लाठीचार्ज के बाद रद्द होगी परीक्षा? आयोग का जवाब आ गया!
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी री एग्जाम की बात कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि परीक्षा एक सेंटर के बदले सभी सेंटर पर रद्द हो और दुबारा से परीक्षा ली जाए. छात्रों पर लाठीचार्ज के बाद जब रात को प्रशांत किशोर अभ्यर्थियों से मिलने आए तो वहां छात्रों ने उनका विरोध कर दिया

BPSC: पटना में छात्र आंदोलन के दौरान एक बार फिर रविवार रात लाठीचार्ज हुआ. घटना के बाद जन स्वराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर की भूमिका पर सवाल उठे हैं. आरोप है कि प्रशांत किशोर ने छात्रों को उकसाया और लाठीचार्ज से पहले वहां से चले गए. BPSC अभ्यर्थियों के आंदोलन में प्रशांत किशोर की भागीदारी और उनके बाद में छात्रों से मिलने जाने पर भी विवाद खड़ा हो गया है. इस घटना ने बिहार की राजनीति में नया मोड़ ले लिया है. BPSC के सचिव का भी बयान आया है और उन्होंने एग्जाम रद्द करने की बात को सिरे से नकार दिया है.
कैसे हुआ लाठीचार्ज
BPSC की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने पटना में रविवार की शाम को प्रदर्शन किया.. पुलिस ने जेपी गोलंबर के पास छात्रों को रोका. छात्र मुख्यमंत्री से मिलने की जिद्द पर अड़े थे. छात्रों के समर्थन में प्रशांत किशोर भी आंदोलन में सड़कों पर उतर आए थे.लेकिन छात्रों का आरोप है कि लाठीचार्ज के पहले वो वहां से निकल गए. अभ्यर्थियों का प्रदर्शन गांधी मैदान से शुरू हुआ था और फिर मार्च की शक्ल में सीएम आवास की तरफ बढ़ने लगे. पुलिस ने छात्रों को जेपी गोलंबर के पास रोका और समझाने की कोशिश की... लेकिन बात नहीं बनी... जिसके बाद पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार की और फिर लाठीचार्ज भी किया.
अभ्यर्थियों की क्या है मांग?
लगातार प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी री एग्जाम की बात कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि परीक्षा एक सेंटर के बदले सभी सेंटर पर रद्द हो और दुबारा से परीक्षा ली जाए. छात्रों पर लाठीचार्ज के बाद जब रात को प्रशांत किशोर अभ्यर्थियों से मिलने आए तो वहां छात्रों ने उनका विरोध कर दिया...
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कब से चल रहा है आंदोलन
आपको बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर विवाद दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है. इस परीक्षा में असमानता और गड़बड़ी को लेकर छात्र पिछले 12 दिनों से पटना में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. अब यह आंदोलन आरपार की लड़ाई में बदल चुका है, जहां छात्र अपनी मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं और बीपीएससी भी उनकी बातों को मानने के लिए तैयार नहीं है. आयोग के सचिव ने बिहार तक से बात करते हुए कहा कि कहीं से भी गड़बड़ी नहीं मिली है. इसलिए एक सेंटर के अलावा परीक्षा रद्द करने की बात नहीं है.










