छत्तीसगढ़: सुरक्षा बलों को मिली बड़ी कामयाबी, अबूझमाड़ में माओवादी महासचिव बसवराजू ढेर, 1.5 करोड़ का था इनाम

न्यूज तक

Chhattisgarh Naxal Operation: नक्सल विरोधी ऑपरेशन ‘कगार’ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. इस दौरान सुरक्षा बलों से 1.5 करोड़ के इनामी नक्सली नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू को मार गिराया है.

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मुठभेड़ में ढेर नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू  (तस्वीर: इंडिया टुडे)
मुठभेड़ में ढेर नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू (तस्वीर: इंडिया टुडे)
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छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के घने अबूझमाड़ जंगलों में सुरक्षाबलों ने एक बड़ी नक्सल-विरोधी सफलता हासिल की है. 'ऑपरेशन कगार' के तहत सीपीआई (माओवादी) के महासचिव और सबसे वांटेड नक्सली नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू को मार गिराया गया. 1.5 करोड़ के इनामी बसवराजू को देश में माओवाद का शीर्ष रणनीतिकार माना जाता था.

बसवराजू का जन्म 1955 में आंध्र प्रदेश के जियान्नापेट गांव में हुआ था.  उसने  NIT वारंगल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. इसके बाद वो 1980 के दशक में पीपुल्स वार ग्रुप में शामिल हो गया. 1987 में उसने LTTE से गुरिल्ला ट्रेनिंग ली और कई घातक हमलों को अंजाम दिया.

कई घटनाओं को दे चुका है अंजाम 

उसकी कुख्यात घटनाओं में 2010 का दंतेवाड़ा नरसंहार (76 CRPF जवान शहीद), 2013 की जीरम घाटी की घात (27 लोगों की मौत) और 2003 का अलीपीरी बम धमाका शामिल है. 2018 में मुप्पला लक्ष्मण राव उर्फ गणपति की जगह उसने महासचिव पद संभाला और भूमिगत रहकर नक्सली आंदोलन की कमान संभाली.

'ऑपरेशन कगार' के तहत हुई कार्रवाई

'ऑपरेशन कगार' 19 मई को DRG, STF और CRPF की संयुक्त कार्रवाई में शुरू हुआ और 50 घंटे की भीषण मुठभेड़ के बाद समाप्त हुआ. इसमें 30 से अधिक माओवादी मारे गए. घटनास्थल से हथियारों और दस्तावेजों का बड़ा जखीरा मिला है, जिसे माओवादी ढांचे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.

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प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZC) और PLGA के कई वरिष्ठ कमांडर या तो मारे गए या घायल हुए. आसपास के जंगलों में बच निकले माओवादियों की तलाश जारी है.

DRG का एक जवान हुआ शहीद

हालांकि इस ऑपरेशन में DRG का एक जवान शहीद हो गया. फिर भी सुरक्षाबलों ने अबूझमाड़ में माओवादियों के गढ़ को ध्वस्त करने की प्रतिबद्धता दोहराई है. 

सुरक्षा अधिकारियों ने घटनास्थल से हथियार, गोला-बारूद और रणनीतिक दस्तावेजों का बड़ा जखीरा बरामद किया है, जिसे मध्य भारत में माओवादी रसद और कमांड संरचना के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है.

प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने क्या कहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया के माध्यम से सशस्त्र बलों को बधाई दी और ऑपरेशन की सफलता के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस की DRG यूनिट की विशेष रूप से सराहना की.

प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "इस उल्लेखनीय सफलता के लिए हमें अपने सुरक्षा बलों पर गर्व है. हमारी सरकार माओवाद के खतरे को खत्म करने और अपने लोगों के लिए शांतिपूर्ण व प्रगतिशील जीवन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है." 

यहां देखें उनकी पोस्ट:

'31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करेंगे'

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे 'राष्ट्रीय गौरव का क्षण' बताया. उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "नक्सलवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के तीन दशकों में यह पहली बार है कि हमारे बलों द्वारा एक महासचिव स्तर के नेता को मार गिराया गया है." 

यहां देखें उनकी पोस्ट:

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