Phone Tapping Case: शेखावत के वॉयल सैंपल की होगी जांच? लोकेश शर्मा ने केंद्रीय मंत्री पर साधा निशाना
Phone Tapping Case: साल 2020 में पायलट गुट के विधायकों की बगावत का मानेसर एपिसोड फिर से सुनाई देने लगा है. वहीं, अब इस मामले में केंद्रीय मत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के वॉयस सैंपल लेने के लिए एसीबी के हाईकोर्ट जाने की भी चर्चा है. जिसके बाद फिर से यह मामला सुर्खियां बटोर रहा है. […]
ADVERTISEMENT

Phone Tapping Case: साल 2020 में पायलट गुट के विधायकों की बगावत का मानेसर एपिसोड फिर से सुनाई देने लगा है. वहीं, अब इस मामले में केंद्रीय मत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के वॉयस सैंपल लेने के लिए एसीबी के हाईकोर्ट जाने की भी चर्चा है. जिसके बाद फिर से यह मामला सुर्खियां बटोर रहा है.
गौरतलब है कि सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े ऑडियो मामले में एसीबी जांच कर रही है. जिसमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर जारी जांच में वॉयस सैंपल लेने के भी कयास लगाए जा रहे हैं.
जिसके बाद सीएम गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने भी शेखावत पर वार किया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में वॉयस सैंपल की जरूरत नहीं है. क्योंकि दिल्ली में दर्ज एफआईआर में शेखावत ने माना था कि उनकी टेलिफोनिक बातचीत को गैर-कानूनी तौर पर इंटरसेप्ट किया गया.
यह भी पढ़ें...
दिल्ली क्राइम ब्रांच भी कर रही है जांच
दरअसल, इस ऑडियो को प्रसारित करने को लेकर शेखावत ने ओएसडी लोकेश शर्मा पर आरोप लगाए थे. हालांकि, उन्होंने खुद पर लगे इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था. इसके बाद केंद्रीय मंत्री की शिकायत पर लोकेश शर्मा और अन्य लोगों के खिलाफ साल 2021 के मार्च में केस दर्ज किया गया था.
पहले भी मैंने कहा है वॉइस सैम्पल की कोई आवश्यकता ही नहीं है, मेरे ख़िलाफ़ दिल्ली में दर्ज करवाई FIR में गजेंद्र सिंह शेखावत जी ने ये माना कि उनके टेलिफोनिक कन्वर्सेशन को इललीगली इंटरसेप्ट करके सर्कुलेट किया गया, तो स्पष्ट है कि ऑडियो में आवाज़ उन्हीं की थी।
इसलिए FIR को साक्ष्य… pic.twitter.com/9BZ0udPov2— Lokesh Sharma (@_lokeshsharma) May 14, 2023