CM मोहन यादव अचानक फिर पहुंचे दिल्ली, क्या विभागों के बंटवारे की दूर होगी अड़चन?
CM Mohan Yadav Cabinet: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को फिर अचानक दिल्ली पहुंच गए हैं. सीएम मोहन यादव आज यानि शुक्रवार को दिल्ली में रहेंगे. मोहन यादव दिल्ली में हाईकमान के साथ बैठक करेंगे और मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब विभागों के आवंटन पर चर्चा कर आ रही अड़चन को दूर करेंगे.
ADVERTISEMENT
CM Mohan Yadav Cabinet: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को फिर अचानक दिल्ली पहुंच गए हैं. सीएम आज यानि शुक्रवार को दिल्ली में रहेंगे. मोहन यादव दिल्ली में हाईकमान के साथ बैठक करेंगे और मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब विभागों के आवंटन पर चर्चा कर आ रही अड़चन को दूर करेंगे. दरअसल, नवनियुक्त मंत्रियों को चार-पांच दिन बाद भी विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया है. इसकी मंजूरी लेने के लिए सीएम मोहन यादव गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित शीर्ष नेताओं से मुलाकात करने की संभावना है.
नव नियुक्त मंत्रियों के बंटवारे की तमाम चर्चाओं के बीच एक बार फिर सीएम डॉ मोहन यादव (Mohan Yadav) देश की राजधानी दिल्ली का रुख किया है. गुरुवार को वह बस हादसे के बाद गुना पहुंचे थे और गुना कलेक्टर और एसपी पर कार्रवाई कर उन्हें हटा दिया था. बता दें कि इस हादसे में 13 लोग जिंदा जल गए और 13 ही लोग लापता हो गए हैं.
पहले कैबिनेट और बंटवारे को लेकर दिल्ली रवाना
पहले मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सीएम मोहन यादव का लगातार दिल्ली आना-जाना हो रहा था. अब वह मंत्रियों के विभागों के बंटवारे को लेकर दिल्ली पहुंचे हैं. बीजेपी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि डॉक्टर मोहन यादव को गुरुवार को ही दिल्ली बुला लिया गया था. वह दिल्ली में हाईकमान के साथ बैठक में हिस्सा लेना है. बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद आज वह मंत्रियों के बंटवारें को लेकर आलाकमान से अंतिम चर्चा करेंगे और इसके बाद मंजूरी मिल जाएगी.
ये भी पढ़ें: मोहन मंत्रिमंडल में विभाग बंटवारे से पहले लीक हो गई सूची, जानिए कौन बन रहा गृहमंत्री?
विभागों के बंटवारें में क्या है अड़चन
बता दें कि कैबिनेट के विस्तार के बाद अब सीएम मोहन यादव के सामने सबसे बड़ा चैलेंज विभागों का बंटवारा है क्योंकि दिग्गजों को मंत्री बनाने के बाद उन्हें कौन सा विभाग देना है, जिससे दिल्ली से आने के बाद उनका अच्छे से एडजस्टमेंट हो सके और किसी तरह का विरोध न हो. इसमें सबसे बड़े नाम कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह, प्रहलाद पटेल और राव उदय प्रताप का शामिल है. बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय ने राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्हें मोहन कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है.
ये भी पढ़ें: मोहन कैबिनेट में विभाग बंटवारे पर कहां फंसा है पेंच, किसे मिलेगा गृह, कौन बनेगा वित्त मंत्री?
ADVERTISEMENT