छिंदवाड़ा को जीतने BJP ने रचा चक्रव्यूह, कट्टर हिंदूवादी नेता को दी कमलनाथ का गढ़ ढहाने की कमान
बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गया है. बुधवार को बीजेपी ने देश की उन लोकसभा सीटों पर अपने चुनाव प्रभारी तैनात किए, जिनको वो कमजोर मानकर चलती है या जिन पर वह लगातार चुनाव हारती आई है.
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Lok Sabha Election 2024: बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गया है. बुधवार को बीजेपी ने देश की उन लोकसभा सीटों पर अपने चुनाव प्रभारी तैनात किए, जिनको वो कमजोर मानकर चलती है या जिन पर वह लगातार चुनाव हारती आई है. देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही मध्यप्रदेश में भी एक ऐसी लोकसभा सीट है, जिसे जीतने का ख्वाब बीजेपी सालों से देख रही है. वह सीट है छिंदवाड़ा लोकसभा सीट.
कमलनाथ इस सीट पर लंबे समय से लोकसभा चुनाव जीतते रहे हैं. लेकिन उनके मध्यप्रदेश की राजनीति में सक्रिय हो जाने और कांग्रेस की जिम्मेदारी प्रदेश में उठाने के बाद से उन्होंने इस सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव में अपने बेटे नकुलनाथ को खड़ा किया था. नरेंद्र मोदी की तूफानी लहर के बावजूद कांग्रेस ने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट जीत ली थी. हालांकि मध्यप्रदेश की 29 में से 28 सीटें कांग्रेस हार गई थी, सिर्फ छिंदवाड़ा सीट को बचा पाने में कांग्रेस सफल रही थी.
अब इसी छिंदवाड़ा सीट को हासिल करने के लिए बीजेपी ने एक बड़ा चक्रव्यूह रचा है. बीजेपी ने सबसे पहले तो छिंदवाड़ा लोकसभा सीट जिताने की जिम्मेदारी जिस बड़े नेता को दी है, उनका नाम है गिरिराज सिंह. बिहार से आने वाले और कट्टर हिंदूवादी नेता हैं गिरिराज सिंह. वर्तमान में बिहार के बेगूसराह सीट से सांसद हैं और केंद्र में मंत्री हैं. विधानसभा चुनाव के दौरान भी बीजेपी ने गिरिराज सिंह को लगातार छिंदवाड़ा भेजा था. वे यहां एक सप्ताह तक रुके भी थे और चुनाव कमान की जिम्मेदारी संभाली थी. हालांकि छिंदवाड़ा की एक भी विधानसभा सीट बीजेपी नहीं जीत सकी है. लेकिन गिरिराज सिंह पर बीजेपी ने फिर से भरोसा जताया है और उनको छिंदवाड़ा लोकसभा सीट को जिताने की जिम्मेदारी दी गई है.
इस लोकसभा चुनाव में अधिक सीटों पर बीजेपी उतारेगी प्रत्याशी
इस बार बीजेपी पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ सकती है क्योंकि पिछली बार की तुलना में इस बार उसके सहयोगी दलों की संख्या कम हो गई है. 2019 में बीजेपी का पंजाब में शिरोमणि अकाली दल, बिहार में जेडीयू, महाराष्ट्र में शिवसेना, तमिलनाडु में एआईएडीएमके और राजस्थान में हनुमान बैनीवाल की पार्टी आरएलपी के साथ तालमेल था. लेकिन अब इन सभी पार्टियों से बीजेपी का गठबंधन समाप्त हो चुका है.
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बीजेपी ने पंजाब की 13 में से तीन, महाराष्ट्र की 48 में से 25 और बिहार की 40 में से 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था. वहीं तमिलनाडु में एआईएडीएमके ने बीजेपी को पांच सीटें दी थीं. इस बार इन राज्यों में बीजेपी अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी. लोक सभा चुनाव की अचार संहिता लगने से पहलें बीजेपी अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान जनवरी के अंतिम सप्ताह में फ़रवरी के पहलें में करेगी.
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