छिंदवाड़ा: सरकारी नौकरी बचाने के लिए कलयुगी पिता ने अपने बच्चे के साथ किया दिल दहलाने वाला कांड
Chhindwara News: सरकारी नौकरी बचाने के लिए टीचर पिता ने अपने नवजात बेटे को मारने की रची साजिश। जंगल में पत्थरों के नीचे दबाकर छोड़ा, लेकिन गांव वालों की सतर्कता से बची बच्चे की जान.

मध्य प्रदेश से इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक पिता जो की पेशे से टीचर है उसने अपनी नौकरी बचाने के लिए बेटे को मारने की साजिश रची और उसे गांव से बाहर जाकर जंगल में पत्थरों के नीचे दबा दिया. लेकिन जब उस रास्ते कुछ गांव वाले निकले तो उन्हें बच्चे के रोने की आवाज आई और इस पूरे मामला के खुलासा हो गया. पुलिस ने आरोपी मां-बाप को हिरासत में ले लिया और आगे की कार्रवाई जारी है. आइए विस्तार से जानते है पूरा मामला.
क्या है पूरा मामला?
यह हैरान करने वाला मामला मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा का है. यहां एक पिता ने अपनी सरकारी नौकरी बचाने के लिए महज 3-4 दिन के नवजात बेटे को घर से दूर जंगल में पत्थरों के नीचे दबा दिया. लेकिन जब नांदनवाड़ी गांव के पास के जंगल से कुछ राहगीर गुजर रहे थे तब उन्हें बच्चे के रोने की आवाज आई.
वे लोग वहां पहुंचे तो उनके होश उड़ गए क्योंकि बच्चा पत्थर के नीचे दबा हुआ था. उन्होंने बच्चे को पहले निकाला और तत्काल पुलिस को सूचना दी और बच्चे को अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने जब मामले की छानबीन की तो होश उड़ाने वाली बात सामने आई.
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पुलिस के सामने कबूल किया जुर्म
टीआई अनिल राठौर ने इस मामले में जानकारी देते हुए कहा कि, गांव वाले नवजात को लेकर चौकी आए और फिर प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे के बेहतर इलाज के लिए उसे छिंदवाड़ा भेज दिया गया. पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के विरुद्ध अपराध पंजीकृत कर लिया, लेकिन इसी दौरान बच्चे के पिता अस्पताल पहुंचे और मामले का खुलासा हो गया.
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पिता ने बताई मजबूरी
जानकारी के मुताबिक आरोपी का नाम बबलू है. उसने 2009 में शिक्षक के तौर पर नौकरी जॉइन की थी. आरोपी बबलू के पहले से ही तीन बच्चे है जो कि क्रमश 8 साल, 6 साल और 4 साल के है. लेकिन बबलू ने तीसरे बच्चे की बात सरकारी रिकॉर्ड में छुपा रखा था. लेकिन जैसे ही चौथी बच्चे ने जन्म लिया तो बबलू के अपने राज के खुलने का डर लगा तो उसने अपनी पत्नी राजुकमारी के साथ मिलकर बच्चे को मारने की साजिश रची. हालांकि बच्चे की जान बच गई है और वह अस्पताल में भर्ती है.
पुलिस ने की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी माता-पिता को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है. साथ ही अलग-अलग मामलों में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई और पूछताछ की जारी है.
क्या है नियम जिसकी वजह से बबलू ने उठाया यह खौफ कदम?
दरअसल मध्य प्रदेश में लागू दो बच्चों की नीति के तहत सरकारी कर्मचारी के दो से ज्यादा बच्चे होने पर नौकरी पर खतरा मंडराता है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में साल 2001 से दो बच्चों का कानून लागू है. मध्य प्रदेश सिविल सर्विस नियम के मुताबिक अगर 26 जनवरी 2001 के बाद किसी के तीसरे बच्चे का जन्म हुआ है तो वह सरकारी नौकरी में नहीं जा सकता. साथ ही यह नियम उच्च न्यायिक सेवाओं में भी लागू है.
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