Neerja Modi School: क्लासमेट का बड़ा खुलासा- उस दिन अमायरा स्कूल नहीं आना चाहती थी! क्यों और क्या हुआ था?
जयपुर के एक स्कूल में 9 साल की छात्रा अमायरा की चौथी मंजिल से गिरकर मौत हो गई, जिस पर परिवार ने बुलिंग और स्कूल प्रशासन की लापरवाही के आरोप लगाए हैं. पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है, जबकि स्कूल की भूमिका और सीसीटीवी फुटेज पर कई सवाल खड़े हो गए हैं.

जयपुर में हाल ही में चौथी क्लास में पढ़ने वाली 9 साल की बच्ची अमायरा स्कूल में मौत स्कूल हो गई थी. यह मामला इतना गंभीर है कि अब स्कूल प्रशासन, टीचर्स और पुलिस सभी सवालों के घेरे में हैं.
क्या हुआ था उस दिन?
अमायरा की क्लास ग्राउंड फ्लोर पर थी लेकिन घटना के दिन वह किसी तरह स्कूल की चौथी मंजिल पर पहुंच गई. वहां सीसीटीवी फुटेज में वह रेलिंग पर चढ़ती हुई नजर आई. उसके आगे दो अन्य बच्चियां भी दिखीं. इसके कुछ ही पलों बाद अमायरा नीचे गिर गई. ऐसे में ये सवाल उठता है कि अमायरा के इस कदम के पीछे क्या वजह है.
परिवार ने लगाया बुलिंग का आरोप
अमायरा के परिवार का कहना है कि बच्ची को स्कूल में बुली किया जा रहा था. उन्होंने कुछ दिन पहले ही स्कूल प्रशासन से इस बारे में शिकायत की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
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वहीं क्लासमेट्स के अनुसार, अमायरा उस दिन स्कूल आना नहीं चाहती थी. परिवार ने बताया कि पहले भी सितंबर में उसे बुली किया गया था जिस पर स्कूल को शिकायत दी गई थी.
टीचर का क्या कहना है
इस पूरे मामले पर टीचर का कहना है कि अमायरा उस दिन दो बार उनसे मिली थी. पहली बार उसने बताया कि कोई उसे चिढ़ा रहा है और दूसरी बार वह वॉशरूम जाने की परमिशन लेने आई थी. वहीं टीचर का दावा है कि बच्ची परेशान नहीं दिख रही थी.
पुलिस जांच में क्या सामने आया
मानसरोवर थाना प्रभारी लखन सिंह ने बताया कि पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है. उन्होंने कहा, “हमने स्कूल की पूरी सीसीटीवी फुटेज जब्त कर ली है. बच्ची के स्कूल में आने से लेकर घटना तक का हर दृश्य देखा जा रहा है. अभी तक फुटेज में कुछ संदिग्ध नहीं लगा, लेकिन जांच जारी है.”
हालांकि, पुलिस ने यह भी माना कि खून के धब्बे मिटाए जाने जैसी बात सामने आई है. एफएसएल (फॉरेंसिक टीम) ने मौके से सबूत इकट्ठा किए हैं. अगर यह पाया गया कि जानबूझकर सबूत मिटाए गए तो स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
स्कूल प्रशासन पर सवाल
पुलिस का कहना है कि घटना के बाद स्कूल का कोई जिम्मेदार व्यक्ति (जैसे प्रिंसिपल या वार्डन) मौके पर पुलिस को सही जानकारी देने के लिए उपलब्ध नहीं था. अब सभी को नोटिस जारी किए गए हैं और उनसे पूछताछ की जाएगी.
एक दर्दनाक सबक
9 साल की मासूम बच्ची की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, क्या स्कूल में बच्चों की सुरक्षा सिर्फ दिखावा है? क्या बुलिंग जैसी घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया जाता?
पुलिस का कहना है कि यह संवेदनशील केस है और जांच में समय लगेगा. लेकिन इस घटना से यह जरूर साफ है कि माता-पिता को अपने बच्चों से दोस्त की तरह बात करनी चाहिए ताकि वे अपनी तकलीफें खुलकर बता सकें.
फिलहाल, अमायरा की मौत की गुत्थी अब भी उलझी हुई है. पुलिस और सीबीएसई की टीमें जांच में जुटी हैं और पूरा देश इस बात का इंतजार कर रहा है कि आखिर उस दिन स्कूल में क्या हुआ था.
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