विकास यात्रा के ‘रथ’ पर सवार BJP क्या पहुंचेगी 200 पार, शिवराज के सिर सजेगा फिर से ताज? जानें
MP POLITICAL NEWS: भारतीय जनता पार्टी ने 5 फरवरी से विकास यात्रा शुरू की है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यात्रा का शुभारंभ चंबल संभाग के प्रमुख जिले भिंड से किया है. 5 फरवरी से 20 फरवरी तक विकास यात्रा मध्य प्रदेश के हर संभाग, हर जिले और गांव देहात तक पहुंचाई जाएगी. लेकिन क्या […]
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MP POLITICAL NEWS: भारतीय जनता पार्टी ने 5 फरवरी से विकास यात्रा शुरू की है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यात्रा का शुभारंभ चंबल संभाग के प्रमुख जिले भिंड से किया है. 5 फरवरी से 20 फरवरी तक विकास यात्रा मध्य प्रदेश के हर संभाग, हर जिले और गांव देहात तक पहुंचाई जाएगी. लेकिन क्या सच में बीजेपी इस विकास यात्रा के ‘रथ’ पर सवार होकर मध्यप्रदेश की सत्ता के ‘शिखर’ पर पहुंच पाएगी? क्या बीजेपी के 200 पार के सपने इस यात्रा से पूरे होंगे? या कांग्रेस के राजनीतिक दांव-पेंच इस विकास यात्रा को ‘पंचर’ कर पाने में कामयाब होंगे? इन तमाम सवालों की खोजबीन की MP TAK ने. पढ़िए, पूरा विश्लेषण.
2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सबसे बड़ा नुकसान ग्वालियर-चंबल संभाग से हुआ था,जहां पर मौजूद 34 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को सिर्फ 8 सीटें ही नसीब हुई थीं और शेष 26 सीटों पर कांग्रेस को विजय मिली थी. यहीं वो फैक्टर था, जिसकी वजह से कांग्रेस की कमलनाथ सरकार मध्यप्रदेश की सत्ता में वापसी कर सकी थी. हालांकि बाद में सिंधिया गुट के इसी क्षेत्र के विधायकों की मदद से बीजेपी ने कांग्रेस की सरकार को गिराकर अपनी सरकार बनाने में सफलता पाई थी.
इसी कारण बीजेपी ने अपनी महत्वाकांक्षी ‘विकास यात्रा’ की शुरूआत चंबल अंचल के सबसे प्रमुख जिले भिंड से की, जिससे मतदाताओं तक बीजेपी अपना संदेश पहुंचा सके. इस विकास यात्रा में बीजेपी का सबसे अधिक फोकस एससी और एसटी वोटरो पर है. क्योंकि 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल इलाकों में सिर्फ 16 सीटें मिली थीं, जबकि 2013 में 31 सीटें जीती थीं. 2018 में बीजेपी ने एससी के लिए आरक्षित 35 सीटों में से सिर्फ 17 सीटें जीती थीं, जबकि 2013 में 28 सीटें जीती थीं. ये वो गणित है, जिसके कारण बीजेपी 2018 के विधानसभा चुनाव में सत्ता से बेदखल हो गई थी. इसी कारण बीजेपी ने इस बार 200 पार के सपने को पूरा करने ‘विकास यात्रा’ निकालने की ठानी और ये विकास यात्रा सबसे अधिक एससी-एसटी बाहुल्य इलाकों में निकाली जा रही है, जिसकी बड़ी संख्या ग्वालियर-चंबल संभाग में है.
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सीएम शिवराज सिंह चौहान इस विकास यात्रा को लेकर बहुत ‘आशान्वित’ हैं और इसके जरिए वे दोबारा से सीएम बनने की कोशिशें में लगे हुए हैं.
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लेकिन विकास यात्रा के शुरू होते ही झेलना पड़ा विरोध
विकास यात्रा को शुरू हुए अभी सिर्फ दो दिन ही हुए हैं और इन दो दिनों में विकास यात्रा के दौरान बीजेपी के विधायकों, मंत्रियों और संगठन के कार्यकर्ताओं को कुछ जगहों पर विरोध भी झेलना पड़ा है. राजधानी भोपाल की बाग मुगालिया कॉलोनी में लोग खराब सड़कों के विरोध में कव्वाली गाने को मजबूर हुए तो रायसेन में स्वास्थ्य मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी को ही ग्रामीणों ने कार से उतारकर गंदी नाली, टूटी सड़कें और सफाई को लेकर खरी-खोटी सुनाई. पन्ना में बीजेपी विधायक प्रहलाद लोधी के तबियत बिगड़ने और ऑक्सीजन के लिए तड़पने के वीडियो वायरल हैं तो वहीं देवास में भी विधायक के विरोध में किसान विरोध प्रदर्शन करते नजर आए. अन्य जिलों में भी बीजेपी नेताओं को इसी तरह के विरोध भी झेलना पड़ रहे हैं.
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ऐसे में कांग्रेस को विकास यात्रा के बहाने बीजेपी पर निशाना साधने के मौके मिल गए हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने पन्ना में विधायक को ऑक्सीजन के लिए तड़पने के मामले में मध्यप्रदेश में खराब हेल्थ सिस्टम पर सवाल खड़े किए हैं. तो वहीं नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह भी अब कह रहे हैं कि ‘बीजेपी की यह विकास यात्रा इनके लिए विनाश यात्रा साबित होने वाली है’.
पर मंत्री-विधायकों का कई जगह स्वागत भी हो रहा
भोपाल में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का लोगों ने विकास यात्रा के दौरान तिलक लगाकर और माला पहनाकर स्वागत किया तो जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, सतना, सीधी आदि कई अन्य जिलों में भी बीजेपी के नेताओं को फूल-माला पहनाकर लोगों द्वारा स्वागत किया जा रहा है. विकास यात्रा पर कई जगह फूलों की बौछार करते लोग भी दिखे. यानी विकास यात्रा को लेकर बीजेपी का समर्थन भी बड़े पैमाने पर करते हुए लोग नजर आ रहे हैं. भिंड में विकास यात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग राजीव गांधी स्टेडियम में एकत्रित हुए थे. बीजेपी ने इसे विकास यात्रा की शुभ शुरूआत करार दिया था. इस दौरान बीजेपी ने 350 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकर्पण भी किया था और कई हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिया.
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क्या हैं बीजेपी नेताओं के दावे?
भिंड से सांसद और मध्य प्रदेश भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति में उपाध्यक्ष संध्या राय स्वीकार करती है ‘विकास यात्रा के जरिए हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ देने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी और उसकी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाना हमारा मकसद है और इसके साथ ही इस विकास यात्रा के जरिए भारतीय जनता पार्टी अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने की कोशिश भी करेगी’. संध्या राय बताती हैं कि ‘ 2018 के विधानसभा चुनावों में ग्वालियर चंबल संभाग में भले ही भारतीय जनता पार्टी की सीटें कम आई थीं लेकिन वोट प्रतिशत घटा नहीं था और इस बार वोट प्रतिशत इस विकास यात्रा के जरिए और भी अधिक बढ़ जाएगा. हमें पूरी उम्मीद है, हमारे नेता शिवराज सिंह चौहान फिर से सीएम बनेंगे. ‘.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और मंदसौर से विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया बड़े दावे के साथ कहते हैं कि ‘इस विकास यात्रा के जरिए भारतीय जनता पार्टी पहले से और अधिक मजबूत होगी और हम स्पष्ट कहना चाहते हैं, विकास यात्रा का मकसद सिर्फ चुनावी नहीं है. जो काम हमारी बीजेपी सरकार ने किए हैं, हम उसका हिसाब जनता को देंगे और जिस पार्टी ने विकास किया होता है, उसी में दम होती है कि वह अपना काम लेकर लोगों के बीच जाए’. यशपाल सिसोदिया बताते हैं ‘2018 के विधानसभा चुनाव में मंदसौर के किसानों पर हुए गोलीकांड के बाद भले ही बीजेपी को नुकसान हुआ था लेकिन इसके बावजूद हमने उस समय किसानों के बीच जाकर विकास यात्रा निकाली थी. उस समय किसानों को भ्रमित किया गया था, लेकिन आज माहौल बदल चुका है. शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी की जीत निश्चित है.’
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भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी बताते हैं ‘निश्चित रूप से जब हम जनता के बीच किए गए कामों को लेकर जा रहे हैं तो उससे आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को लाभ भी मिलेगा. गांव गांव में शिविर लगाकर हितग्राही योजनाओं का लाभ लेने से जो वंचित रह गए हैं, हम उनको जोड़ने का काम कर रहे हैं. इसलिए ये विकास यात्रा सिर्फ चुनावी नहीं है, बल्कि इससे बहुत सारे वंचित वर्ग के लोगों को लाभ भी मिल रहे हैं’.
लेकिन कांग्रेस विकास यात्रा को बता रही ‘नौटंकी यात्रा’
वहीं बीजेपी की इस विकास यात्रा को कांग्रेस ने पूरी तरह से ‘नौटंकी यात्रा’ करार दिया है. कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने MP TAK से बातचीत में आरोप लगाते हुए कहा कि ‘बीजेपी नौटंकी करने में माहिर है. विकास यात्रा में भीड़ दिखाने के लिए आंगनबाड़ियों से खाने के पैकेट बनवाए जा रहे हैं और लोगों के बीच बंटवाए जा रहे हैं. पूरा प्रशासनिक तंत्र विकास यात्रा में भीड़ दिखाने और जनता को गुमराह करने के लिए लगाया है. पैसे देकर लोगों को विकास यात्राओं में बुलाया जा रहा है. लेकिन जैसा आपने देखा ही होगा कि रायसेन, पन्ना, देवास और कई जिलों में भी लोग विकास यात्रा का विरोध कर रहे हैं. मैं इस बारे में अब कमलनाथ जी से बात करने जा रहा हूं कि जो जनता बीजेपी की विकास यात्रा के विरोध में स्वत: ही सामने आ रही है तो कांग्रेस को उस जनता के साथ खड़ा होकर सड़कों पर इस विकास यात्रा के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए. जल्द ही हम इस संबंध में अपनी रणनीति तैयार करेंगे’.
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कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व विधायक रामनिवास रावत बताते हैं कि ‘जैसे ही चुनाव नजदीक आते हैं, बीजेपी यात्राएं निकालना शुरू कर देती है. ये इतना पुराना पैटर्न है और अभी भी उसी पर चल रहे हैं. लेकिन इनके खोखले दावों के चक्कर में जनता फंसेगी नहीं. 20 से 22 हजार घोषणाएं पेंडिंग हैं, उनको पूरा किया नहीं, पता नहीं कौन सा विकास बताने ये जनता के बीच जा रहे हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव में इस बार परिवर्तन निश्चित है’.
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