अनोखी शादी वायरल! भारत के इस राज्य में दुल्हन नहीं दूल्हे की हो रही है विदाई, जानें क्या है पूरा मामला?

Kinnaur Viral Wedding: हिमाचल के किन्नौर जिले का एक अनोखा वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें दुल्हन नहीं बल्कि दूल्हे की विदाई होती नजर आती है. कहा जा रहा है कि ये अनोखी परंपरा यहां स्थानीय लोगों के बीच दाम-दुम के नाम से जानी जाती है. इस रीति-रिवाज में शादी के बाद दूल्हा दुल्हन के घर रहता है और परिवार की जिम्मेदारियां भी वही संभालता है.

Why are grooms being bid farewell in this state?
इस राज्य में क्यों हो रही है दुल्हों की विदाई?
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Himachal Viral Wedding Video: अगर आप इंस्टाग्राम इस्तेमाल करते हैं तो शादी से जुड़ी रील्स आपकी फीड में इन दिनों खूब आ रही होगी. इसमें कहीं दूल्हा-दुल्हन की जयमाला, प्री वेडिंग शूट और कहीं दुल्हन की भावुक करने वाली विदाई की वीडियोज शामिल हैं. लेकिन इस बीच हिमाचल की एक अनोखी शादी का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसकी इंटरनेट पर खूब चर्चा हो रही है. इस पर लोगों के अलग अलग रिएक्शंस आ रहे हैं.

दरअसल, अब तक आपने मयके से दुल्हन की विदाई होते हुए ही देखा होगा. लेकिन हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमें दुल्हन की नहीं दूल्हे की विदाई हो रही है. कहा जा रहा है कि यहां कि एक खास लोक रीति-रिवाज का हिस्सा है. ऐसे में चलिए इस खबर में जानते हैं इस खास परंपरा का नाम और कैसे ये अन्य रीति-रिवाजों से अलग है.

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दाम-दुम परंपरा क्या है?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये परंपरा हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में फॉलो की जाती है. इसमें भी कुछ खास ही समुदाय हैं जो इस परंपरा को मानते हैं. इस परंपरा के तहत दुल्हा-दुल्हन की शादी के बाद दुल्हन अपने ससुराल नहीं जाती बल्कि अपने मायके में ही रहती है. वहीं, दूल्हा भी अपने माता-पिता के घर न जाकर दुल्हन के घर ही रहता है. इस परंपरा हो यहां दाम-दुम कहा जाता है. इसी के तहत दामाद को लोकल भाषा में दाम-दुम बुलाया जाता है. 

दूल्हा क्यों रहा जाता है दुल्हन के घर?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किन्नौर जिले के कई इलाकों में मातृसत्तात्मक प्रभाव भी माना जाता है. दूल्हा को इन इलाकों में घर का वारिस कहा जाता है. दूल्हा यहां खेतों का काम संभालता है. उसे यहां घर चलाने के सभी अधिकार भी मिलते हैं. ये कहा जाता है कि यहां लाेगों के पास सीमित जमीन होती है और परिवार में बेटियों की संख्या अधिक होती है. यही वजह है कि बेटी को अपने घर संभालने के लिए दामाद को साथ लाया जाता है.

क्या है मातृसत्तात्मक प्रभाव?

मातृसत्तात्मक प्रभाव एक ऐसी व्यवस्था है जिसके तहत सत्ता, नेतृत्व, नैतिक अधिकार और संपत्ति पर महिलाओं, खासकर माताओं का प्राथमिक नियंत्रण होता है. इसमें वंश और उत्तराधिकार मां से बेटी की तरफ चलता है.

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