MP: 'एनकाउंटर नहीं, हत्या थी' हिडमा के एनकाउंटर पर दिग्विजय सिंह ने बोली ये बात तो सीएम मोहन यादव ने दिया ये जवाब

नक्सल कमांडर माडवी हिडमा के एनकाउंटर के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है. दिग्विजय सिंह के घटना पर सवाल उठाने और सोनी सोढ़ी का वीडियो साझा करने पर बीजेपी और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उन पर देश विरोधी नैरेटिव खड़ा करने का आरोप लगाया है.

खूंखार नक्सली हिडमा के एनकाउंटर पर एमपी में सियासत
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छत्तीसगढ़ के खूंखार नक्सली कमांडर माडवी हिडमा की मौत के बाद एमपी की राजनीति में खलबली मच गई है. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने हाल ही में उसके एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था. जिसके बाद बीजेपी नेताओं ने उन पर 'नक्सल-प्यार' का आरोप लगाया है.

दिग्विजय सिंह का बयान

दो दिन पहले दिग्विजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बस्तर की आदिवासी एक्टिविस्ट सोनी सोढ़ी का एक वीडियो साझा किया था. उस वीडियो में सोढ़ी कह रही हैं कि यह 'एनकाउंटर नहीं, हत्या थी', यानी उन्होंने दावा किया है कि हिडमा की मौत फर्जी मुठभेड़ में नहीं बल्कि पकड़कर मारे जाने जैसी राजनीति की गई है. 

उस वीडियो को साझा करते हुए दिग्विजय ने ऐतराज जताया है कि नक्सलियों को पूरी तरह खात्मा करने के बजाय उनकी आत्मसमर्पण प्रक्रिया होनी चाहिए और उन्हें मुख्यधारा में लाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में PESA कानून (पंचायती राज अधिनियम) को लागू किया जाना चाहिए ताकि आदिवासियों को उनकी जमीन और खनिज संसाधनों में हिस्सेदारी मिल सके. 

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इसके अलावा दिग्विजय ने SIR में उल्लिखित दस्तावेजों को भी उठाया है. उनका कहना है कि नक्सल प्रभावित आदिवासी इलाकों में रहने वालों के पास वो सारे डॉक्यूमेंट्स होंगे जिससे उनका नाम मतदाता सूची से हट सकता है.

दिग्विजय ने दावा किया कि ये सिर्फ एनकाउंटर का मुद्दा नहीं है, 'मूल मुद्दा' आदिवासियों के अधिकारों का है.साथ ही दिग्विजय ने यह साफ किया है कि वे नक्सल हिंसा के पूरा विरोधी हैं.

एमपी के सीएम का पलटवार

उनके इस ट्वीट पर अब प्रदेश सीएम मोहन यादव ने तीखा हमला करते हुए कहा कि दिग्विजय ने मध्य प्रदेश में शहीद हुए इंस्पेक्टर आशीष शर्मा (नरसिंहपुर) के परिजन के लिए एक शब्द भी नहीं कहा लेकिन हिडमा जैसे नक्सली के लिए 'घड़ियाली आंसू' बहा रहे हैं. 

भाजपा नेताओं ने दिग्विजय सिंह पर 'देशद्रोही मानसिकता' का आरोप लगाया है. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि दिग्विजय हमेशा 'नक्सलियों-आतंकियों के साथ खड़े' रहते हैं. वहीं बीजेपी विधायक घनश्याम चंद्रवंशी ने भी आरोप लगाया कि दिग्विजय ने हिड़मा एनकाउंटर पर सवाल उठाया है लेकिन शहीद जवान इंस्पेक्टर शर्मा के लिए संवेदना तक व्यक्त नहीं की. 

सोनी सोढ़ी कौन हैं?

सोनी सोढ़ी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो माओवादी-प्रभवित इलाकों में आदिवासी अधिकारों की बात करती रही हैं. जिस वीडियो को दिग्विजय सिंह ने शेयर किया है उसनें उन्होंने कहा कि हिडमा को 'पकड़कर' मार दिया गया. उनके मुताबिक पुलिस की टाइमलाइन संदिग्ध है घटनास्थल पर माओवादियों के मौजूद होने को लेकर आदिवासियों के बयानों में विरोधाभास है. 

इस मामले में सोढ़ी न्यायिक जांच की मांग कर रही हैं और आरोप लगा रही हैं कि हिड़मा की मौत सिर्फ मुठभेड़ नहीं थी बल्कि एक राजनीतिक हत्या हो सकती है. 

हिडमा एनकाउंटर के बारे में भी जान लीजिए 

माडवी हिडमा की मौत 18 नवंबर 2025 को आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में हुई जो छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा से सटा इलाका है. इस ऑपरेशन को खास खुफिया इनपुट के आधार पर अंजाम दिया गया. मुठभेड़ में हिडमा के साथ उसकी पत्नी (राजे/राजक्का) और चार अन्य माओवादी कैडर भी मारे गए. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक हिड़मा लंबे समय से वांछित था और उस पर कई बड़े नक्सली हमलों की जिम्मेदारी रही थी, इसलिए इस अभियान को नक्सल विरोधी लड़ाई की बड़ी सफलता माना गया.

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