PMCH में मारपीट के बाद पहली बार सामने आए मनीष कश्यप, बताई इस विवाद की इनसाइड स्टोरी
Manish Kashyap News: PMCH में हुई मारपीट पर पहली बार बोले मनीष कश्यप. जानिए अस्पताल में क्या हुआ, डॉक्टरों पर आरोप, और सिस्टम के खिलाफ उनके अगले कदम.
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Manish Kashyap News: बिहार के पीएमसीएच(Patna Medical College and Hospital) में चर्चित यूट्यूबर और बीजेपी नेता मनीष कश्यप के साथ मारपीट की घटना ने सबको चौंका दिया है. एक गरीब मरीज की पैरवी के लिए गए मनीष(Manish Kashyap Viral News) को जूनियर डॉक्टरों ने निशाना बनाया, तीन घंटे तक पिटाई की और वीडियो वायरल करने की धमकी दी. अब मनीष ने अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद इस घटना की सारी सच्चाई बताई और सिस्टम के खिलाफ लड़ाई का ऐलान किया है.
मरीज की मदद करने गए, हो गई मारपीट
मनीष कश्यप एक 16-17 साल की गरीब लड़की का इलाज कराने पीएमसीएच गए थे. लेकिन वहां जूनियर डॉक्टरों से उनकी बहस हो गई. मनीष का कहना है कि जूनियर डॉक्टर ठीक से काम नहीं कर रहे थे, जिसके बाद बात इतनी बढ़ी कि डॉक्टरों ने उनकी पिटाई शुरू कर दी. मनीष ने बताया, “मुझे तीन घंटे तक एक कमरे में बंद रखा गया. ढाई घंटे तक वो लोग बोल रहे थे- पिटो इसको, इसका वीडियो बनाओ, वायरल करो.” इस घटना के बाद मनीष की हालत गंभीर हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा.(यहां पढ़ें पूरी खबर)
महिला डॉक्टर से बदसलूकी का आरोप
जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि मनीष ने वहां मौजूद महिला जूनियर डॉक्टरों से बदसलूकी की और उन्हें इलाज के तरीके सिखाने की कोशिश की. लेकिन मनीष ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा,
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“ऐसा कुछ नहीं हुआ. अगर वो लोग सही से काम करेंगे तो हमें बोलने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. पीएमसी में सीनियर डॉक्टरों को इलाज करना चाहिए, लेकिन जूनियर डॉक्टरों के सहारे पूरा अस्पताल छोड़ दिया गया है. ये सबसे बड़ी लापरवाही है.”
सिस्टम के खिलाफ लड़ाई का ऐलान
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद मनीष ने मीडिया से बात की और साफ कहा कि वो डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा, “मैं किसी से डरता नहीं. हमने सिर पर कफन बांधकर बिहार के लिए लड़ाई शुरू की है. चार-पांच डॉक्टरों पर FIR करने से कुछ नहीं होगा. पीएमसी और सदर अस्पताल में भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है, इसके खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़नी होगी.” मनीष ने मीडिया से भी अपील की कि वो पीएमसी की सच्चाई को सामने लाएं.
पार्टी से नाराजगी
मनीष ने अपनी पार्टी बीजेपी से भी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा, “जब हम मुसीबत में होते हैं, तो पार्टी साथ नहीं देती. अस्पताल के गेट पर, बेड पर या जेल के गेट पर ही पता चलता है कि अपना कौन है.” मनीष ने बीजेपी नेता मनोज तिवारी का भी जिक्र किया, जिन्होंने उन्हें पार्टी में शामिल करवाया था, लेकिन इस घटना के बाद उनका कोई फोन तक नहीं आया. मनीष ने कहा कि वो अगले एक-दो दिन में पार्टी के साथ अपने भविष्य पर फैसला लेंगे. इस्तीफे की चर्चा पर उन्होंने कहा, “सबके साथ बैठकर तय करेंगे कि पार्टी में रहना है या नहीं.”
अब क्या करेंगे मनीष?
मनीष ने साफ किया कि वो सिस्टम को बदलने के लिए लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा,
“FIR से सिस्टम नहीं बदलेगा. बिहार के लोग देख रहे हैं कि वहां तानाशाही होती है और कोई कार्रवाई नहीं होती. चुनाव नजदीक हैं, लोग खुद जवाब देंगे.”
फिलहाल मनीष की तबीयत ठीक है और डॉक्टरों ने उन्हें 7-10 दिन आराम करने की सलाह दी है. इस बीच वो अपने अगले कदम पर विचार करेंगे.