'मुझे अफसोस है कि मैं ऐसी सरकार के साथ हूं', लॉ एंड ऑर्डर पर फूटा चिराग पासवान, नीतीश सरकार पर साध निशाना

न्यूज तक

चिराग पासवान ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला. चिराग ने कहा कि उन्हें अफसोस है कि वे ऐसी नाकाम सरकार का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने प्रशासन को पूरी तरह विफल बताते हुए सवाल उठाया कि आखिर अपराध क्यों नहीं रुक रहे. ण

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Nitish Kumar and tejashwi
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बिहार में लगातार हो रही हत्याएं और बढ़ते अपराध को लेकर केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोला है. 

उन्होंने साफ कहा कि हमारे राज्य की कानून व्यवस्था इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है कि अपराधी खुलेआम वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना बैठा है.

चिराग पासवान ने आगे कहा, 'उन्हें इस बात का अफसोस है कि वह ऐसी सरकार को समर्थन दे रहे हैं जहां आम लोगों की जान की कोई गारंटी नहीं बची है.'

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उन्होंने कहा, "राज्य में लगातार हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार जैसी घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन इन्हें रोक पाने में पूरी तरह से नाकाम नजर आ रहा है."

लगातार हो रही वारदातें

बता दें कि पिछले कुछ दिनों में राज्य में कई ऐसी घटनाओं हुई हैं जिसने लोगों को दहशत में डाल दिया है. पटना के नामचीन कारोबारी गोपाल खेमका की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई. जिस वक्त उनपर गोली चलाई गई उस वक्त वे अपनी गाड़ी से उतर ही रहे थे. 

इसके बाद एक और सनसनीखेज वारदात में एक गैंगस्टर की अस्पताल में घुसकर हत्या कर दी गई. सीसीटीवी फुटेज में यह साफ दिखा कि पांच बदमाश अस्पताल में घुसे और ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर फरार हो गए. इन दोनों मामलों ने यह दिखा दिया कि अपराधियों में कानून का कोई खौफ नहीं है.

प्रशासन पर उठे सवाल

चिराग पासवान ने कहा कि अब ऐसा लग रहा है जैसे बिहार का प्रशासन या तो हाथ खड़े कर चुका है या फिर वह सिर्फ लीपापोती करने में लगा है. उन्होंने कहा कि जिन परिवारों ने अपने करीबी को इन घटनाओं में खोया है, उनका दर्द सरकार समझ नहीं पा रही.

उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यही हाल रहा तो आम लोग खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे? वो आगे कहते हैं कि, 'मैं खुद को दोषी मानता हूं कि ऐसी सरकार को समर्थन दिया है जिसने लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह विफलता दिखाई है.'

प्रशांत किशोर को बताया था ईमानदार

हालांकि कुछ दिन पहले चिराग पासवान ने बिहार की राजनीति में सक्रिय प्रशांत किशोर की "ईमानदार सोच" की तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि राज्य के हित में सोचने वाले हर व्यक्ति का राजनीति में स्वागत है, चाहे वह किसी भी जाति या धर्म से हो.

क्या सरकार लेगी सबक?

अब सवाल यह है कि क्या बिहार सरकार चिराग पासवान जैसे सहयोगियों की नाराजगी और जनता के बीच बढ़ते असंतोष को गंभीरता से लेगी? या फिर यह सिलसिला यूं ही चलता रहेगा और कानून व्यवस्था का हाल और भी बदतर होता जाएगा?

चिराग पासवान का यह बयान राज्य की राजनीति में हलचल जरूर मचा सकता है और आने वाले समय में इसके राजनीतिक मायने भी देखने को मिल सकते हैं.

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