Gold Silver Price Update: सोना का भाव करेगा 3 लाख पार? मशहूर मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट एड यार्डेनी की भविष्यवाणी से मचा हड़कंप
Gold Silver Price Update: सोने-चांदी लगातार बढ़ती कीमतों के बीच एक और चौंकाने वाली भविष्यवाणी सामने आई है. दुनिया के मशहूर मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट एड यार्डेनी ने 10,000 डॉलर प्रति औंस(3.1 से 3.3 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम ) का चौंकाने वाला टारगेट दिया है. सोना-चांदी के इस एपिसोड में विस्तार से जानिए पूरी बात.

2025 की शुरुआत से ही सोना-चांदी के भाव में ज्यादा उछाल और कम गिरावट देखने को मिली है और यहीं हाल साल के अंत में भी दिखाई दे रहा है. ऐसे में भी जो लोग सोच रहे थे कि सोना कभी न कभी सस्ता होगा, उनके लिए बेहद ही चौंकाने वाली खबर सामने आई है. अगर सोना वाकई 10,000 डॉलर प्रति औंस पहुंचता है, तो क्या यह निवेशकों के लिए पीढ़ी में एक बार मिलने वाला मौका साबित होगा, या फिर देर करने वालों के लिए सबसे बड़ी चूक? सोना-चांदी के इस खास एपिसोड में आज जानेंगे सोना-चांदी को लेकर दुनिया के मशहूर मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट एड यार्डेनी ने ऐसी क्या भविष्यवाणी की है जिससे की मार्केट में हड़कंप मच गया है.
पहले जानिए सोना-चांदी का लेटेस्ट भाव
22 दिसंबर को भारत में सोने 24 कैरेट सोना का भाव ₹1,34,170 प्रति 10 ग्राम, जबकि 22 कैरेट सोना ₹1,22,990-₹1,23,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास रहा. वहीं चांदी की बात करें तो ये मेटल ₹2,13,900-₹2,19,000 प्रति किलोग्राम के भाव पर है. हाल ही में सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. 22 दिसंबर को गोल्ड ने 4,400 डॉलर प्रति औंस के आसपास ऑल-टाइम हाई बनाया. इसकी बड़ी वजहें अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से आगे ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद, कमजोर डॉलर और लगातार बनी हुई सेफ हेवन डिमांड रहीं. साल 2025 में अब तक सोना करीब 67 फीसदी चढ़ चुका है, जो अपने आप में एक असाधारण तेजी मानी जा रही है.
मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट एड यार्डेनी की भविष्यवाणी
हालांकि जो सोना भारत में आज लाख रुपए से ज्यादा के भाव पर पहुंच चुका है, उसके लिए अब अगला टारगेट 3 लाख रुपए का बैठ रहा है. दरअसल दुनिया के मशहूर मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट एड यार्डेनी ने सोने और शेयर बाजार को लेकर ऐसी भविष्यवाणी की है, जिसने पूरी निवेश दुनिया का ध्यान खींच लिया है. यार्डेनी का कहना है कि इस दशक के अंत तक यानी 2029 तक सोने की कीमत 10,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है. अब दिलचस्प बात यह है कि यही उनका लंबी अवधि का टारगेट अमेरिका के प्रमुख शेयर बाजार इंडेक्स S&P 500 के लिए भी है. यार्डेनी इसे अपने Roaring 2020s फ्रेमवर्क का हिस्सा मानते हैं, जिसमें उनका विश्वास है कि यह दशक वेल्थ क्रिएशन के लिहाज से ऐतिहासिक हो सकता है.
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सोना आज भी मजबूत करता है पोर्टफोलियो
यार्डेनी का मानना है कि सोना आज भी पोर्टफोलियो में अहम भूमिका निभाता है. उनका कहना है कि जब-जब अतीत में सोने में तेजी आई है, उसने बाजार की उम्मीदों से कहीं ज्यादा चौंकाया है. शॉर्ट टर्म में भले ही सोना और शेयर बाजार अलग दिशा में चलते दिखें, लेकिन लॉन्ग टर्म में दोनों का ट्रेंड काफी हद तक एक जैसा रहा है. यही वजह है कि वह सोने और S&P 500, दोनों के लिए 10,000 का आंकड़ा देख रहे हैं. अमेरिका के शेयर बाजार को यार्डेनी पॉजिटिव मानते हैं. उनके मुताबिक S&P 500 इंडेक्स 2026 के अंत तक 7,700 के स्तर तक पहुंच सकता है. फिलहाल यह इंडेक्स करीब 6,800 के आसपास कारोबार कर रहा है. यानी यहां से करीब 10 से 13 फीसदी की और तेजी की गुंजाइश वह देख रहे हैं. उनका कहना है कि S&P 500 लगातार तीसरे साल डबल डिजिट रिटर्न की ओर बढ़ रहा है और अगर हालात अनुकूल रहे, तो चौथा साल भी ऐसा हो सकता है.
भारत को लेकर भी यार्डेनी ने अपनी राय रखी है. उनके मुताबिक 2025 भारतीय शेयर बाजार के लिए कंसोलिडेशन का साल हो सकता है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में यहां जबरदस्त तेजी देखी गई है. हालांकि 2026 में वह सुधार और नए हाई की संभावना देखते हैं, खासकर अगर अमेरिका के साथ ट्रेड बातचीत में कोई सकारात्मक नतीजा निकलता है. चीन की तुलना में उन्होंने निवेश के लिए भारत को तरजीह दी है, क्योंकि उन्हें भारत का लीगल और कॉरपोरेट सिस्टम ज्यादा भरोसेमंद लगता है.
AI से बढ़ेगा मुकाबला
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI को लेकर यार्डेनी का नजरिया थोड़ा संतुलित है. उनका मानना है कि आने वाले समय में AI थीम ज्यादा वोलाटाइल हो सकती है. बड़ी टेक कंपनियां, जो अब तक अलग-अलग क्षेत्रों में मजबूत थीं, AI के कारण सीधे एक-दूसरे से मुकाबला कर रही हैं. इस प्रतिस्पर्धा में खर्च बढ़ेगा, जिससे सिर्फ बड़े नाम ही नहीं, बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक सर्विस देने वाली कई दूसरी कंपनियों को भी फायदा मिल सकता है.
सोना जाएगा 3 लाख के पार?
अब अगर सोने के 10,000 डॉलर प्रति औंस के आंकड़े को भारत के नजरिए से देखें, तो तस्वीर और भी चौंकाने वाली बनती है. इंटरनेशनल मार्केट में 1 औंस सोना करीब 31.1 ग्राम होता है. अगर सोना 10,000 डॉलर प्रति औंस पहुंचता है, तो 10 ग्राम सोने की कीमत करीब 3,210 डॉलर होगी. मान लीजिए उस समय डॉलर-रुपया रेट 85 से 90 रुपये के बीच रहा, तो 10 ग्राम सोना 2.7 से 2.9 लाख रुपये बैठता है. इसमें इम्पोर्ट ड्यूटी और GST जोड़ने के बाद भारत में फिजिकल गोल्ड की कीमत 3.1 से 3.3 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है.
इसका मतलब यह है कि आज जो सोना 70-75 हजार से लेकर 1 लाख रुपए तक में मिल रहा है, वो आज से अब और चार गुना से ज्यादा महंगा हो सकता है. जो लोग सालों से सोना सस्ता होने का इंतजार कर रहे हैं, उनके लिए यह अनुमान चिंता बढ़ाने वाला है. वहीं जो निवेशक सोने को लॉन्ग टर्म एसेट मानते हैं, उनके लिए यह एक पीढ़ी में मिलने वाला बड़ा मौका भी हो सकता है. यार्डेनी की यह सोच साफ इशारा करती है कि आने वाले साल सोने और शेयर बाजार, दोनों में वेल्थ बनाने के लिहाज से बेहद अहम हो सकते हैं.
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