हनुमान बेनीवाल की आरएलपी बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर कांग्रेस के साथ ही कर दिया खेल!
राजस्थान की हॉट और सबसे चर्चित बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर मतदान से ठीक एक दिन पहले बड़ा खेल हो गया है.
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राजस्थान की हॉट और सबसे चर्चित बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर मतदान से ठीक एक दिन पहले बड़ा खेल हो गया है. बीजेपी (BJP) के मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को इससे बड़ी राहत मिलती दिख रही है. वहीं, कांग्रेस (Congress) और निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati) के लिए चुनौती बढ़ गई है. दरअसल, बीजेपी को अब आरएलपी के एक बड़े धड़े का साथ मिल गया है. आरएलपी नेता गजेंद्र चौधरी और उनके समर्थकों ने मंत्री और कैलाश चौधरी को समर्थन दे दिया है. जिसके बाद से हर कोई हैरान है.
बीजेपी को समर्थन देने के बाद आरएलपी नेता गजेंद्र चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि राजस्थान में आरएलपी का इंडिया एलाइंस से गठबंधन हुआ है. लेकिन, बाड़मेर जिले में कांग्रेस के बड़े नेता इस गठबंधन के विरोधी रहे हैं और उन्होंने गठबंधन को रोकने का काम भी किया.
चौधरी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने हमारी पार्टी को तोड़ने का काम किया है और वहां हमारे कार्यकर्ताओं का कोई कान सम्मान भी नहीं है. ऐसे में हमने बाड़मेर में स्वविवेक से बीजेपी के प्रत्याशी कैलाश चौधरी को समर्थन दिया है.
कांग्रेस से नाराजगी की बताई वजह
वहीं, आरएलपी कार्यकर्ता गजेंद्र चौधरी ने कांग्रेस से नाराजगी की वजह भी बता दी है. उन्होंने कहा कि 4 साल पहले साल 2019 में हमारे सुप्रीमो (हनुमान बेनीवाल) और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी पर कांग्रेस के लोगों ने बायतु में जानलेवा हमला किया था. ऐसे में हमारे कार्यकर्ताओं में आक्रोश है और कांग्रेस के नेता अब भी इस गठबंधन को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. उनकी नीयत में खोट है।
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इधर, कैलाश चौधरी ने समर्थन मिलने के बाद आरएलपी के कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के सरकार होने के चलते कांग्रेस नेताओं ने हनुमान बेनीवाल और मेरे पर हुए जानलेवा हमले की कार्रवाई तक नहीं होने दी.
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