राम मंदिर पर पार्टी की राय से उलट क्यों जा रहे गुजरात के दिग्गज कांग्रेसी अर्जुन मोढवाडिया?

रूपक प्रियदर्शी

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Arjun Modhwadia
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Arjun Modhwadia: अर्जुन मोढवाडिया गुजरात में कांग्रेस के सबसे बड़े नेता हैं. नरेंद्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे, तब अर्जुन मोढवाडिया उन नेताओं में थे जो मोदी के खिलाफ सबसे मजबूती से आवाज उठाते थे. हालांकि ये अलग बात है कि, पिछले 25 साल से उनकी आवाज गुजरात की जनता ने अनसुनी की. नरेंद्र मोदी की को सिरमौर बनाए रखा. अब आगामी चुनाव से पहले हवा बदली है. अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने का निमंत्रण कांग्रेस पार्टी ने ठुकरा दिया. हालांकि कांग्रेस के नेताओं को अयोध्या जाने की मनाही नहीं है, लेकिन सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और अधीर रंजन चौधरी अयोध्या नहीं जाएंगे.

जैसे ही कांग्रेस ने बयान जारी करके निमंत्रण ठुकराया, अर्जुन मोढवाडिया ने अपने पार्टी के हाईकमान को सुना दिया. उन्होंने कहा, ‘भगवान श्री राम आराध्य देव हैं. यह देशवासियों की आस्था और विश्वास का विषय है. कांग्रेस को ऐसे राजनीतिक निर्णय लेने से दूर रहना चाहिए था.

बीजेपी और अपने नेताओं के की निशाने पर है कांग्रेस

निमंत्रण ठुकराने के बाद कांग्रेस बीजेपी नेताओं के निशाने पर तो है ही, लेकिन अर्जुन मोढवाडिया का बयान भी पार्टी को चुभने वाला है, और बीजेपी और पीएम मोदी को खुश करने वाला है. कांग्रेस हाईकमान को अर्जुन मोढवाडिया से ऐसे विरोध की उम्मीद नहीं रही होगी क्योंकि पार्टीलाइन से इतर बोलने का उनका अबतक का कोई रिकॉर्ड नहीं रहा है. मोढवाडिया की पूरी राजनीति मोदी विरोध की ही रही है, लेकिन अब वो मोदी के समर्थन वाली लाइन पर चल रहे हैं. अटकलें शुरू हैं कि राम मंदिर के बहाने लाइन बदलने वाले कहीं मोढवाडिया चुनाव से पहले पार्टी तो नहीं बदल लेंगे?

हाल के दिनों में अर्जुन मोढवाडिया माहौल तो कुछ ऐसा ही बना रहे हैं. वाइब्रेंट गुजरात-ये वो इवेंट है जो सीएम रहे मोदी ने शुरू किया था. उनके पीएम बनने के बाद भी हर साल ये इवेंट होती है. दो दिन पहले भी हुआ है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक वाइब्रेंट गुजरात से पहले अक्टूबर में मोढवाडिया के चुनाव क्षेत्र पोरबंदर में प्री-वाइब्रेंट गुजरात इवेंट हुआ. कांग्रेस के विधायक होते हुए अर्जुन मोढवाडिया बीजेपी के कार्यक्रम व्राइब्रेंट गुजरात- वाइब्रेंट पोरबंदर इवेंट में गुजरात सरकार के मंत्रियों और नेताओं के साथ शामिल हुए थे. दो महीने बाद कांग्रेस हाईकमान ने अयोध्या का निमंत्रण ठुकराया तो अर्जुन मोढवाडिया को और एक मौका मिला बीजेपी के करीब जाने का.

अब जानिए कौन हैं अर्जुन मोढवाडिया?

अर्जुन मोढवाडिया प्रदेश में कांग्रेस के सबसे बड़े और पुराने नेता हैं. मोढवाडिया के पास मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री है. उन्होंने 10 साल तक गुजरात मैरीटाइम बोर्ड में इंजीनियर की नौकरी भी की हैं. फिर राजनीति में आने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी. मोढवाडिया ने 1997 में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की. 2002 में पहला चुनाव जीते. फिर लगातार जीतते रहे. मोदी के गुजरात सीएम रहते विपक्ष के नेता रहें. गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष रहे. उनके नेतृत्व में कांग्रेस गुजरात में मोदी से हर चुनाव हारी. फिर भी उनका कद नहीं घटाया गया. 2017 का चुनाव जरूर हारे लेकिन 2022 के चुनाव में फिर से पोरबंदर से कांग्रेस विधायक बने. अर्जुन मोढवाडिया अब जिस तेवर में हैं वो कांग्रेस के लिए हैरानी भरा है.

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क्या है गुजरात में कांग्रेस का हाल?

गुजरात में कांग्रेस 1990 से चुनाव हार रही है. इतने सालों में हार कर भी सबसे अच्छा प्रदर्शन 2017 में किया था, जब कांग्रेस 77 सीटें जीत गई थी. पिछले 10 साल से गुजरात से कांग्रेस का एक भी लोकसभा सांसद नहीं है. 2022 के विधानसभा में कांग्रेस सिर्फ 22 सीटें जीत पाई. लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी कांग्रेस में जान फूंकने के लिए भारत जोड़ो यात्रा लेकर गुजरात पहुंचेंगे. 5 दिन में 445 किलोमीटर की यात्रा सात जिलों से गुजरेगी. इतने सालों में ये कांग्रेस की सबसे बड़ी कोशिश है पार्टी में जान फूंकने की, लेकिन समस्या ये है कि लीडरशिप लेवल के नेता ही हाईकमान पर सवाल उठाएंगे तो कहां से चलेगा भारत जोड़ो का मैजिक.

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