कौन हैं शंकरन नायर, जिन्हें मोदी बता चुके हैं ब्रांड एंबेसडर? क्या है जलियांवाला बाग से खास कनेक्शन

News Tak Desk

C Sankaran Nair Story: अक्षय कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद संदेश भेजा, जिसमें स्वतंत्रता सेनानी सी. शंकरन नायर (C Sankaran Nair) की विरासत को याद करने के लिए आभार व्यक्त किया. अक्षय अपनी फिल्म 'केसरी 2' में नायर का किरदार निभा रहे हैं, जो युवा पीढ़ी को स्वतंत्रता संग्राम के नायक से अवगत कराएगा.

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बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक धन्यवाद संदेश भेजा. यह संदेश उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर दिया, जिसमें उन्होंने मोदी जी का आभार व्यक्त किया और खास तौर पर स्वतंत्रता सेनानी सी. शंकरन नायर (C Sankaran Nair) को याद करने के लिए उन्हें धन्यवाद कहा.

अक्षय कुमार, जो अपनी आने वाली फिल्म 'केसरी 2' (Kesari Chapter 2) में नायर का किरदार निभा रहे हैं, ने यह भी कहा कि इस पहल से युवा पीढ़ी को उन महान स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जागरूक किया जा रहा है, जिनकी वजह से हम आज़ादी की खुशियां मना रहे हैं. इस संदेश के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने भी शंकरन नायर के योगदान को याद किया और उन्हें "एक भारत श्रेष्ठ भारत" का प्रतीक बताया.

क्यों कहा भारत श्रेष्ठ भारत का एंबेसडर ?

प्रधानमंत्री मोदी ने हिसार में आयोजित एक कार्यक्रम में सी. शंकरन नायर की भूमिका को याद किया. उन्होंने जालियांवाला बाग हत्याकांड की 106वीं जयंती पर सी. शंकरन के योगदान को सराहा. मोदी जी ने कहा कि शंकरन नायर ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और जालियांवाला बाग हत्याकांड में पंजाब के लोगों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ी. मोदी जी ने शंकरन नायर को "एक भारत श्रेष्ठ भारत" का आदर्श बताया और उनकी विरासत को सम्मानित किया.

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कौन हैं  सी. शंकरन नायर?

सी. शंकरन नायर का जन्म 1857 में केरल के पल्लकड़ जिले में हुआ था. वे एक प्रसिद्ध वकील, समाज सुधारक और राजनीतिक नेता थे. उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़कर संवैधानिक सुधारों की वकालत की और 1897 में कांग्रेस के अध्यक्ष बने. वे शिक्षा मंत्री के रूप में भी कार्यरत रहे और समाज के निचले तबके के लोगों के लिए संघर्ष किया.

नायर का जालियांवाला बाग कनेक्शन

1919 में जब जालियांवाला बाग कांड हुआ, तो शंकरन नायर ने सरकार से इस्तीफा दे दिया और 'गांधी एंड एनार्की' नामक पुस्तक लिखी. इस पुस्तक में उन्होंने पंजाब के अत्याचारों के लिए लेफ्टिनेंट गवर्नर सर माइकल ओ'डायर को दोषी ठहराया. इस कारण ओ'डायर ने नायर के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया, लेकिन नायर ने ब्रिटिश अदालत में अपना पक्ष रखा, जिससे ब्रिटिश साम्राज्य के अत्याचारों का पर्दाफाश हुआ.

शशि थरूर ने भी की तारीफ

तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने भी सी. शंकरन नायर की तारीफ करते हुए उन्हें "निडर देशभक्त" कहा. शशि थरूर का यह ट्वीट कांग्रेस और भाजपा के बीच विवाद का कारण बना. भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए नायर की उपेक्षा की बात की, जबकि शशि थरूर ने नायर की विरासत को सराहा.

जालियांवाला बाग कांड और जनरल डायर

1919 में जालियांवाला बाग में जनरल डायर के आदेश पर निहत्थे लोगों पर गोलियां चलायी गयीं. इस घटना में सैकड़ों लोग मारे गए, और इसने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को और तेज कर दिया. जनरल डायर को ब्रिटिश सरकार का संरक्षण मिला, लेकिन उधम सिंह ने उसकी हत्या करके पीड़ितों को न्याय दिलाया.

इंग्लैंड ने मांगी जालियांवाला बाग कांड की माफी

2019 में जालियांवाला बाग कांड की 100वीं जयंती पर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने इस घटना को शर्मनाक और काला धब्बा बताया. हालांकि, ब्रिटेन ने औपचारिक माफी नहीं मांगी, लेकिन इसे अपनी काले कारनामे के रूप में स्वीकार किया. यह भारत की कूटनीतिक जीत मानी जाती है.

इनपुट: रोहन रावत (इंटर्न)

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