दिल्ली: वायु प्रदूषण के नाम पर जुटे प्रदर्शनकारियों ने दुर्दांत नक्सली हिड़मा के पोस्टर लहराए, पुलिस की आंखों में झोंकी मिर्ची
दिल्ली के इंडिया गेट पर प्रदूषण विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया. यहां कुछ प्रदर्शनकारी बैरिकेड तोड़कर सड़क जाम करने पहुंचे, इस दौरान पुलिसकर्मियों पर चिली स्प्रे कर हमला कर दिया.

दिल्ली के इंडिया गेट इलाके में रविवार यानी 23 नवंबर की शाम प्रदूषण के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन ने अचानक हिंसक रूप ले लिया. C-हैक्सागोन (इंडिया गेट सर्कल) पर जुटे प्रदर्शनकारियों ने पहले सड़क जाम करने की कोशिश की और जब पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कॉन्स्टेबल इशांत सहित कई पुलिसकर्मियों की आंखों में चिली पेपर स्प्रे फेंक दिया गया. जिससे पुलिसकर्मी घायल हो गए. उन्हें तुरंत RML अस्पताल भेजा गया जहां इलाज चल रहा है.
एंबुलेंस भी फंसी
नई दिल्ली के DCP देवेश कुमार महला ने बताया कि
प्रदर्शनकारी बैरिकेड तोड़कर सड़क पर बैठ गए थे. वहां कई एंबुलेंस और मेडिकल स्टाफ की गाड़ियां भी फंसी थी, जिन्हें इमरजेंसी रास्ते की जरूरत थी लेकिन प्रदर्शनकारी हटने को तैयार नहीं थे. पुलिस ने समझाने की कोशिश की लेकिन स्थिति बिगड़ती गई.
माओवादी कमांडर की तस्वीर वाले पोस्टर्स
DCP देवेश कुमार महला ने बताया कि विरोध करने आए कुछ लोगों के पास हाल ही में मुठभेड़ में मारे गए माओवादी कमांडर हिडमा की तस्वीर वाले पोस्टर्स भी थे. ये देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और प्रदर्शनकारियों को हटाया.
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हिंसक झड़प और चिली स्प्रे
जब पुलिस ने भीड़ को हटाने की कोशिश की तो कई प्रदर्शनकारी पुलिस से झड़प करने लगे और पहली बार दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर चिली स्प्रे का इस्तेमाल किया गया. इस स्प्रे से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.
15 प्रदर्शनकारी हिरासत में, FIR जल्द
पुलिस ने मौके पर लगभग 15 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है. DCP देवेश कुमार महला ने कहा कि पुलिसकर्मियों पर चिली स्प्रे का इस्तेमाल बेहद गंभीर मामला है. कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. घटना में शामिल लोगों पर जल्द ही FIR दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
वहीं कपिल मिश्रा ने भी सोशल मीडिया पर ऐसी ही एक तस्वीर को साझा करते हुए लिखा,
'दिल्ली में कल हुए प्रोटेस्ट का सच देखिए. हाथ में पोस्टर पॉल्यूशन के नाम के मुंह में नारे लाल सलाम के. जिहादी और नक्सलियों का नया मुखौटा - सोशल एक्टिविस्ट बनना. दिल्ली ने ऐसी विचारधारा को मुंहतोड़ जवाब दिया है.'
हिडमा का पोस्टर कौन लाया?
इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल ये है कि प्रदूषण के नाम पर जुटे प्रदर्शन में अचानक नक्सली कमांडर हिडमा के पोस्टर और नारे कैसे आ गए. इस पहलू पर फिलहाल दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि यह पता लगाना जरूरी है कि कहीं किसी संगठित समूह ने प्रदर्शन को भटकाने की कोशिश तो नहीं की.
हिडमा एनकाउंटर के बारे में भी जान लीजिए
माडवी हिडमा की मौत 18 नवंबर 2025 को आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में हुई जो छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा से सटा इलाका है. इस ऑपरेशन को खास खुफिया इनपुट के आधार पर अंजाम दिया गया. मुठभेड़ में हिडमा के साथ उसकी पत्नी (राजे/राजक्का) और चार अन्य माओवादी कैडर भी मारे गए. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक हिड़मा लंबे समय से वांछित था और उस पर कई बड़े नक्सली हमलों की जिम्मेदारी रही थी, इसलिए इस अभियान को नक्सल विरोधी लड़ाई की बड़ी सफलता माना गया.










