इंपैक्ट फीचर: पाकिस्तान से भारत आकर खोला व्यवसाय, ‘मणि राम बलवंत राय ब्रांड’ ने ऐसे पाई सफलता

एमपी तक

Impact Feature: वर्ष 1947 का उल्लेख विभाजन, स्वतंत्रता, युद्ध, एक लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष का अंत और बहुत सी खट्टी-मीठी यादें लेकर आता है. यह वर्ष कई ऐसे व्यवसायों की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो उस समय पर एक देश के लिए आशा की किरण बन गए. यह उन गिने-चुने लोगों […]

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Impact Feature: वर्ष 1947 का उल्लेख विभाजन, स्वतंत्रता, युद्ध, एक लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष का अंत और बहुत सी खट्टी-मीठी यादें लेकर आता है. यह वर्ष कई ऐसे व्यवसायों की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो उस समय पर एक देश के लिए आशा की किरण बन गए. यह उन गिने-चुने लोगों के कारण हुआ जिन्होंने समुदाय की सेवा करने और भारत को अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर ले जाने का ज़िम्मा अपने हाथों में उठाया. ऐसे ही नए भारत के कई नागरिकों के लिए रोजगार का सृजन हुआ. इन दृढ़निश्चयी दूरदर्शी लोगों में से एक हैं श्रीमान मणि राम बत्रा.

जब श्री बत्रा पाकिस्तान के लायलपुर से भारत आए, तो उनके पास बस एक सपना और उसे पूरा करने का दृढ़ संकल्प था. वह अपने लिए कमाई का साधन बनाना चाहते थे और देश सेवा भी करना चाहते थे. अपनी और अपने देशवासियों की थाली में भोजन पाने के प्रयास में, उन्होंने किराना व्यवसाय शुरू किया. यह व्यवसाय सीमित संसाधनों के साथ सिविल लाइंस लुधियाना में एक छोटी सी दुकान के रूप में शुरू हुआ. अपने अच्छे व्यावसायिक कौशल के साथ उनके पास भविष्यवादी विचार भी थे और इन्हीं सब चीजों ने उनकी तरक्की और मेहनत को नए आयाम दिए.

मणि राम बत्रा ने अपने बेटे बलवंत राय को व्यवसाय में शामिल होने और इसे और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रशिक्षित किया. 1971 में श्री बलवंत राय ने व्यवसाय में कदम रखा और 1972 में इसे औपचारिक रूप से पंजीकृत किया. यह व्यवसाय के लिए एक महत्वपूर्ण छलांग थी. व्यवसाय का नाम मणि राम बलवंत राय रखा गया. यह उन साथी नागरिकों के लिए एक चुनौतीपूर्ण शुरुआत थी, जो बदलते देश में अपने अस्तित्व का पता लगा रहे थे और भविष्य को लेकर आशंकित थे. लेकिन इन शुरुआती कठिनाईओं के बावजूद पिछले कुछ वर्षों में, मणि राम बलवंत राय ने एक मजबूत ब्रांड पहचान बनाई.

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मणि राम बलवंत राय ब्रांड की सफलता की इस यात्रा का श्रेय श्री मणि राम के मूल्यवान मार्गदर्शन और श्री बलवंत राय के अटूट प्रयासों को दिया जा सकता है. 1995 में तीसरी पीढ़ी से श्री अमन बत्रा ने व्यवसाय में कदम रखा. वह अपने साथ नए ज़माने की सोच और कौशल लाए. उन्होंने थोक मूल्य निर्धारण के साथ ब्रांड का स्वयं-सेवा स्टोर लॉन्च किया. यह उत्तर भारत में अपनी तरह का पहला स्टोर था. 2006 में, टीम ने कॉस्मेटिक व्यवसाय में कदम रखे. पंजाब के लोगों के लिए नया होने पर भी व्यापार को अपार सफलता प्राप्त हुई. सफलता का एक प्रमुख कारण है उच्च श्रेणी के ब्रांड्स.

आज श्री अमन बत्रा एक प्रतिष्ठित व्यवसायी हैं जो अकेले ही व्यवसाय की देखभाल कर रहे हैं और अपने परिवार की अनमोल विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. व्यवसाय की अब 3 शाखाएं हैं जो लुधियाना में हर्मीस, लोरियल, बिवलगारी, जिमी चू, स्वाति कॉस्मेटिक्स, वर्साचे और मिलानी कॉस्मेटिक्स जैसे प्रीमियम ब्रांडों को लायी हैं. कंपनी की प्रेरक सफलता की कहानी सभी के लिए एक उदाहरण है कि आपको सफल होने के लिए बहुत कुछ करने की आवश्यकता नहीं है. जिस तरह से मणि राम बलवंत राय पंजाब और भारत की आर्थिक सफलता को आकार दिया है, वह काबिल ए तारीफ है. प्रीमियम ब्रांड की पेशकश के अलावा, मणि राम बलवंत राय ने कई नौकरियां भी उपलब्ध कराई हैं. उनकी आगे की योजना देशभर के प्रमुख शहरों में अधिक स्टोर खोलने और पेशकशों के पोर्टफोलियो में अधिक ब्रांड जोड़ने की है. हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं और आशा करते हैं कि यह पीढ़ीगत व्यवसाय भविष्य में और अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचे.

(यह इंपैक्ट फीचर प्रचार-प्रसार विभाग के सौजन्य से प्रकाशित किया गया है.)

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