PM मोदी को सांप कहने वाले बयान पर कृषि मंत्री कमल पटेल का पलटवार, बोले- मछली जैसी तड़प रही कांग्रेस
Madhya Pradesh Politics: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सांप जैसा विषैला बताने वाले बयान पर भाजपा नेता और कृषि मंत्री कमल पटेल ने पलटवार किया है. कमल पटेल ने जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस सत्ता के लिए मछली की तरह तड़प रही है इसलिए पीएम मोदी को गालियां […]
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Madhya Pradesh Politics: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सांप जैसा विषैला बताने वाले बयान पर भाजपा नेता और कृषि मंत्री कमल पटेल ने पलटवार किया है. कमल पटेल ने जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस सत्ता के लिए मछली की तरह तड़प रही है इसलिए पीएम मोदी को गालियां दे रही है. उन्होंने दीपक जोशी के कांग्रेस में शामिल होने पर भी बात की.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बयान देते हुए कहा था कि ‘पीएम मोदी ‘जहरीले सांप’ की तरह हैं, आप सोच सकते हैं कि यह जहर है या नहीं, यदि आप इसे चाटते हैं, तो आप मारे जाएंगे. हालांकि बाद में उन्होंने इस पर माफी मांग ली थी, लेकिन इस पर राजनीति सुलगी हुई है.
हसीन सपने देख रहे कमलनाथ
कृषि मंत्री कमल पटेल ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता सत्ता के लिये मछली की तरह तड़प रहे, इसलिए मोदीजी को गाली दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिग्गी के बयान पर कमलनाथ मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं. लेकिन कमलनाथ का मुख्यमंत्री बनने का सपना पूरा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जनता बारीक पीस रही है और इस बार कांग्रेस का सफाया होगा.
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दीपक जोशी के कांग्रेस में जाने पर बोले
प्रदेश के पूर्व मंत्री दीपक जोशी के कांग्रेस में जाने की अटकलों पर भी बोले कमल पटेल, दीपक जोशी अभी गये ही कहां हैं. किसी के जाने से फर्क नहीं पड़ता है. मध्यप्रदेश के पूर्व भाजपा अध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता नंदकुमार सहाय के कांग्रेस में शामिल होने पर कहा कि किसी के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता, व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से जाते हैं लोग.
किसानों के लिए ऐलान
कमल पटेल कल खरगोन पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने किसानों को लेकर कई ऐलान किया. कमल पटेल ने ऐलान करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में हमने गेहूं से पहले चना, सरसों, मसूर की समर्थन मूल्य पर खरीदी का निर्णय, प्रतिदिन प्रति किसान खरीदी सीमा को 25 क्विंटल से 40 क्विटंल किया, ग्रीष्मकालीन फसलों के लिए नहरों से पानी छोड़ना, समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग एवं उड़द फसलों की खरीदी, किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए फॉर्म गेट एप का विकल्प, 0% ब्याज पर फसल ऋण, AIF के माध्यम से कृषि अधोसंरचना प्रोजेक्ट पर 3% ब्याज में छूट देने, ऐसे अनेकों नीतिगत निर्णय कर किसानों की आय बढ़ाने का कार्य मध्यप्रदेश की धरा पर माननीय प्रधानमंत्री जी और माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में हमने किया है.
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