MP Politics: क्या होगा गुना से पूर्व सांसद के पी यादव का राजनीतिक भविष्य? क्यों होने लगी चर्चाएं, जानें

एमपी तक

MP News: मध्य प्रदेश में की सियासत में केपी यादव का नाम लोकसभा चुनाव के वक्त काफी सुर्खियों में रहा था. अब एक बार फिर के पी यादव के राजनीतिक भविष्य को लेकर चर्चाएं तेज हो चली हैं.

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पूर्व सांसद केपी यादव और सीएम मोहन यादव
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गुना से पूर्व सांसद के पी यादव का क्या होगा राजनीतिक भविष्य?

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लोकसभा चुनाव के बाद क्यों होने लगी चर्चा?

MP News: मध्य प्रदेश में की सियासत में केपी यादव का नाम लोकसभा चुनाव के वक्त काफी सुर्खियों में रहा था. वह इसलिए क्योंकि गुना लोकसभा सीट से उनकी जगह ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनावी मैदान में उतारा गया था. जिसका फायदा भी पार्टी को मिला है. इस सीट पर सिंधिया ने एकतरफा जीत दर्ज की है. उस वक्त गृहमंत्री अमित शाह ने के पी यादव के सुरक्षित भविष्य की बात कही थी. लेकिन इस बीच केपी यादव के सुरक्षित भविष्य को लेकर सवाल उठने शुरू हो चुके हैं. कि पार्टी आखिर उनके लिए क्या प्लान किए हुए है.

जानकारी के मुताबिक के पी यादव के लिए पार्टी राज्यसभा वाला रास्ता अख्तियार कर सकती है. इसके साथ ही पार्टी के पी यादव को संगठन में कोई दायित्व दे सकती है. सियासी जानकारों की माने तो के पी यादव का भविष्य पार्टी ने सुरक्षित कर रखा है.  सूत्र बताते हैं कि केपी यादव को लेकर पार्टी ने निसंदेह सोचा है. वो जिम्मेदारी किस तौर पर होगी? वो जिम्मेदारी दिल्ली बुलाकर दी जाएगी? या मध्य प्रदेश में रखते हुए ही कुछ उनको महत्त्वपूर्ण दायित्व सौंपा जाएगा? 

दिल्ली जाएंगे या मध्य प्रदेश में ही रहेंगे यादव?

कुछ लोगों का कहना यह भी रहता है कि केपी यादव को लेकर अगर आला कमान देरी कर रहा है. तो इसकी वजह क्या है? कुछ यह भी मानते हैं कि केपी यादव को उनके सब्र का फल मिलेगा. लेकिन, हां सियासत में सवाल उठते ही हैं और सवाल के बाद समीकरण बनते हैं. गणित लगते हैं तो उसी गणित में बड़ा सवाल यही है कि केपी यादव दिल्ली जाएंगे या मध्य प्रदेश में रहेंगे. हालांकि राज्यसभा की जो सीट सिंधिया के गुना से चुने जाने के बाद खाली हुई है. उसको लेकर के पी यादव सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं. 

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राज्यसभा जाएंगे केपी?

ऐसा कहा जा रहा है कि पार्टी उन्हें राज्यसभा के जरिए ही दिल्ली बुलाएगी. जैसा की उनके साथ और गुना की जनता के साथ गृहमंत्री अमित शाह ने वादा किया था. अब देखना होगा कि ये वादा कब तक पार्टी की तरफ से पूरा होता है. हाल फिलहाल की बात करें तो के पी यादव खासे सक्रिय बने हुए हैं. फिर चाहे भोपाल की बात या दिल्ली की वे हर जगह अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं.

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