम रोल होता है. साथ ही शहरों का भी इसमें खासा योगदान देखने […]

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Rajasthan news: भारत तेजी से अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहा है. एक अनुमान के मुताबिक अगले दो-तीन साल में ही भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था वाले देश में गिना जाएगा. देश की इकोनॉमी को मजबूत करने में राज्यों का अहम रोल होता है. साथ ही शहरों का भी इसमें खासा योगदान देखने को मिलता है. राजस्थान की राजधानी जयपुर भी अब सबसे ज्यादा कमाई करने वाले शहरों में शुमार हो चुका है. राजस्थान 7वां बड़ा कमाऊ राज्य बन चुका है, यहां के 4 शहरों की जीडीपी 28.5% तक पहुंच गई है. प्रदेश के ये शहर अब देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में काफी अच्छा रोल निभा रहे हैं. जयपुर के लोगों की प्रति व्यक्ति आय एक लाख 41 हजार रुपए सालाना तक पहुंच चुकी है, जो कि देश की प्रति व्यक्ति आय से भी ज्यादा है.

देश की प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 28 हजार रुपए से कुछ ही ज्यादा है. इंडस्ट्रियल एरिया में राजस्थान तेजी से तरक्की कर रहा है. यहां तक कि छोटे-मझोले टियर-2 और टियर-3 वाले शहर भी आर्थिक महानगर बनने की और तेजी से बढ़ रहे हैं. जीडीपी की रेस में जयपुर, जोधपुर, अलवर और भीलवाड़ा जैसे शहरों की अच्छी भागीदारी देखी जा रही है. ये शहर इतने धनी हो रहे हैं कि राजस्थान में प्रति व्यक्ति आय 8.24 फीसदी की दर से बढ़ रही है, जबकि देश में प्रति व्यक्ति आय की बढ़ोतरी की रफ्तार 6.08 फीसदी सालाना है.

राज्य की जीडीपी में राजधानी जयपुर सबसे ज्यादा योगदान
खास बात यह है कि प्रदेश के छोटे से छोटे शहर में भी बुनियादी सुविधाएं और संसाधन काफी कम खर्च पर ही उपलब्ध हो जाते हैं, जो कि स्थानीय रोजगार के लिए बड़ा मौका पैदा कर रहे हैं. सांख्यिकी विभाग ने वित्त वर्ष 2022-23 में राजस्थान की जीडीपी 13,34,420 करोड़ रुपए होने का अनुमान लगाया है. यानी जीडीपी ग्रोथ 18 फीसदी होने की संभावना है. प्रदेश की जीडीपी में जयपुर का हिस्सा 12%, अलवर का 7% है. पर्यटन उद्योग, रत्नाभूषण और इंडस्ट्रीज को राजाधानी की आर्थिक शक्ति माना जाता है.

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राज्य की जीडीपी में जयपुर का योगदान करीब 1.22 लाख करोड़ रुपए यानी लगभग 12 फीसदी है. जयपुर में मल्टीनेशनल कंपनियों ने अपनी यूनिट्स लगाई हैं. वहीं माना जा रहा है कि जल्दी ही रत्नाभूषण निर्यात 8,000 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है. अलवर देशभर की ऑटो मोबाइल कंपनियों के कलपुर्जों के लिए जाना जाता है, यहां करीब 500 से भी ज्यादा ऐसी फैक्ट्रियां हैं जो कि ऑटो मोबाइल के पार्ट्स बनाती हैं.

इन शहरों के छोटे-मोटे उद्योग भी कमाई का बड़ जरिया
राज्य के उद्योगों में करीब 40 हजार करोड़ रुपए का विदेशी निवेश है. भीलवाड़ा के कपड़ा उद्योग से सालाना बीस हजार करोड़ की कमाई हो रही है. जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट बिजनेस ने भी पिछले साल ही 28 हजार करोड़ का मुनाफा कमाया है. पिछले एक साल की बात करें तो प्रदेश में निवेश 535% बढ़ा है, यानि साल 2022 में राजस्थान ने 2.37 खरब रुपए के निवेश को आकर्षित किया है, जो कि वित्त वर्ष 2021 के आंकड़े से 535 फीसदी ज्यादा है. राजस्थान में प्रति व्यक्ति आय भी पिछले 3 सालों में 26.81% बढ़ी है, देश में सीमेंट के कुल उत्पादन का 15 फीसदी राजस्थान में होता है.

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