अहमदाबाद विमान हादसा: अमेरिकी कोर्ट में चलेगी सुनवाई, पीड़ित परिवारों से सबूत जुटा रहे हैं वकील माइक एंड्रयूज
अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए 60 से ज्यादा परिवाराें ने अब इंसाफ के लिए अमेरिका में कानूनी लड़ाई शुरू कर दी है. ये परिवार हादसे का सच सामने लाने की मांग कर रहे हैं, जिससे ये पता चल सके कि आखिर उस दिन क्या हुआ था. इन पीडि़त परिवारों का केस अमेरिकी लॉ फर्म 'बीस्ले एलन’ के प्रमुख माइक एंड्रयूज लड़ रहे हैं.
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अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए 60 से ज्यादा परिवाराें ने अब इंसाफ के लिए अमेरिका में कानूनी लड़ाई शुरू कर दी है. ये परिवार हादसे का सच सामने लाने की मांग कर रहे हैं, जिससे ये पता चल सके कि आखिर उस दिन क्या हुआ था.
इन पीडि़त परिवारों का केस अमेरिकी लॉ फर्म 'बीस्ले एलन’ के प्रमुख माइक एंड्रयूज लड़ रहे हैं. एंड्रयूज इस समय गुजरात में पीड़ित परिवारों से मिल रहे हैं. वे विमान हादसे से जुड़े तथ्य जुटाने के साथ ही पीड़ित परिवारों को अमेरिका में होने वाली कानूनी प्रक्रिया के बता रहे हैं.
हादसे में क्या हुआ था?
आपको बता दें कि अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट टेकऑफ के कुछ देर बाद ही क्रैश हो गई थी. 12 जून को हो हुए इस हादसे के दौरान फ्लाइट में 242 यात्री सवार थे. लेकिन इसमें से सिर्फ एक ही यात्री बच सका, बाकी सभी लाेगों की मौत हो गई थी. हादसे में जमीन पर भी 9 लोगों की जान गई थी.
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'पूरी और कच्ची जानकारी दी जाए'
माइक एंड्रयूज के अनुसार, परिवार चाहते हैं कि हादसे से जुड़ा पूरा डेटा सार्वजनिक किया जाए. उनका कहना है कि भारत सरकार की शुरुआती रिपोर्ट सीमित है. इसमें इतनी जानकारी नहीं है कि असली वजह का पता चल सके. उन्होंने फ्लाइट रिकॉर्डर, कॉकपिट रिकॉर्डर, ब्लैक बॉक्स और सभी तकनीकी डेटा को शेयर करने की मांग की जा रही है, जिससे स्वतंत्र अमेरिकी एविएशन एक्सपर्ट इसका से गहराई से विश्लेषण कर सके.
हादसे में बचे यात्री से की बातचीत
एंड्रयूज ने हादसे के दौरान बचे इकलौते यात्री और उनके परिवार से भी मुलाकात की. इस यात्री ने हादसे के दौरान की घटनाओं को विस्तार से बताया लेकिन इसे अभी सार्वजनिक नहीं किया गया. एंड्रयूज से बातचीत में बचे यात्री की बहन का ने कहा कि ऐसे हादसे दोबारा नहीं होने चाहिए. उन्होंने कहा कि हर दिन हजारों लोग बोइंग 787 से सफर करते हैं. ऐसे में अगर हादसे की पूरी जानकारी सामने आएगी तो भविष्य में इस तरह के हादसे रुक सकते हैं.
शुरुआती रिपोर्ट ने क्या बताया?
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की 8 जुलाई को जारी शुरुआती रिपोर्ट में कहा कि टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद दोनों इंजनों के फ्यूल कटऑफ स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ मोड में चले गए थे. थोड़ी देर के लिए इंजनों में पावर लौटी लेकिन वे स्थिर नहीं हो सके. कॉकपिट रिकॉर्डिंग में एक पायलट दूसरे से पूछता है कि कटऑफ क्यों किया, जबकि दूसरा इसका खंडन करता है.इससे तकनीकी खराबी या मिसकम्युनिकेशन की संभावना जताई जा रही है.
परिवारों को नहीं मिला संतोषजनक जवाब
हादसे के दो महीने बीत जाने के बावजूद परिवारों को संतोषजनक जवाब नहीं मिला है. उनका कहना है कि पूरी सच्चाई सामने आने से न केवल उन्हें न्याय मिलेगा, बल्कि भविष्य में ऐसे हादसे रोके भी जा सकेंगे.
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