दौसा: सचिन पायलट ने क्यों कहा- आज बिना अमिताभ बच्चन के मामला जमा हुआ है, जानें
Sachin Pilot mentioned Amitabh Bachchan in Bandikui, Dausa: दौसा (dausa news) के बांदीकुई में किसान महासम्मेलन को संबोधित करते हुए सचिन पायलट (sachin Pilot) ने वर्ष 1986 में अपने पिता राजेश पायलट (rajesh pilot) और अमिताभ बच्चन (amitabh bachhan) का जिक्र किया. सचिन पायलट ने कहा कि खटाना जी याद दिलाना चाह रहे थे कि […]
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Sachin Pilot mentioned Amitabh Bachchan in Bandikui, Dausa: दौसा (dausa news) के बांदीकुई में किसान महासम्मेलन को संबोधित करते हुए सचिन पायलट (sachin Pilot) ने वर्ष 1986 में अपने पिता राजेश पायलट (rajesh pilot) और अमिताभ बच्चन (amitabh bachhan) का जिक्र किया. सचिन पायलट ने कहा कि खटाना जी याद दिलाना चाह रहे थे कि 1986 में…मुझे अच्छी तरह से याद है. तब मैं छोटा था. 8-10 साल का रहा हूंगा.
पायलट साहब (राजेश पायलट) को कॉलेज का शिलान्यास करना था. टाइम था सुबह 11-12 बजे और हम पहुंचे रात के 1 बजे. उन दिनों सड़कें छोटी थीं. एम्बेसडर गाड़ी थी. डीजल की थी. बार-बार गर्म हो जाती थी. रुकना पड़ता था. उस समय साथ में थे अमिताभ बच्चन जी जो सांसद थे. हम अलवर होते हुए बांदीकुई और बहुत जगह रुकते हुए आए. उस समय में भी लोगों में बहुत उत्साह और जोश था. अब ये देखो कि आज बिना अमिताभ बच्चन जी के भी मामला जमा हुआ है ठीका ठाक.
इंडिया और भारत तो पहले से नाम था- पायलट
सचिन पायलट ने कहा- हिंदुस्तान का नाम बदल रहा है. इंडिया रखेंगे भारत रखेंगे…अरे तुमने क्या कर दिया. ये नाम तो पहले से ही रखे गए हैं. खरबों रुपए विदेश में चला गया. अवैध बांग्लादेश कितने निकाल दिए आपने? आज 9 साल से एक सरकार दिल्ली में बैठी है. बजाय भाषण देने, ज्ञान बांटने और विज्ञापन थपकाने के अलावा ऐसी कौन सी योजना लाई है ये बता दो. 2014 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद नोटबंदी कर दी. जीएसटी लगा दिया. गैस सिलेंडर आज 1400 रुपए के हो गए. नौजवान फौज में 4 साल काम करके लौटने के बाद करेगा क्या?
खिड़कियां खोलकर देखो जनता कहां खड़ी है- पायलट
सचिन पायलट ने बीजेपी की परिवर्तन यात्रा पर हमला बोलते हुए कहा- कल दौसा में बड़े-बड़े रथ पर परिवर्तन यात्रा निकालने जा रहे थे. 200-300 कार्यकर्ताओं को लेकर परिवर्तन यात्रा निकाल रहे हो. खिड़कियां खोलकर देखो जनता कहां खड़ी है? कई दुकान खुल गईं हैं. चुनाव से पहले नई-नई पार्टी बन गई है. नए-नए नेता आ रहे हैं. जिसकी डेढ़ सौ बीघा जमीन बिक गई वो एक स्कॉर्पियो और चार झंडे खरीदे और चलो दिल्ली. नेता वो बनता है जो लोगों के दिल में राज करता है.
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