हरिद्वार में है मां मनसा देवी का शक्तिपीठ, यात्रा करने से पहले जान लें ये जरूरी बातें
मान्यता है कि जो भी इस मंदिर में आता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. ऐसे में अगर आप भी मनसा देवी मंदिर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आज हम इस आर्टिकल के जरिए आपको इस मंदिर से जुड़ी सारी जानकारियां देंगे और साथ ही यहां पहुंचने के तरीके, दर्शन की टाइमिंग व यहां आने का बेहतर समय के बारे में बताएंगे.
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उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार के हर की पौड़ी में स्थित देवी मनसा को समर्पित ये एक हिंदू मंदिर है. बता दें, 51 शक्तिपीठों में एक यह मंदिर हिमालय की सबसे दक्षिणी पर्वत श्रृंखला शिवालिक पहाड़ियों के बिलवा पहाड़ के ऊपर स्थित है. मान्यता है कि जो भी इस मंदिर में आता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. यही कारण है कि अपनी मन्नतें लेकर देश के कोने-कोने से भारी संख्या में श्रद्धालु मनसा देवी मंदिर आते हैं. ऐसे में अगर आप भी मनसा देवी मंदिर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आज हम इस आर्टिकल के जरिए आपको इस मंदिर से जुड़ी सारी जानकारियां देंगे और साथ ही यहां पहुंचने के तरीके, दर्शन की टाइमिंग व यहां आने का बेहतर समय के बारे में बताएंगे.
मनसा देवी मंदिर से जुड़ी रोचक बातें
- कहा जाता है कि यह मंदिर उन चार स्थानों में से एक है, जहां समुद्र मंथन के बाद निकले अमृत की कुछ बूंदें गलती से यहां पर गिर गईं थीं. बाद में इस स्थान पर मनसा देवी के मंदिर का निर्माण किया गया था.
- इस मंदिर का निर्माण मणि माजरा के महाराजा गोपाल सिंह ने साल 1811-1815 के बीच कराया था.
- बता दें, इस मंदिर में मां की दो मूर्तियां स्थापित की गई हैं. एक प्रतिमा में उनके तीन मुख और पांच भुजाएं हैं, जबकि दूसरे में आठ भुजाएं हैं. मनसा देवी कमल पर विराजमान हैं और सात सांपों से घिरी हैं.
- पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव की तीन पुत्रियों में से एक का नाम मनसा है. इन्हें देवी पार्वती की सौतेली पुत्री माना गया है. इसलिए मनसा को भगवान शिव की मानस पुत्री कहा जाता है.
- मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु इस मंदिर में आते हैं वह अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए मंदिर परिसर में स्थित पेड़ की शाखाओं में धागा बांधते हैं. लेकिन जब उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है तो उन्हें पेड़ से धागा खोलने के लिए दोबारा इस मंदिर में आना पड़ता है.
मनसा देवी मंदिर के दर्शन के लिए कब जाएं?
ऐसे तो हरिद्वार किसी भी समय जाया जा सकता है, लेकिन मनसा देवी मंदिर के दर्शन के लिए सबसे अच्छा समय मार्च से जून तक माना जाता है. साफ शब्दों में कहें तो ठंड शुरू होने से पहले और बारिश के बाद आप मनसा देवी के दर्शन के लिए जा सकते हैं.
मनसा देवी मंदिर में पूजा का समय
जानकारी के मुताबिक, मनसा देवी का मंदिर सुबह 8 बजे खुलता है और शाम 4 बजे बंद होता है. ऐसे में मंदिर खुलने के बाद सबसे पहले मनसा देवी की आरती होती है, फिर पूरे दिन दर्शन के लिए श्रद्धालु आते हैं. आपको बता दें, मौसम के अनुसार मंदिर खुलने और बंद होने का समय बदलता रहता है.
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कैसे पहुंचे मनसा देवी मंदिर?
आपको बता दें कि मां मनसा देवी मंदिर हवाई, रेल और सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है. ऐसे में आप अपने सुविधानुसार किसी भी माध्यम से यहां पहुंच सकते हैं.
फ्लाइट से- यदि आप फ्लाइट से यात्रा करना चाहते हैं तो देश के प्रमुख शहरों से आप देहरादून स्थित जौलीग्रांट एयरपोर्ट आ सकते हैं. यहां से 45 किमी की दूरी पर हरिद्वार है जहां आप बस या टैक्सी से पहुंच सकते हैं. इसके बाद हर की पौड़ी के लिए ऑटो और रिक्शा दोनों मौजूद है, जिससे आप यहां पहुंचकर फिर रोपवे से मंदिर जा सकते हैं.
ट्रेन से- यदि आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो हरिद्वार स्टेशन पहुंचने के बाद आप सीधे मंदिर जा सकते हैं. बता दें, हरिद्वार स्टेशन से मनसा देवी मंदिर सिर्फ तीन किलोमीटर दूर है. ऐसे में आप रेलवे स्टेशन से रिक्शा, तांगा,ऑटो या टैक्सी से मंदिर पहुंच सकते हैं.
सड़क से- आपको बता दें कि सड़क मार्ग से आप किसी भी शहर से बस, टैक्सी या निजी वाहन से यहां पहुंच सकते हैं.