वरिष्ठ आईपीएस वाई पूरन कुमार सुसाइड मामले पर AAP राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने दिया रिएक्शन

हरियाणा ADGP वाई पूरन सिंह की मौत पर AAP नेता अनुराग ढांडा ने कहा-बीजेपी दलित अधिकारियों को दबाने की कोशिश कर रही है. ढांडा ने निष्पक्ष जांच की मांग की.

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तस्वीर: अनुराग ढांडा.
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हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने कहा कि यह घटना बहुत गंभीर और सोचने वाली है. उन्होंने कहा, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने वरिष्ठ अधिकारी को भी इस तरह की प्रताड़ना और दबाव झेलना पड़ा. बीजेपी को यह बात हजम नहीं होती कि दलित समाज का कोई व्यक्ति ऊंचे पद पर पहुंचे. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के खिलाफ हुए हमले में भी बीजेपी का पूरा सिस्टम हमलावरों के साथ खड़ा दिखा. 

अनुराग ढांडा ने कहा कि ''जब किसी आम आदमी को पुलिस पूछताछ के लिए बुलाती है तो बीजेपी के नेता उसे छुड़ाने पहुंच जाते हैं. लेकिन जब कोई दलित समाज से जुड़ा व्यक्ति बड़ा पद हासिल करता है तो उस पर गंदे वीडियो बनाए जाते हैं, भड़काऊ बयान दिए जाते हैं और उसे नीचा दिखाने की कोशिश की जाती है.'' उन्होंने बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह मामला भी वैसा ही दिखता है. 

एक सीनियर ऑफिसर को लगातार प्रताड़ित किया गया और हरियाणा की बीजेपी सरकार ने आंखें मूंद लीं. 10 साल से ज्यादा हो गए बीजेपी को सत्ता में और दलितों पर अत्याचार के आंकड़े लगातार बढ़े हैं. बीजेपी का इको सिस्टम चाहता है कि दलित समाज के लोग ऊंचे पदों पर न पहुंचें. 

अनुराग ढांडा ने कहा, ''बाबा साहब के संविधान ने सभी को बराबरी का अधिकार दिया है. सरकार चाहे किसी की भी हो, अगर कोई दलित अधिकारी भी इतना दबाव झेलने पर मजबूर हो जाए कि अपनी जान दे दे, तो ये बहुत बड़ा सवाल है. मुख्यमंत्री साहब विदेश में हैं लेकिन प्रदेश में क्या हो रहा है, इसकी किसी को परवाह नहीं. 

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उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष और गहरी जांच होनी चाहिए और जो लोग इसमें शामिल हैं, उन पर सख्त कार्रवाई हो. आम आदमी पार्टी ने कहा कि दलितों पर किसी भी तरह का अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जैसे पंजाब में ऐसी मानसिकता के खिलाफ एक्शन हुआ, वैसे ही हरियाणा में भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. 

 

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