बेरोजगारी, हिंदू-मुसलमान पर PM की टिप्पणी पर बरसी प्रियंका, कहा PM ये कैसी-कैसी बातें कह रहे हैं?
प्रियंका गांधी ने कहा इस चुनाव में जनता खुद चुनाव लड़ रही है. जनता ने अपने मुद्दों पर चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है. बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई ने मोदी सरकार की पोल खोल दी है.
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Priyanka Gandhi on PM Modi: देश में चल रहे लोकसभा चुनाव के बीच बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों की ओर से जमकर वार-पलटवार देखने को मिल रहा है. राहुल गांधी के यूपी के रायबरेली से नामांकन दाखिल करने के बाद से तो पूरा माहौल गरम हो गया है. राहुल गांधी जीत दिलाने के लिए बहन प्रियंका गांधी रायबरेली और अमेठी में डेरा डाले हुए हैं. इसी बीच न्यूजतक ने प्रियंका गांधी से खास बातचीत की है. आइए आपको बताते हैं क्या कहा उन्होंने.
'PM को हो क्या गया है'
प्रियंका गांधी ने कहा इस चुनाव में जनता खुद चुनाव लड़ रही है. जनता ने अपने मुद्दों पर चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है. बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई ने मोदी सरकार की पोल खोल दी है. मोदी जी पूरे चुनाव में हिंदू-मुसलमान करने की कोशिश में थे, जो पिछले दो बार तो चल गया लेकिन इस बार नहीं चला. फिर इन्होंने कल इंटरव्यू दे दिया और अपनी सारी बातें नकार दी. फिर वो अगले दिन महाराष्ट्र जाकर वही बात कहते हैं. एक दिन पहले की बात अगले दिन नकार देते है. PM की बात में अब कोई वजन नहीं रहा है. देश देख रहा है कि, वो जो अपने प्रचार में कह रहे है उसका अपने एक इंटरव्यू में खंडन कर रहे है. हम इन सब बातों को सुनकर खुद चौंक गए कि इनको हो क्या गया है?
'जनता कह रही है मुद्दों पर आइए मोदी जी'
पीएम मोदी के शहंशाह वाली टिप्पणी पर प्रियंका गांधी ने कहा, अगर उनमें सहनशक्ति होती तो बात बहुत अलग होती. लेकिन चुनाव के चक्कर में वो सब कुछ खो चुके है. उन्होंने आगे कहा, वो पहले प्रधानमंत्री हैं जो कर्नाटक के चुनाव में गये और गालियों की लिस्ट निकाली. अरे कौन देता है गालियां? मैं तो सभ्य बात करती हूं. सवाल ही नहीं उठता गाली देने का. वो मेरी दादी जी को देशद्रोही कहते हैं. उन्होंने मेरे परिवार के एक सदस्य को भी नहीं छोड़ा. अगर हम सूची निकाले तो इतनी लंबी सूची होगी कि यहां से दिल्ली पहुंच जाएगी. PM अगर इतनी छोटी चीजों के लिए रोने लगेंगे तो जनता क्या कहेगी? जनता को मजबूत नेता चाहिए. आज नौजवान कह रहा है यह फिजूल की बात नहीं सुननी, मोदी जी मुद्दे पर आइये और मुद्दे हैं बेरोजगारी और महंगाई.
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यह पूरा इंटरव्यू आप यहां देखिए-