भारत में सेकंड हैंड iPhone की जबरदस्त डिमांड, जानिए क्यों लोग हो रहे हैं इसके दीवाने
भारत में आईफोन का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है. नए सीरीज को तो लोग खरीद ही रहे हैं. खासबात ये है कि एप्पल के सेकेंड हैंड फोन का डिमांड भी काफी ज्यादा है.

1/8
iPhone 17 की पहली सेल ने देशभर में तहलका मचा दिया है. एप्पल स्टोर के बाहर घंटों इंतजार करने वालों की भीड़ और वहां हुई हल्की-फुल्की झड़पों ने ये साफ कर दिया कि भारत में iPhone का क्रेज़ किसी फैन फॉलोइंग से कम नहीं है. दिलचस्प बात यह है कि केवल नए iPhone ही नहीं, बल्कि सेकंड हैंड और रिफर्बिश्ड iPhone की भी भारी मांग देखी जा रही है.

2/8
बजट फोन से प्रीमियम की ओर बढ़ता रूझान
भारत में स्मार्टफोन उपभोक्ताओं की पसंद अब तेजी से बदल रही है. हाल ही में Cashify की 'ग्रेट इंडियन अपग्रेड रिपोर्ट 2025' के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में हर 5 में से 3 लोगों ने सेकंड हैंड iPhone को खरीदा.

3/8
रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन बाजार में Apple का हिस्सा इस दौरान 62.9% तक पहुंच गया। यह आंकड़ा दर्शाता है कि यूजर्स अब कम कीमत में भी प्रीमियम अनुभव चाहते हैं और इसके लिए वे सेकंड हैंड iPhone को एक बेहतरीन विकल्प मान रहे हैं.

4/8
क्यों बढ़ रही है सेकंड हैंड iPhone की लोकप्रियता?
बेहतर प्राइवेसी और सिक्योरिटी- Apple के डिवाइस हमेशा से अपनी मजबूत प्राइवेसी और सिक्योरिटी के लिए जाने जाते हैं. चाहे नया हो या पुराना, iPhone में समय-समय पर सिक्योरिटी अपडेट्स मिलते रहते हैं, जिससे यूजर्स का डेटा सुरक्षित रहता है.

5/8
दमदार रीसेल वैल्यू- जहां ज्यादातर एंड्रॉयड डिवाइस कुछ साल बाद लगभग बेकार समझे जाने लगते हैं, वहीं iPhone को इस्तेमाल के कई साल बाद भी अच्छी कीमत पर बेचा जा सकता है. यही कारण है कि लोग सेकंड हैंड iPhone को एक स्मार्ट इनवेस्टमेंट मानते हैं.

6/8
शानदार कैमरा क्वालिटी- भले ही iPhone के कैमरा सेंसर की गिनती कम हो, लेकिन उसकी क्वालिटी एंड्रॉयड के हाई-मेगापिक्सल कैमरा फोनों को भी पीछे छोड़ देती है. Apple का 48MP कैमरा रियल-वर्ल्ड परफॉर्मेंस में 200MP कैमरा वाले फोनों से बेहतर साबित होता है.

7/8
रिफर्बिश्ड फोन का बदलता ट्रेंड- Cashify की रिपोर्ट यह भी बताती है कि अब यूजर्स केवल बजट फोन तक सीमित नहीं रहना चाहते. लोग अब 15,000 से 30,000 के मिड-रेंज सेगमेंट और 60,000 से ऊपर के प्रीमियम सेगमेंट के फोन भी सेकंड हैंड विकल्प में देख रहे हैं. इसका मतलब है कि लोगों की प्राथमिकता अब क्वालिटी और ब्रांड वैल्यू की ओर बढ़ रही है.

8/8
Apple का सेकंड हैंड मार्केट में तेजी से बढ़ता दबदबा ये दर्शाता है कि उपभोक्ता अब केवल कीमत नहीं, बल्कि भरोसे, सिक्योरिटी और परफॉर्मेंस को प्राथमिकता देने लगे हैं. नया iPhone खरीदना भले ही हर किसी के बजट में न हो, लेकिन पुराना iPhone एक ऐसी चाबी बन गया है, जो लोगों को प्रीमियम स्मार्टफोन एक्सपीरियंस का दरवाज़ा खोलकर दे रहा है.