Personal Finance: होम लोन वालों को मिल सकती है खुशखबरी, RBI दे सकता है दिवाली पर बड़ा गिफ्ट
RBI rate cut: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) रेपो रेट कट करके होम लोन लेने वालों के लिए सौगात दे सकता है. हालांकि FD से इंट्रेस्ट अर्न करने वालों को झटका लग सकता है.
ADVERTISEMENT

होम लोन की EMI में कमी का बड़ा गिफ्ट फेस्टिव सीजन यानी दिवाली पर लोगों को मिल सकता है. दरअसल, इस साल रेपो रेट में 3 बार कमी होने के बाद अगस्त में इसे स्थिर रखा गया था. लेकिन माना जा रहा है कि ये कदम बड़ी खुशखबरी देने से पहले लिया गया एक छोटा सा ब्रेक है.
दरअसल, मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अक्तूबर और दिसंबर में RBI रेपो रेट में 25-25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती कर सकता है. इधर अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने भी ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट यानी 0.25 फीसदी की कटौती की घोषणा कर दी है. 2024 के बाद ये पहली बार कटौती की गई है. इससे वहां ब्याज दरें 4.50 से घटकर 4.25 हो गई हैं. माना जा रहा है कि इसका असर भारत समेत दुनिया भर के बाजारों पर पड़ेगा.
फेड रिजर्व के रेट कट का असर सोने के भाव पर भी पड़ेगा...जानें पूरी डिटेल
यह भी पढ़ें...
फेड रिजर्व की कटौती के बाद RBI भी ले सकता है निर्णय
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि फेड की कटौती के बाद RBI भी ब्याज दरों में कटौती का फैसला कर सकता है. यानी दिवाली से पहले घर खरीदने वालों को सस्ती EMI का फायदा मिल सकता है.
क्या है रेपो रेट?
रेपो रेट, यानी वो दर जिस पर बैंक RBI से पैसा उधार लेते हैं. अगर पैसा लेना सस्ता होगा तो लोन भी ऑटोमैटिकली सस्ता हो जाएगा.
एक्सपर्ट्स की मानें तो अब लोन लेने वालों के अलावा पूरे आर्थिक सिस्टम को इसका फायदा मिलने जा रहा है. इससे जॉब मार्केट से लेकर महंगाई और बचत ब्याज दरों तक सब पर इसका सीधा असर होगा.
इस साल की बात करें तो
- फरवरी 2025 में रेपो रेट को घटाकर सवा 6 परसेंट किया गया.
- अप्रैल में 6 फीसदी किया गया.
- जून में आधा फीसदी की भारी कटौती के बाद साढ़े 5 परसेंट कर दिया गया था.
- यानी इस साल रेपो रेट को 1 फीसदी कम किया गया जिसने कई सेक्टर्स को फायदा मिला है.
हालांकि अभी तक रेपो रेट में कमी का पूरा फायदा तो ग्राहकों तक नहीं पहुंचा है, लेकिन मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के मुताबिक इससे होम लोन की EMI 2 से 4 हजार रुपये तक घट सकती है. इस कटौती का पूरा फायदा अगले साल मार्च तक ग्राहकों को मिलने का अनुमान है.
ऐसे में अगली तिमाही में रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स की संभावित कटौती ग्राहकों के लिए बड़ी राहत की वजह बन सकती है. मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि 2025-26 में CPI यानी महंगाई दर 2.4 फीसदी रह सकती है. जो RBI के 4 फीसदी के टारगेट से काफी नीचे रहेगी. इससे RBI को रेपो रेट में 2025 के बाकी हिस्से में दो और बार कटौती करने का मौका मिल सकता है.
कहां फायदा कहां घाटा?
- खाने-पीने की चीजों के दाम कम होने और अगले हफ्ते से लागू होने वाले GST कट से महंगाई घटेगी.
- रेपो रेट 5 परसेंट तक पहुंच सकती है जिससे बैंक मार्केट में और सस्ती लिक्विडिटी लेकर आएंगे.
- जॉब मार्केट, क्रेडिट ग्रोथ और ऑटो-बजट सेक्टर तक इसका पॉजिटिव असर जाने का अनुमान है.
सेविंग्स वालों को दिखेगा निगेटिव असर
यदि आपने बैंक में FD की है और उसके ब्याज से आपका घर चलता है तो आपको झटका लग सकता है. रेपो रेट की कटौती का असर ऐसे निवेशों के रिटर्न पर पड़ा सकता है. रेपो रेट में कटौती पर बैंक यदि सस्ते दर पर लोन देता है तो बैंक में निवेश किए गए पैसे के ब्याज दरों में भी कटौती होती है. इसकी पूरी डिटेल यहां जानें
यह भी पढ़ें:
EPFO: नौकरी छूट जाने के बाद भी PF के पैसे पर मिलता है ब्याज, जानें क्या है नियम?