यहां साल में सिर्फ एक बार दर्शन देते हैं देवों के देव 'महादेव', जानें क्या है वजह?
इस मंदिर की एक खास बात यह है कि यह साल में सिर्फ एक बार, महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर ही खुलता है. आइए इस मंदिर से जुड़ी विशेषताओं और रहस्यों के बारे में जानते हैं.
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मध्य प्रदेश के रायसेन दुर्ग में मौजूद सोमेश्वर महादेव मंदिर, भगवान शिव का एक प्राचीन और भव्य मंदिर है. यह मंदिर अपनी भव्यता, धार्मिक महत्व और चमत्कारी कथाओं के लिए जाना जाता है. लेकिन, इस मंदिर की एक खास बात यह है कि यह साल में सिर्फ एक बार, महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर ही खुलता है. आइए इस मंदिर से जुड़ी विशेषताओं और रहस्यों के बारे में जानते हैं.
महाशिवरात्रि के दिन खुलता है ये मंदिर
आपको बता दें, सोमेश्वर महादेव मंदिर के कपाट साल में एक बार सिर्फ महाशिवरात्रि पर खुलते हैं. अगर आप यहां जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो सावन में महाशिवरात्रि के दिन आप यहां जा सकते हैं. सोमेश्वर महादेव के कपाट शिवरात्रि के दिन सुबह 6 बजे खुलते हैं और माना जाता है कि ये 12 बजे बंद भी हो जाते हैं.
साल में एक बार खुलने के पीछे ये है वजह
आपको बता दें कि इसके पीछे कई मान्यताएं हैं. कुछ लोगों का मानना है कि भगवान शिव साल में एक बार धरती पर आते हैं और महाशिवरात्रि के दिन ही अपने भक्तों को दर्शन देते हैं. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि मुगल शासक से विवाद के चलते इसे बहुत पहले बंद कर दिया गया था. लेकिन एक मुहिम के बाद इसके कपाट खोले गए. तभी से इस मंदिर को शिवरात्रि के दिन कुछ घंटों के लिए खोला जाता है.
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शिवरात्रि के दिन लगता है मेला
बता दें, शिवरात्रि के दौरान यहां भव्य मेले का आयोजन होता है. इस दौरान यहां दर्शन करने वालों का ताँता लग जाता है. दूर-दूर से पर्यटक यहां दर्शन के लिए आते हैं. मंदिर के कपाट बंद होने के बावजूद भी लोग बाहर से भगवान शिव के समक्ष माथा टेकते हैं. इसके अलावा भक्त मनोकामना पूरी होने के लिए गेट पर कपड़ा भी बांधते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से मनोकामना जल्दी पूरी हो जाती है.
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