MCD उपचुनाव में AAP विधायक ने ही पार्टी का बिगाड़ा समीकरण, निर्दलीय उम्मीदवार के लिए किया था प्रचार, अब क्या होगा?
AAP MLA controversy: दिल्ली MCD उपचुनाव में चांदनी महल सीट पर आम आदमी पार्टी को बड़ी हार मिली, जिसमें खुद AAP विधायक आले मोहम्मद इकबाल और उनके पिता शोएब इकबाल की भूमिका सबसे ज्यादा चर्चा में है. दोनों ने पार्टी उम्मीदवार का विरोध कर निर्दलीय प्रत्याशी इमरान खान का समर्थन किया, जिसके बाद AAP का समीकरण बिगड़ गया.

दिल्ली नगर निगम उपचुनाव(MCD By Election) में इस बार भाजपा 9 सीट से पिछड़कर 7 सीट पर आ गई है, वहीं आप 3 सीट पर बरकरार है. इसे लेकर आम आदमी पार्टी लगातार कह रही है भाजपा को नुकसान हुआ और जनता ने उन्हें नकारना शुरू कर दिया है. भले ही आप की 3 सीट बरकरार है, लेकिन पुरानी दिल्ली की चांदनी महल सीट पर खुद पार्टी को पूर्व विधायक और आप के मौजूदा विधायक ने ही पार्टी का खेल बिगाड़ा है, नहीं तो यह सीट भी उनके खाते में होती.
इस बार के MCD उपचुनाव में 2 सीटों को लेकर खूब चर्चा थी, जो कि मु्ख्यमंत्री रेखा गुप्ता की शालीमार बाग सीट और AAP विधायक आले मोहम्मद इकबाल की चांदनी महल सीट थी. सीएम रेखा ने तो अपनी सीट बचा ली है, लेकिन आले मोहम्मद की सीट पार्टी हार गई है. अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या पार्टी आले मोहम्मद को पार्टी से निकाल देगी या फिर कुछ प्लान है? आइए विस्तार से जानते है पूरी बात.
विधायक आले मोहम्मद ने दूसरे प्रत्याशी को दिया समर्थन
मटिया महल विधानसभा सीट से AAP के मौजूदा विधायक आले मोहम्मद इकबाल ने अपने पिता शोएब इकबाल के साथ मिलकर चांदनी महल सीट पर AAP को हराने का काम किया है. इस सीट पर जैसे ही AAP ने मुदस्सिर कुरैशी को उम्मीदवार बनाया तो शोएब इकबाल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और इमरान खान को अपना समर्थन दे दिया. वहीं शोएब के साथ-साथ आले मोहम्मद ने भी इमरान खान के लिए लोगों से वोट मांगा और खुलकर प्रचार-प्रसार किया.
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नतीजा यह हुआ है कि इमरान खान ने आप उम्मीदवार मुदस्सिर कुरैशी को 4692 वोटों से हरा दिया. इमरान को कुल वोट 11814 मिले, जबकि मुदस्सिर कुरैशी को सिर्फ 7122 वोट ही मिलें. एक और दिलचस्प बात यह है कि यह सीट आले मोहम्मद इकबाल के विधायक बनने के बाद खाली हुई थी और ऐसे में उन्होंने इमरान के लिए प्रचार किया तो लोगों ने उन्हें ही वोट दिया. जीतने के बाद आले मोहम्मद ने कहा कि हमारा काम ही हमारी पहचान है और यह जीत मेरे इलाके के शेरों की है, साजिश करने वाले हार गए है.
शोएब इकबाल ने केजरीवाल पर साधा निशाना
शोएब इकबाल ने भी इस जीत के बाद AAP के शीर्ष नेतृत्व जैसे सौरभ भारद्वाज, संजय सिंह और केजरीवाल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यहां सबको मेरे पीछे छोड़ दिया गया था लेकिन शेर किसी से डरता नहीं है. शोएब ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि खुद अरविंद केजरीवाल ही चुनाव हार गए थे, लेकिन मेरा बेटा चांदनी महल सीट से जीत गया. और इसी वजह से अरविंद केजरीवाल मुझसे जलते है. हमने फिर एक बार केजरीवाल का घमंड तोड़ दिया.
दरअसल इस विवाद के पीछे वहीं पुरानी राजनीति है. चांदनी महल सीट से शोएब अपने पसंदीदा उम्मीदवार को टिकट दिलवाना चाहते थे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. इसी वजह से उन्होंने पहले पार्टी से इस्तीफा दिया और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक पार्टी के उम्मीदवार इमरान को समर्थन देकर चुनाव जितवा दिया. शोएब का साथ उनके बेटे आले मोहम्मद इकबाल ने भी दिया.
क्या पार्टी से बाहर होंगे आले मोहम्मद इकबाल?
शोएब इकबाल और आले मोहम्मद इकबाल की वजह से चांदनी महल के अलावा आम आदमी पार्टी को चांदनी चौक में हार का मूंह देखना पड़ा है. यह वैसा ही काम है जैसे की जले पर नमक छिड़कना और आले मोहम्मद ने केजरीवाल के जले पर नमक छिड़क दिया है. आले मोहम्मद वहीं नेता है जिन्हें केजरीवाल ने पहले डिप्टी मेयर का पद और फिर विधानसभा का टिकट दिया था. लेकिन MCD उप चुनाव में उनकी हरकत को लेकर कहा जा रहा है कि पार्टी उनके खिलाफ एक्शन ले सकती है.
शोएब इकबाल भी तलाश रहें ठिकाना?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आले मोहम्मद इकबाल के इस कदम के बाद आम आदमी पार्टी ने उनकी सदस्यता लेनी की पूरी तैयारी कर ली है. पार्टी के विरोध में काम किए जाने को आधार बनाकर वे उनकी सदस्यता छीन सकते है. वहीं दूसरी ओर आले मोहम्मद को लेकर कहा जा रहा है कि वे भी इस कार्रवाई के लिए तैयार है. शोएब इकबाल और आले मोहम्मद भी अपना नया ठिकाना कांग्रेस को बना सकते है.










