'सरकार जब वोट चुराती है, तो नौकरियां देना भूल जाती है', राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जमकर साधा निशाना
राहुल गांधी ने बेरोजगारी और वोट चोरी को एक-दूसरे से जुड़ा संकट बताया और कहा कि जब सरकार वोट चुराकर सत्ता में आती है, तो युवाओं की नौकरियों की परवाह नहीं करती.

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने आज पीएम नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर जमकर हमला बोला है. राहुल गांधी ने बेरोजगारी और “वोट चोरी” को आपस में जुड़ा हुआ मुद्दा बताते हुए कहा कि यही आजाद भारत के इतिहास का सबसे बड़ा संकट बन चुका है.
राहुल गांधी का कहना है कि जब सरकार वोट चुराकर सत्ता में आती है, तब उसे युवाओं की नौकरियों या सपनों की कोई परवाह नहीं रहती.
बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “भारत में युवाओं की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है और इसका सीधा रिश्ता वोट चोरी से है. जब सरकार चुनाव जनता का विश्वास जीतकर नहीं बल्कि चोरी करके जीतती है, तो उसे नौकरियां देने, भर्ती प्रक्रियाएं सुधारने या युवाओं के सपनों की रक्षा करने की कोई परवाह नहीं रहती.”
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"नौकरियां घट रही हैं, पेपर लीक हो रहा है, मोदी जी सिर्फ सेलिब्रिटी और PR में बिजी हैं"
इतना ही नहीं राहुल आगे कहते हैं. आज भारत में बेरोजगारी आजादी के बाद के 45 सालों में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच चुकी है. सरकारी नौकरियां लगातार कम हो रही हैं और जो भर्तियां होती भी हैं, उनमें पेपर लीक, घोटाले और भ्रष्टाचार का बोलबाला है.
“देश का युवा मेहनत कर रहा है, दिन-रात पढ़ाई कर रहा है, सपने देख रहा है लेकिन मोदी जी को केवल अपने जन्मदिन का जश्न मनाना और अरबपतियों की कमाई बढ़ाना आता है. युवाओं की उम्मीदों को तोड़ना इस सरकार की पहचान बन चुका है.”
देहरादून और पटना की घटनाओं का जिक्र
इसके अलावा राहुल गांधी ने हाल ही में देहरादून में हुए पेपर लीक कांड और पटना में रोज़गार के लिए प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं साफ दिखाती हैं कि सरकार को युवाओं के भविष्य की जरा सी भी चिंता नहीं है.
अब युवा बोलेगा, न नौकरी की लूट, न वोट की चोरी!
राहुल गांधी ने युवाओं से खुला आह्वान करते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि युवा सिर्फ नौकरी की मांग न करें, बल्कि वोट चोरी के खिलाफ भी खड़े हों.
“अब युवा न नौकरी की लूट सहेगा न वोट की चोरी. भारत को बेरोजगारी और वोट चोरी से आजाद कराना ही सबसे बड़ी देशभक्ति है.”
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि अब देश का युवा सिर्फ कागजों और वादों में नहीं, बल्कि सड़कों पर आंदोलन में, और बैलेट बॉक्स में अपनी ताकत दिखाएगा.
असम की जमीनी हकीकत में भी दिख रहा असर
असम में भी पिछले कुछ सालों में सरकारी भर्तियों को लेकर कई विवाद सामने आए हैं. नौजवानों का कहना है कि आवेदन करते-करते उम्र निकल जाती है, लेकिन नौकरियां मिलती नहीं. राहुल गांधी के इस बयान से कई युवाओं ने सहमति जताई और कहा कि उन्हें अब सिर्फ भाषण नहीं, असली बदलाव चाहिए.
राहुल गांधी ने बेरोजगारी और लोकतंत्र की रक्षा को एक साथ जोड़कर चुनावी राजनीति में एक नया नैरेटिव सामने रखा है. अब देखना होगा कि आने वाले चुनावों में देश का युवा इस बात को किस तरह से लेता है. क्या ये मुद्दा सिर्फ भाषण तक सीमित रहेगा, या वाकई मैदान में कुछ बदलेगा.
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