तेलंगाना चुनाव: रामप्पा मंदिर से शुरू होगी ‘विजयभेरी यात्रा’, कांग्रेस खेल रही हिंदुत्व कार्ड?

देवराज गौर

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कांग्रेस शुरू करने जा रही है विजयभेरी बस यात्रा
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विधानसभा चुनाव 2023ः तेलंगाना चुनाव में क्या कांग्रेस हिंदुत्व का कार्ड खेल रही है? ये चर्चा यूंही नहीं शुरू हुई है. असल में मंगलवार को कांग्रेस अपने नेता राहुल और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में विजयभेरी यात्रा शुरू करने जा रही है. इस यात्रा की शुरुआत मुलुगू स्थित भगवान शिव के प्रचीन रामप्पा मंदिर से होगी. यह मंदिर 13वीं शताब्दी में बनाया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल गांधी पूजा के बाद यात्रा की शुरुआत करेंगे. पहले चरण में तीन दिन की यात्रा होगी. पहले दिन की यात्रा का समापन रामानुजपुरम में होगा.

तेलंगाना में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और सत्ताधारी भारत राष्ट्र समिति (बीआऱएस) के बीच माना जा रहा है. हालिया चुनाव पूर्व सर्वे में कांग्रेस यहां मजबूत नजर आ रही है. इससे उत्साहित होकर कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है और इसी का नतीजा ये यात्रा, जिसका पहला चरण 18 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक चलेगा.

भगवान शिव के सामने कांग्रेस रखेगी तेलंगाना के लिए अपनी 6 गारंटी

इस यात्रा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी जनसभाओं को संबोधित करने के अलावा किसान-मजदूर, महिलाओं व पार्टी के सदस्यों से मुलाकात करेंगे. यात्रा के दौरान महबूबाबाद, वारंगल, पेड्डापल्ली, करीमनगर, निजामाबाद लोकसभा क्षेत्रों को कवर करने की योजना बनाई गई. यात्रा की शुरुआत मंदिर से करने के साथ-साथ तेलंगाना में दी गई अपनी 6 गारंटियों को कांग्रेस भगवान शिव के सामने रखेगी.

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हिंदुत्व को लेकर सत्ताधारी बीआरएस भी सजग

कांग्रेस के इन कदमों को हिंदुत्व की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है. राज्य में बीजेपी की अपनी पकड़ उतनी मजबूत नहीं है. हालांकि, सत्ताधारी बीआरएस भी हिंदुत्व कार्ड खेलने में पीछे नहीं रही है. केसीआर ने पिछले कुछ सालों में कई मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया है. इसलिए कांग्रेस भी चुनावों में हिंदू वोटबैंक पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए यह रणनीति अपना रही है. तेलंगाना में सबसे ज्यादा हिंदू आबादी है, जिसकी संख्या करीब 3 करोड़ है. हिंदू वोट बैंक को साधने का कांग्रेस का यह पहला प्रयास नहीं है. इससे पहले भी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी सभी धार्मिक स्थलों पर गए थे. तेलंगाना कांग्रेस चीफ रेवंत रेड्डी ने भी हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत भद्राचलम में स्थित राम मंदिर से की थी. वहीं पार्टी के सत्ता में आने पर 100 विधानसभा क्षेत्रों में मंदिर बनवाने की भी घोषणा की थी. रेवंथ रेड्डी ने अपनी राजनीति की शुरुआत बीजेपी की छात्रसंघ ईकाई एबीवीपी से की थी. बाद में वह कांग्रेस में शामिल हुए

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