कोटाः ट्रेन में यात्री ले जा रहे थे करोड़ों का सोना और नगदी, पुलिस भी देखकर हो गई हैरान!
Gold smuggling in kota: कोटा (kota news) में राज निजामुद्दीन-मुंबई तेजस राजधानी एक्सप्रेस से करोड़ों रूपए का सोना और लाखों की नगदी बरामद हुई. आरपीएफ की अपराध खुफिया शाखा ने 26 अक्टूबर की रात बड़ी कार्रवाई की. निजामुद्दीन-मुंबई तेजस राजधानी एक्सप्रेस (12954) से 6 करोड़ 61 लाख रुपए मूल्य का सोना और करीब 26 लाख […]
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Gold smuggling in kota: कोटा (kota news) में राज निजामुद्दीन-मुंबई तेजस राजधानी एक्सप्रेस से करोड़ों रूपए का सोना और लाखों की नगदी बरामद हुई. आरपीएफ की अपराध खुफिया शाखा ने 26 अक्टूबर की रात बड़ी कार्रवाई की. निजामुद्दीन-मुंबई तेजस राजधानी एक्सप्रेस (12954) से 6 करोड़ 61 लाख रुपए मूल्य का सोना और करीब 26 लाख रुपए नगद बरामद किए हैं. मामले में आरपीएफ (RPF) में तीन यात्रियों को भी हिरासत में लिया है. बाद में आरपीएफ ने इन यात्रियों को कोटा आयकर विभाग के हवाले कर दिया. मामले में आगे की कार्रवाई अब आयकर विभाग द्वारा की जा रही है.
अधिकारियों ने बताया कि चुनावों के चलते इन दोनों आरपीएफ ने विशेष निगरानी अभियान चलाया है. इसी अभियान के तहत आरपीएफ जवान निजामुद्दीन में मौजूद थे. निजामुद्दीन में आरपीएफ को कुछ संदिग्ध यात्री ट्रेन में सवार होते नजर आए. आरपीएफ भी इन यात्रियों के पीछे लग गई.
ऐसे हुए मामले का खुलासा
दरअसल, जब आरएपीएफ के जवान इनके पीछे गई तो देखा कि ये यात्री बार-बार अपने बैग को संभाल रहे थे. यात्रियों की संदिग्ध गतिविधियां देखकर आरपीएफ को शक हुआ. इसके बाद शक के आधार पर आरपीएफ ने इन यात्रियों की तलाशी ली. तलाशी में आरपीएफ को इन तीनों के पास मौजूद बैगों में छुपा कर रखा गया सोना और लाखों रुपए बरामद हुए. जिसमें सोने की चैन, बिस्किट और ज्वेलरी थी. वहीं, बरामद कैश में सभी नोट 500-500 रुपए के थे. इसके बाद रात करीब 10 बजे ट्रेन पहुंचने पर आरपीएफ ने तीनों यात्रियों को कोटा में उतार लिया.
पूछताछ में नहीं दे पाए जबाव
यहां घंटों पूछताछ के बाद भी यात्री इतनी बड़ी मात्रा में सोना और नगदी के लाने के बारे में कोई संतुष्टिपूर्ण उत्तर नहीं दे सके. इसके बाद रात भर चली कार्रवाई के बाद आरपीएफ ने 27 अक्टूबर को इन यात्रियों को इनकम टैक्स विभाग के हवाले कर दिया. जिनकी पहचान मुंबई निवासी यात्री दिलीप भाई पुत्र देवसी भाई, राजस्थान निवासी प्रीतेश कुमार मुथा और महाराष्ट्र निवासी निवासी जितेन्द्र भंवर के तौर पर की गई. अधिकारियों ने दावा कि कोटा मंडल में आरपीएफ यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है.