गुजरात मंत्रिमंडल का बड़ा फेरबदल, हर्ष संघवी बने डिप्टी सीएम, 2027 चुनाव की तैयारी

Gujarat Cabinet Reshuffle: गुजरात की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल करते हुए 26 नए विधायकों को मंत्री बनाया गया है. इस फेरबदल को राज्य में 2027 के महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है.

NewsTak
social share
google news

Gujarat Cabinet Reshuffle: गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली कैबिनेट का आज बड़ा विस्तार हुआ. कुल 26 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है. इनमें 19 नए चेहरों को जगह दी गई है. वही, हर्ष संघवी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है. इस फेरबदल को 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी की भविष्य की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.

मंत्रिमंडल में जातीय और सामाजिक संतुलन का ध्यान रखा गया है, जिसमें 8 OBC, 3 SC, 4 ST, और 3 महिला विधायक शामिल हैं. खास बात यह है कि पटेल समाज से मुख्यमंत्री समेत 8 मंत्री बनाए गए हैं.

जातीय और क्षेत्रीय संतुलन 

नए मंत्रिमंडल के गठन में बीजेपी ने जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने पर खास ध्यान दिया है. अलग-अलग इलाकों से कैबिनेट और राज्य मंत्रियों का चयन किया गया है. आइए देखते हैं....

यह भी पढ़ें...

पाटीदार: 6 मंत्री (कौशिक वेकरिया, प्रफुल पानसेरीया, कांति अमृतिया, ऋषिकेश पटेल, जीतूभाई वाघाणी, कमलेश पटेल)

ओबीसी: 8 मंत्री (कुंवरजी बावलिया, अर्जुन मोढवाडिया, परसोत्तम सोलंकी, त्रिकम छांगा, प्रवीण माली, स्वरूपजी ठाकोर, ईश्वरसिंह पटेल, रमन सोलंकी)

आदिवासी: 4 मंत्री (रमेश कटारा, पी.सी. बरंडा, जयराम गामित, नरेश पटेल)

अनुसूचित जाति (SC): 3 मंत्री (मनीषा वकील, प्रद्युम्न वाजा, दर्शन वाघेला)

क्षत्रिय: 2 मंत्री (रिवाबा जाडेजा, संजयसिंह महिडा)

ब्राह्मण: कनुभाई देसाई

जैन (लघुमति): हर्ष संघवी

'रिफ्रेश सिस्टम' 

वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र पटेल ने इस फेरबदल को "रिफ्रेश सिस्टम" बताया है, जो आगामी चुनावों के लिए जरूरी था. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सबसे लोकप्रिय और निष्पक्ष नेता बने हुए हैं. उनके खिलाफ कोई शिकायत नहीं है.

हालांकि, चुनावों को देखते हुए कुछ इलाकों और समुदायों में असंतोष की धारणा बन रही थी, जिसे दूर करने के लिए जातीय और सामाजिक समीकरणों को संतुलित करना आवश्यक था.

पटेल के अनुसार, यह बदलाव भूपेंद्र पटेल की साख को बनाए रखेगा और सरकार के कामकाज में नयापन लाएगा.

'जनता को गुमराह करने की चाल': विपक्ष

दूसरी ओर, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने इस मंत्रिमंडल पुनर्गठन पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इसे "जनता को धोखा देने वाला" बताया और आरोप लगाया कि यह भाजपा का एक तैयार किया हुआ "फॉर्मूला" है. 

मौजूदा विधानसभा की स्थिति

गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं. वर्तमान में बीजेपी के पास 156, कांग्रेस के पास 17 और आम आदमी पार्टी के पास 5 सीटें हैं. 

    follow on google news