Angel Chakma : त्रिपुरा के ऐंजल चकमा की हत्या का एक आरोपी मणिपुर का निवासी, पुलिस ने हेट स्पीच से किया इनकार

Angel Chakma: देहरादून के सेलाकुई में त्रिपुरा के छात्र ऐंजल चकमा की चाकू से हमला कर हत्या किए जाने का मामला देशभर में चर्चा में है. आरोप है कि कथित नस्लीय टिप्पणी के विरोध करने पर ऐंजल की हत्या कर दी गई थी. लेकिन अब इस मामले में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं, जिसने मामले को और भी गंभीर बना दिया है.

Angel Chakma murder case
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Angel Chakma murder case: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून जिले से हाल ही में एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है. आरोप है कि सेलाकुई इलाके में कुछ युवकों ने त्रिपुरा निवासी ऐंजल चकमा पर पहले कथित नस्लीय टिप्पणी की. ऐंजल ने जब इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया. हमले में ऐंजल गंभीर रूप से घायल हो गया और 17 दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझने के बाद 26 दिसंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

घटना के वक्त ऐंजल का भाई भी उसके साथ मौजूद था. अब इस पूरे घटनाक्रम को लेकर देशभर के लोगों में भारी आक्रोश है और लगातार ऐंजल चकमा को न्याय दिलाने की मांग उठ रही है. इसी बीच इस सनसनीखेज मामले में अब कई चौंकाने वाले बातें सामने आई हैं, जिन्होंने पूरे घटनाक्रम को और गंभीर बना दिया है.

जानें क्या हुआ ऐंजल की हत्या वाले दिन

दरअसल, बताया जा रहा है कि ऐंजल की हत्या के एक आरोपी सूरज खवास के बेटे का उस दिन पहला जन्मदिन था. ऐसे में उसने अवनीश के टी-स्टॉल पर पार्टी की थी. पार्टी के बाद आरोपी और उसके साथी शराब लेने ठेके पर पहुंचे थे. इस बीच यहां ऐंजल चकमा और उसका भाई माइकल भी मौजूद था. बताया जा रहा है कि दोनों आरोपियों और ऐंजल के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया. मामला आपसी गाली-गलौच तक पहुंच गया. माइकल ने विरोध किया, लेकिन विवाद और बढ़ गया. इस दौरान गुस्से में आकर नेपाल मूल के अवस्थी ने ठेले से चाकू उठाकर एंजेल की पीठ पर हमला कर दिया. ऐसे में चाकू लगने से एंजेल के शरीर का दाहिना हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया है. यहां बता दें कि सूरज खवास मूलरूप से मणिपुर का रहने वाला है, लेकिन फिलहाल देहरादून में रहता है.

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मृतक की हाल ही में लगी थी नौकरी

बता दें कि ऐंजल के पिता बीएसएफ में हैं और उनकी मां गृहणी हैं. परिजनों के मुताबिक एंजेल बेहद होनहार छात्र था. वो पढ़ाई में बहुत तेज था. हाल ही में उसकी एक निजी कंपनी में नौकरी लगी थी. यहां उसे एक लाख रुपये मासिक पैकेज मिला था. वहीं उसका छोटा भाई माइकल बीकॉम की पढ़ाई कर रहा है.

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पुलिस ने हेट स्पीच से किया इनकार

उधर इस मामले में जानकारी देते हुए देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि अब तक की जांच में हेट स्पीच से जुड़े कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं. पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच जारी है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जा रही है.

भाई ने थाने में की थी शिकायत

पुलिस के द्वारा 14 दिसंबर जारी प्रेस नोट के मुताबिक इस मामले में ऐंजल चकमा के भाई ने सेलाकुई थाना में एक प्रार्थना पत्र दिया था. इसमें कहा गया था कि 9 दिसंबर को शाम ऐंजल के साथ सेलाकुई मार्केट मे कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने गाली गलौज की और फिर उसे जान से मारने की नीयत से उसपर धारदार हथियार से हमला कर दिया. इसमें ऐंजल गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे उपचार अस्पताल में एडमिट किया गया. पुलिस ने बताया कि प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना सेलाकुई में अज्ञात के खिलाफ बीएनएस की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया. मामले में की जांच के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया गया.

5 आरोपियों में एक मणिपुर का मूल निवासी

इसके बाद पुलिस काे 14 दिसंबर को घटना में शामिल 5 अरोपियाें को सेलाकुई क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया था. आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि सेलाकुई में शराब खरीदने के दौरान दोनों के बीच कहासुनी हो गई थी. इस दौरान विवाद के बीच आरोपियों ने धारदार हथियार से ऐंजल पर हमला कर दिया था. इससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस ने इस मामले में 25 वर्षीय अविनाश नेगी निवासी सेलाकुई, 18 वर्षीय सूरज खवास मूल निवासी मणिपुर, 25 वर्षीय सुमित निवासी तिलवाड़ी सहित 5 लोगों को अरेस्ट किया था. इन पांचों में दो नाबालिग भी शामिल थे.

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