भारत के समर्थन में उतरा रूस, अमेरिका पर भारत में लोकसभा चुनाव बाधित करने का लगाया आरोप

News Tak Desk

ADVERTISEMENT

newstak
social share
google news

Russia support India: हाल ही में अमेरिकी ने एक रिपोर्ट जारी कर भारत में धार्मिक स्वंत्रता के उल्लंघन का आरोप लगाया था. अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) ने अपने रिपोर्ट में भारत सरकार की आलोचना की थी. आज रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने अमेरिका पर हमला बोलते हुए कहा कि अमेरिका का लक्ष्य भारत में चल रहे आम चुनाव को प्रभावित करना है. उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन को भारत की राष्ट्रीय मानसिकता और इतिहास की समझ नहीं है, इसलिए अमेरिका भारत पर धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर निराधार आरोप लगा रहा है. वॉशिंगटन साफतौर पर भारत के आंतरिक मामलों में दखल दे रहा है. रूस ने इसे भारत के लिए अपमानजनक बताया है.  
 

बता दें कि रूस का यह बयान संयुक्त राज्य अमेरिका की अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट के बाद आया है. अमेरिका ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता के कथित उल्लंघन के लिए भारत सरकार की आलोचना की थी. आयोग ने भारत को "विशेष चिंता का देश" घोषित करने के लिए अमेरिकी विदेश विभाग को सिफारिश भी की है. रिपोर्ट में भाजपा पर "भेदभावपूर्ण" राष्ट्रवादी नीतियों को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया गया है.

अमेरिका ने पन्नू के मामले में नहीं पेश किया सबूत- रूस 

अमेरिका ने भारत पर खालिस्तानी समर्थक और आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगया था. इस पर रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि, हमारे पास मौजूद जानकारी के अनुसार, वाशिंगटन ने अभी तक पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय नागरिकों की संलिप्तता का कोई विश्वसनीय सबूत नहीं दिया है. सबूत के अभाव में इस विषय पर अटकलें अस्वीकार्य हैं.  

रूस ने अमेरिका पर हमला करते हुए कहा कि, अमेरिका ऐसे आरोप लगाकर एक संप्रभु देश के तौर पर भारत का अपमान कर रहा है. अमेरिका भारत ही नहीं कई और देशों के खिलाफ धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन का बेबुनियाद आरोप लगाता रहता है. उनकी कार्रवाई स्पष्ट रूप से भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने का सबूत है.  

ADVERTISEMENT

यह भी पढ़ें...

भारत सरकार ने रिपोर्ट को पक्षपातपूर्ण बताया 

भारतीय विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के इस रिपोर्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे पक्षपातपूर्ण बताया है. भारत ने कहा कि USCIRF ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में भारत विरोधी प्रचार प्रकाशित करना जारी रखा है.  

बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में धार्मिक स्वतंत्रता के कथित उल्लंघन और कई अन्य मुद्दों पर भारत की आलोचना की है. आयोग ने अमेरिका से भारत समेत 16 अन्य देशों पर "धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता के अधिकार के विशेष रूप से गंभीर उल्लंघन में शामिल होने या सहन करने" के लिए "विशेष चिंता वाले देशों" के रूप में चिन्हित करने का आह्वान किया है.  

ADVERTISEMENT

इस स्टोरी को न्यूजतक के साथ इंटर्नशिप कर रहे IIMC के डिजिटल मीडिया के छात्र राहुल राज ने लिखा है.

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT