CM शिवराज ने किया मंधाता पर्वत में आदि शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण, अद्वैत लोक बनेगा
MP NEWS: आदिगुरु शंकराचार्य की विश्व में सबसे ऊंची 108 फीट की प्रतिमा का लोकार्पण आज ओंकारेश्वर में मान्धाता पर्वत पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया. मुख्यमंत्री पत्नी साधना सिंह के साथ इस कार्यक्रम में पहुंचे. जिसमें स्वामी अवधेशानंद सहित देश भर के दो हजार से ज्यादा संत उपस्थित थे. देश में सनातन और […]
ADVERTISEMENT

MP NEWS: आदिगुरु शंकराचार्य की विश्व में सबसे ऊंची 108 फीट की प्रतिमा का लोकार्पण आज ओंकारेश्वर में मान्धाता पर्वत पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया. मुख्यमंत्री पत्नी साधना सिंह के साथ इस कार्यक्रम में पहुंचे. जिसमें स्वामी अवधेशानंद सहित देश भर के दो हजार से ज्यादा संत उपस्थित थे. देश में सनातन और आध्यात्म के बड़े केंद्र के रूप में 2200 करोड़ रुपयों के अद्वैत लोक का भूमिपूजन भी किया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि यह एकात्मता की प्रतिमा समूचे विश्व को शांति और एकता का संदेश देगी.
इस मौके पर सीएम शिवराज ने कहा- ‘आज सच में ऐसा लग रहा है जैसे आनंद की वर्षा हो रही है. हम भाव विभोर हो रहे हैं, आचार्य भगवन का आज फिर से अवतरण इस धरती पर हुआ है. दुनिया में जितने भी द्वंद है, जितने भी वाद-विवाद हैं उनका सबका समाधान अगर कहीं है. वह अद्वैत वेदांत में ही है. यह मेरा अकेले का ही नहीं दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जो ये मानते हैं. सचमुच में आज जो कुछ हो रहा है उसमें लौकिक कुछ नहीं है सब कुछ अलौकिक हैं. इसे कोई व्यक्ति या शासन नहीं कर रहा है. यह तो स्वयं आद्यगुरु शंकराचार्य जी महाराज की कृपा से हो रहा है. आज अगर भारत सांस्कृतिक रूप से एक है तो आदि गुरु शंकराचार्य की वजह से है.’
यह भी पढ़ें...
अद्भुत केंद्र बनेगा अद्वैत लोक
मुख्यमंत्री ने कहा, “आज एकात्मता की मूर्ति स्थापित हो गई है और अद्वैत लोक का हमने भूमि पूजन कर दिया है. आचार्य भगवन की इच्छा से यह अदभुत केंद्र बनेगा. उन्होंने कहा मेरे मन में यह भाव था कि अद्वैत है क्या ये हमारे बच्चे, नौजवान और आने वाली पीढ़ियां जाने. इसलिए हम कोई ऐसी रचना करें कि अद्वैत दर्शन उनके दिमाग, मन, मस्तिष्क और आत्मा में बैठ जाए, ताकि पीढ़ी दर पीढ़ी लगातार ये विचार बढ़ता जाए. इसलिए यहां पर अद्वैत लोक बनेगा. जिसका आज यहां भूमि पूजन किया गया है. इसके साथ-साथ इसका एक महत्वपूर्ण घटक है. आचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय वेदांत संस्थान उन्होंने कहा ये अद्वैत का सिद्धांत दुनिया भर में जाना चाहिए.
अष्टधातु की 108 फीट ऊंची बनी है प्रतिमा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज खण्डवा जिले के ओंकारेश्वर में मांधाता पर्वत पर संत समुदाय के साथ आदि गुरु शंकराचार्य की अष्टधातु 108 फीट ऊंची एकात्मता की प्रतिमा का अनावरण किया. उन्होंने मांगलिक अनुष्ठान के साथ 2 हजार 200 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले अद्वैत-लोक का शिलान्यास किया.
8 साल की उम्र में ओमकारेश्वर पहुंचे थे शंकराचार्य
इस योजना के प्रथम चरण में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा ” स्टेच्यू ऑफ़ वननेस” बनकर तैयार हो चुकी है, जबकि शेष कार्यो का भूमिपूजन होना है. सनातन धर्म के पुनरुद्धारक, सांस्कृतिक एकता के देवदूत व अद्वैत वेदांत दर्शन के प्रखर प्रवक्ता ‘आचार्य शंकर’ के जीवन और दर्शन के लोकव्यापीकरण के उद्देश्य के साथ मध्य प्रदेश शासन द्वारा ओंकारेश्वर को अद्वैत वेदांत के वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है. आदि शंकराचार्य मात्र 8 वर्ष की उम्र में अपने गुरु को खोजते हुए केरल से ओमकारेश्वर आये थे, और यहां गुरु गोविंद भगवत्पाद से दीक्षा ली.
यहीं से उन्होंने फिर पूरे भारतवर्ष का भ्रमण कर सनातन की चेतना जगाई. इसलिए ओम्कारेश्वर के मान्धाता पर्वत पर यह 108 फीट ऊंची बहुधातु की प्रतिमा है, जिसमें आदि शंकराचार्य जी बाल स्वरूप में है.
पूरी खबर यहां पढ़ें: MP में यहां आदि शंकराचार्य की देश की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ वननेस’ तैयार, जानें इसकी खूबियां