EPFO पेंशन: 5 लाख निवेश पर केवल ₹7500 मंथली पेंशन, पैसे SIP में लगा लिया तो ₹55 लाख का धांसू फंड

EPFO Pension: राघव यदि आज से पेंशन कंट्रीब्यूशन करते हैं और 33 साल बाद रिटायरमेंट पर उन्हें 7000 की पेंशन मिलती है तो उस वक्त महंगाई दर औसतन 5 फीसदी के हिसाब से इसकी वैल्यू महज 1468 रुपए रह जाएगी.

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तस्वीर-न्यूज तक
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निजी क्षेत्र में काम करने वालों के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी Employees' Provident Fund Organisation बैक बोन माना जाता है. निजी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी EPFO से जुड़े होते हैं. उनकी सैलरी का एक हिस्सा इसमें PF और पेंशन के रूप में जाता है. PF पर 8 फीसदी से ज्यादा सालाना ब्याज मिलता है, जिससे कर्मचारी को रिटायरमेंट पर एक बड़ा और गारंटीड फंड मिल जाता है. 

अब बात कर लेते हैं पेंशन की. आज के समय में यहां मामला एकदम हल्का हो जाता है. पेंशन के नाम पर कर्मचारी से अधिकतम 1250 रुपए मंथली लिए जाते हैं. जरूरत पड़ने पर कर्मचारी अपना PF तो निकाल सकता है पर पेंशन में जमा की गई राशि नहीं. यदि कर्मचारी ने 23 साल की उम्र में नौकरी शुरू की और 57 साल की उम्र तक काम करता रहा तो 58 की उम्र से उसे अधिकतम 7500 रुपए की मंथली पेंशन मिलना शुरू हो जाएगी. ये पेंशन आजीवन मिलेगी. हालांकि बहुत कम लोग 23 की उम्र से नौकरी करना शुरू करते हैं. यदि इसे 25 की उम्र से कैलकुलेट करें तो अधिकतम 7000 महीने की पेंशन बनेगी. 

7000 मंथली की 33 साल बाद क्या होगी कीमत?

राघव की उम्र 25 साल है. उन्होंने निजी कंपनी में नौकरी करनी शुरू की. उन्हें पता चला कि 58 साल की उम्र पर उन्हें 7000 रुपए मंथली मिलेंगे. आज के समय में 7000 रुपए में कोई जितना सामान खरीद पाएगा उसे 33 साल बाद 33,400 रुपए खर्च करने पड़ेंगे. यानी आज का 7000 उस वक्त 1468 रुपए के बराबर होगा. अब सोचिए कि 1468 रुपए की पेंशन का कोई क्या करेगा? 

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SIP पर मिलेंगे 70 लाख 

यदि 1250 रुपए को हर महीने SIP में डालने पर 33 साल बाद 55 लाख के करीब पैसा बन रहा है. यदि इन 55 लाख को राघव FD में डाल देते हैं मंथली 7 फीसदी का रिटर्न मिलता है तो 58 की उम्र में उन्हें 33,000 रुपए महीने के मिलेंगे. वे चाहें तो इसे 30 लाख तक SCSS में निवेश कर और ज्यादा रिटर्न ले सकते हैं. 

ऐसा हो सकता है? 

दरअसल EPFO में पेंशन कंट्रीब्यूशन मेंडेटरी है. ये पैसे आप निकाल भी नहीं सकते हैं. मार्च 2025 के आंकड़ों के अनुसार  हर दूसरे पेंशनभोगी को 1,500 रुपये प्रति माह से कम पेंशन मिलती है. 31 मार्च, 2025 तक इस योजना के तहत कुल 81,48,490 पेंशनभोगियों में से केवल 53,541 यानी 0.65 प्रतिशत को ही 6,000 रुपये से अधिक मासिक पेंशन मिलती है. यहां समझें EPFO के पेंशन की हर एक डिटेल

न्यूनतम मासिक पेंशन बढ़ाने की मांग 

चूंकि अब न्यूनतम मासिक पेंशन बढ़ाने की मांग हो रहा है. इसे 9,000 रुपये करने की मांग उठने लगी है. वहीं पेंशन कैलकुलेशन के लिए अधिकम बेसक+डीए को 15000 से बढ़ाने की भी मांग हो रही जिससे पेंशन कंट्रीब्यूशन बढ़ेगा ताकि बुढ़ापे में पेंशन इतना मिल सके जिससे उस महंगाई के दौरान में थोड़ी बहुत तो परचेजिंग पावर रहे. 

इससे अच्छी तो अटल पेंशन योजना 

अटल पेंशन योजना में 25 की उम्र में प्रति माह महज 376 रुपए ही मिलते हैं. जबकि 60 की उम्र से आजीवन 5 हजार रुपए महीने फिक्स्ड पेंशन मिलती है. ये पेंशन बाद में नॉमिनी को ट्रांसफर भी होती है. हालांकि APY में भी पेंशन बढ़ाने की मांग उठने लगी है. यहां पढ़ें इसकी पूरी डिटेल...

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