देश भर में 27 अक्टूबर को हो सकता है SIR के पहले चरण का ऐलान, 15 राज्यों से हो सकती है शुरूआत
निर्वाचन आयोग सोमवार को असम, बंगाल, केरल और तमिलनाडु समेत कई राज्यों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है.

निर्वाचन आयोग सोमवार को असम, पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु सहित कई राज्यों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम का ऐलान कर सकता है. यह बिहार को छोड़कर इस देशव्यापी अभियान का पहला चरण होगा. इसके तहत 10 से 15 राज्यों में यह अभियान चलने के आसार हैं. आयोग ने इसके लिए सारी तैयारियां कर कमर कस ली है.
वैसे भी निर्वाचन आयोग ने मद्रास हाईकोर्ट में शुक्रवार को यह हलफनामा दिया है कि राज्य में अगले हफ्ते से मतदाता सूची की अधिकतम शुचिता और सटीकता के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान शुरू होने वाला है. निर्वाचन आयोग में कार्यरत उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के देशव्यापी अभियान के पहले चरण में उन राज्यों को छोड़ दिया जाएगा जहां सर्दियों में मौसम प्रतिकूल रहता है और जिन राज्यों में स्थानीय निकायों के चुनाव निकट भविष्य में प्रस्तावित हैं.
तैयारी कर चुका है आयोग
निर्वाचन आयोग देश व्यापी अभियान से पहले देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ पिछले दो महीनों में दो सम्मेलन कर इस गंभीर मुद्दे की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा और एहतियाती तैयारी कर चुका है. पहला सम्मेलन 10 सितंबर को और दूसरा हाल ही में 22 और 23 अक्टूबर को हुआ है.
सूत्रों के मुताबिक देश के अधिकतर राज्यों में पिछला विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान 2002 से 2004 के बीच चला था. यानी 21 से 23 साल के बाद इसे दोहराया जा रहा है.
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आयोग का यह भी कहना है कि यह संभवत: इस पैमाने पर किया जा रहा अंतिम विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान हो, क्योंकि अब पुराना सारा डाटा डिजिटल किया जा रहा है. पिछले कुछ सालों से मतदाता सूची का सारा डाटा डिजिटल रूप से ही तैयार होता है. मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करते समय चुनाव आयोग को भी सूचना देकर वोटर कार्ड निरस्त करने की प्रक्रिया तय है.
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