कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया का विवादित बयान, PM नरेंद्र मोदी को तानाशाह सद्दाम हुसैन जैसा बताया
MP Congress: मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने गुरुवार को एक विवादित बयान दे दिया. यह बयान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिया. उन्होंने पीएम मोदी की तुलना इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन से कर दी और उनको हिटलरशाही चलाने वाला बता दिया. कांतिलाल भूरिया कांग्रेस के बड़े […]

MP Congress: मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने गुरुवार को एक विवादित बयान दे दिया. यह बयान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिया. उन्होंने पीएम मोदी की तुलना इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन से कर दी और उनको हिटलरशाही चलाने वाला बता दिया. कांतिलाल भूरिया कांग्रेस के बड़े आदिवासी नेता हैं और वे भोपाल में पीसीसी कार्यालय में आदिवासी समाज के कार्यक्रम में ही बोल रहे थे.
कांतिलाल भूरिया ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस देश में लोकतंत्र है और लोकतंत्र में किसी का दबाव नहीं चलता है. बीजेपी इस देश में लोकतंत्र को खत्म करने में लगी हुई है. बीजेपी का बस चले तो वे नरेंद्र मोदी को एक दिन इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन जैसा बना देंगे और देश में हिटलरशाही चलेगी.
भूरिया ने कहा कि आप ही बताईए कि इस देश के प्रधानमंत्री का नाम सभी ने सुना है, लेकिन इस देश के मंत्रियों के नाम किसी ने सुने है क्या. नरेंद्र मोदी सिर्फ खुद को चमकाते हैं और मंत्रियों को आगे नहीं आने देते हैं. मोदी की दाढ़ी बढ़ती है तो देश में महंगाई बढ़ जाती है और दाढ़ी कटती है तो महंगाई संतुलित होती है. मोदी के राज में माफियाओं को लूटने की खूली छूट दी गई है. इसलिए मोदी मॉडल से डरने की जरूरत नहीं है.
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कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बोले भूरिया, पीड़ितों की मदद के लिए उतर जाएं सड़कों पर
कांतिलाल भूरिया ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि यदि किसी महिला पर या आदिवासी समाज के व्यक्ति पर अत्याचार हो रहा है तो कांग्रेस का झंडा लेकर सड़कों पर उतर जाएं. कलेक्ट्रेट का घेराव करें. उनकी मांगों और परेशानियों के लिए कांग्रेस संघर्ष करेगी. कांतिलाल भूरिया बोले कि रतलाम में उन्होंने पीड़ितों की मदद के लिए 20 हजार लोगों की मदद से कलेक्ट्रेट का घेराव करा दिया था तो उनको सुनने के लिए मजबूर होना पड़ा. ऐसे ही हर जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता को संघर्ष करना पड़ेगा.
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