24 अकबर रोड ने कांग्रेस को दिए 4 प्रधानमंत्री! जानिए कैसा है पार्टी का नया दफ्तर

रूपक प्रियदर्शी

अगर सब ठीक रहा तो 2024 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस 24 अकबर रोड से नहीं लड़ेगी. कांग्रेस का नया शानदार ऑफिस बनकर तैयार हो गया है. कहा जा रहा है जनवरी के दूसरे हफ्ते में कांग्रेस का हेडक्वार्टर 24 अकबर रोड से शिफ्ट हो जाएगा.

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24 अकबर रोड, कांग्रेस केंद्रीय कार्यालय
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Congress New Headquarter: अगर सब ठीक रहा तो 2024 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस 24 अकबर रोड से नहीं लड़ेगी. कांग्रेस का नया शानदार ऑफिस बनकर तैयार हो गया है. कहा जा रहा है जनवरी के दूसरे हफ्ते में कांग्रेस का हेडक्वार्टर 24 अकबर रोड से शिफ्ट हो जाएगा. हो सकता है नई बिल्डिंग से कांग्रेस का नई तकदीर, नया दौर शुरू हो.

मॉडर्न सुविधाओं से लैस है कांग्रेस का नया दफ्तर

दिल्ली के कोटला रोड पर जो कि आईटीओ के पास है वहां कांग्रेस की नई बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई है. बिल्डिंग के लुक से ही लगता है कि कांग्रेस ने बड़ा दिल लगाकर कॉरपोरेट टावर जैसी बिल्डिंग बनाई है अपने लिए. बिल्डिंग के अंदर का वीडियो नहीं आया है लेकिन बाहर से ही लगता है अंदर का मामला हाईफाई टाइप होगा. 6 फ्लोर की बिल्डिंग माडर्न सुविधाओं से लैस है. बेसमेंट पार्किंग, सेमीनार हॉल, ऑडिटोरियम के साथ बहुत सारे केबिन बनाए गए हैं. अब अंदर से कुछ देखने को मिलेगा तब पता चलेगा कि 6-7 साल का समय लगाकर कांग्रेस ने बीजेपी को टक्कर देने के लिए क्या कुछ बनाया है.

कांग्रेस के नए हेडक्वार्टर का पोस्टल एड्रेस 9A कोटला रोड

कांग्रेस का नया हेडक्वार्टर का पोस्टल एड्रेस 9A कोटला रोड रहेगा. बिल्डिंग उसी इलाके में बनी है जहा बीजेपी का भी शानदार हेडक्वार्टर बना है. रोड के एक तरफ बीजेपी का हेडक्वार्टर 6A दीनदयाल उपाध्याय मार्ग है तो दूसरी ओर होगा कांग्रेस का 9A कोटला रोड हेडक्वार्टर. पॉलिटिकल लाइन एक-दूसरे से बहुत अलग और दूर भले हो लेकिन बीजेपी-कांग्रेस हेडक्वार्टर्स एकदम वॉकिंग डिस्टेंस पर होंगे. हालांकि दोनों का एंट्रेस अलग-अलग होगा. कांग्रेस का एंट्रेस कोटला रोड से होगा इसलिए एड्रेस भी 9 कोटला रोड है.

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2016 में नींव पड़ने के बाद 2024 में कांग्रेस की होने जा रही 6 फ्लोर की मल्टीस्टोरी बिल्डिंग को नाम दिया गया है इंदिरा भवन. कहा जाता है कि अहमद पटेल औऱ मोतीलाल वोरा की निगरानी में बिल्डिंग बनी. अब दोनों ही इस दुनिया में नहीं हैं. कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते मल्लिकार्जुन खड़गे इंदिरा भवन के सबसे बड़े ऑफिस बियरर होंगे और उनकी निगरानी में चलेगा कांग्रेस हेडक्वार्टर.

लकी साबित हो सकता है कांग्रेस का नया ऑफिस

कांग्रेस और बीजेपी को नया हेडक्वार्टर बनाने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने लुटियंस जोन में पार्टियों के दफ्तर होने की मनाही कर दी. 2015 में 24 अकबर रोड का आवंटन रद्द होने पर 2016 से बिल्डिंग बनने का काम शुरू हुआ था. बीजेपी भी विशाल ऑफिस बनाकर 11 अशोक रोड से 2018 में शिफ्ट होकर दीनदयाल मार्ग आई. बीजेपी के लिए नया हेडक्वार्टर बहुत लकी साबित हुआ. 2014 से भी बड़ी जीत 2019 में मिली तो नए ऑफिस में ही जीत का जश्न मना था. 2024 के चुनाव से पहले अब कांग्रेस को चांस मिला है.

अब कहानी जानिए देश को 4 प्रधानमंत्री देने वाले 24 अकबर रोड की

अब सुनिए कांग्रेस के उस हेडक्वार्टर की कहानी जहां से 45 साल से चल रही थी पार्टी. कांग्रेस को 24 अकबर रोड में ऑफिस स्पेस 1978 में मिला था. तब 1977 के चुनाव में इंदिरा गांधी वाली कांग्रेस ने बुरी तरह मात खाई थी. केंद्र में जनता पार्टी की सरकार आ गई थी. उसी दौर में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने परिवार के साथ 12 Willingdon Crescent वाले बंगले में शिफ्ट हुई थी. कांग्रेस को भी नया पता मिला था. दोनों की राजनीतिक वापसी 1980 में हुई थी.

24 अकबर रोड जाना कांग्रेस के लिए बहुत शुभ रहा. 2 साल बाद इंदिरा गांधी ने कांग्रेस की ऐसी जबर्दस्त वापसी कराई कि अलग-अलग दौर में 24 साल तक कांग्रेस सत्ता में रही और 24 अकबर रोड सत्ताधारी पार्टी का हेडक्वार्टर बना रहा. हालांकि 2014 के बाद से दौर बहुत खराब चल रहा है. कांग्रेस की वापसी का संघर्ष खत्म ही नहीं हो रहा. बदलाव की बड़ी उम्मीद बड़े से नए ऑफिस से जरूर होगी.

45 साल से 24 अकबर रोड से चल रही है कांग्रेस. नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री को छोड़कर देश के चार प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह 24 अकबर रोड से बने. इंदिरा गांधी से लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे तक 7 कांग्रेस अध्यक्ष का ऑफिस रहा 24 अकबर रोड.

कांग्रेस मुख्यालय के अलावा भी कई यादें समेटे है 24 अकबर रोड

लंबे वक्त से कांग्रेस कवर कर रहे रशीद किदवई ने 24 Akbar Road and Sonia: A Biography नाम से एक किताब लिखी जिसमें गांधी परिवार, कांग्रेस के अतीत की कई कहानियां हैं. उसी किताब में लिखी कहानी के मुताबिक कांग्रेस का हेडक्वार्टर बनने से पहले 24 अकबर रोड रेसिडेंशियल बंगला हुआ करता था. आंध्र प्रदेश के राज्यसभा सांसद जी वेंकटस्वामी को अलॉट हुआ था बंगला. हालांकि 24 अकबर रोड हमेशा से पॉलिटिकल सेंटर नहीं रहा. एक वक्त में बर्मा हाउस हुआ करता था. म्यांमार की नेता आन सांग सू की ने काफी वक्त इसी बंगले में बिताया जो बर्मा अंबेसडर होने के नाते उनकी मां को अलॉट हुआ था.

सोनिया के घर 10 जनपथ से जुड़ती है बाउंड्री

1990 में राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री नहीं रहे तब उन्हें 24 अकबर रोड से बिलकुल सटा हुआ बंगला 10 जनपथ मिला था. तब 10 जनपथ में यूथ कांग्रेस का दफ्तर हुआ करता था. राजीव गांधी के निधन के बाद सोनिया गांधी राहुल औऱ प्रियंका के साथ बंगले में रहने लगीं. आज भी सोनिया गांधी का पता 10 जनपथ है जहां राहुल गांधी भी रहते हैं. 10 जनपथ और 24 अकबर रोड की कॉमन बाउंड्री में एक गेट निकलता है जिससे सोनिया, राहुल का कांग्रेस ऑफिस आना-जाना होता है.

लुटियंस दिल्ली में टाइप सेवन यानी सबसे बड़े बंगलों में से एक है 24 अकबर रोड. रेसीडेंस के हिसाब से बंगले में 5 बेडरूम, लिविंग रूम, डाइनिंग रूम, गेस्ट रूम के साथ विशाल ग्रीन पार्क है. कांग्रेस ने दफ्तर चलाने के लिहाज से इसमें कुछ-कुछ बदलाव किए.

सोनिया गांधी और राहुल गांधी के अध्यक्ष रहते हुए 24 अकबर रोड की रौनक कम होने लगी थी. पॉलिटिक्स का सेंटर सोनिया गांधी का घर 10 जनपथ होता था. पिछले एक- डेढ़ साल में स्थिति बदली. मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद तो कांग्रेस का पूरा पॉलिटिकल सेंटर फिर 24 अकबर रोड बन गया. अब दिन भर रोज कुछ न कुछ कांग्रेस मुख्यालय में होता रहता है. अक्सर सोनिया, राहुल आते-जाते दिखते हैं.

24 अकबर रोड के अलावा भी कांग्रेस के बहुत सारे दफ्तर चलते हैं. करीब 10 साल से वॉर रूम 15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड वाले बंगले में चल रहा था. लेकिन, राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा को अलॉट होने से वॉर रूम को 17 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड में शिफ्ट करना पड़ा जो गुजरात से कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल के नाम पर अलॉटेड है.

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