Bihar Election 2025: गौरा बौराम सीट पर बड़ा उलट फेर, वोटिंग से पहले वीआईपी उम्मीदवार संतोष सहनी ने RJD को दिया समर्थन
Bihar Election 2025: बिहार चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग से पहले गौरा बौराम सीट पर बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ है. वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी ने अपने पार्टी प्रत्याशी संतोष साहनी का नाम वापस ले लिया है और राजद उम्मीदवार अफजल अली खान को समर्थन देने का ऐलान किया है.

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग से पहले एक बड़ी खबर सामने आई है. गौरा बौराम सीट पर पहले चरण में 6 नवंबर को वोटिंग होनी है, लेकिन इससे पहले मुकेश सहनी ने एक बड़ा ऐलान कर दिया है. मुकेश सहनी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर ऐलान कर दिया है कि इस सीट पर वीआईपी उम्मीदवार संतोष सहनी चुनाव नहीं लड़ेंगे. साथ ही उन्होंने इस सीट पर राजद उम्मीदवार अफजल अली खान को समर्थन देने का भी फैसला लिया है.
मुकेश सहनी ने दी बड़ी जानकारी
मुकेश सहनी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस जानकारी को साझा किया. साथ ही उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक पर भी एक पोस्ट कर लिखा कि,
"बिहार में बदलाव की लड़ाई, सामाजिक न्याय की स्थापना और समाज को उसका हक दिलाने की यात्रा आसान नहीं होती. कभी–कभी अपने बड़े लक्ष्य के लिए बड़ी कुर्बानियां देनी पड़ती हैं. वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संतोष सहनी जी ने गौड़ा बौराम और बेहतर बिहार के हित में बड़ा त्याग करने का फैसला लिया है! इसी भावना के साथ हमने राजद प्रत्याशी अफजल अली जी को समर्थन देने का निर्णय लिया है."
उन्होंने आगे लिखा कि, 'यह निर्णय बिहार के बेहतर भविष्य और सामाजिक न्याय के संकल्प का प्रतीक है. हमारा उद्देश्य साफ है बदलाव की यह मशाल जलती रहे और हर वह आवाज मजबूत हो जो समानता, सम्मान और अधिकार की बात करती है. महागठबंधन एकजुट है और बिहार में नया इतिहास लिखने को तैयार है और बिहार में बदलाव होकर रहेगा. जय वीआईपी, जय महागठबंधन, जय बिहार.'
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इस सीट पर शुरू से मचा था बवाल
गौरा बौराम सीट को लेकर शुरू से ही बवाल मचा हुआ था. दरअसल अंतिम समय तक महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फाइनल फॉर्मूला नहीं आने की वजह से कई सीटों पर घटक दल के ही नेता आमने-सामने हो गए थे. इन्हीं सीटों में गौरा बौराम की सीट भी थी.
राजद ने इस सीट से अफजल अली खान को सिंबल दे दिया और उन्होंने नामांकन भी दाखिल कर दिया था. वहीं महागठबंधन में तालमेल बैठने के बाद यह सीट वीआईपी पार्टी के खाते में चली गई थी. वीआईपी पार्टी से मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी ने नामांकन दाखिल किया था.
अफजल खान ने नामांकन नहीं लिया वापस
जब यह सीट वीआईपी के खाते में गई तो राजद ने अफजल खान को नामांकन वापस लेने को कहा. मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी आलाकमान से भी अफजल अली खान के पास फोन गया था, लेकिन वे नहीं मानें और इसी सीट से चुनाव लड़ने की जिद्द पर अड़े रहे.
पार्टी ने बीते कल किया था बाहर
बीते कल यानी 3 नवंबर को राजद ने अफजल अली खान को पार्टी से बाहर निकाल दिया था. पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया था. लेकिन आज लेकिन अचानक बदलते हुए घटनाक्रम में मुकेश साहनी ने घोषणा की है कि उनके भाई संतोष मांझी जो पार्टी टिकट पर गौरा बौराम से चुनाव मैदान में है वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे और उन्होंने अफजल अली खान का समर्थन कर दिया है.
यहां देखें मुकेश सहनी का बयान
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