150 करोड़ रुपए की संपत्ति के लिए किन्ररों के साथ हैवानियत? एचआईवी इंजेक्शन लगाने की दी जाती थी धमकी
इंदौर में किन्नर समाज के दो गुटों के बीच अवैध वसूली, संपत्ति विवाद और हिंसक टकराव ने गंभीर रूप ले लिया है, जिससे प्रशासन भी सक्रिय होकर मामले की जांच कर रहा है. इस विवाद में धार्मिक तनाव, धमकियां और अपराध के गंभीर आरोप शामिल हैं.

मध्यप्रदेश का इंदौर इन दिनों किन्नर समाज के दो गुटों के बीच चल रहे विवाद को लेकर सुर्खियों में है. सपना गुरु गुट और सीमा पायल गुरु गुट के बीच यह टकराव अब खतरनाक रूप ले चुका है.
मामला इतना ज्यादा बढ़ गया कि अब इसमें भारतीय जनता पार्टी नेताओं को भी दखल देना पड़ा और उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मिलकर मामले की गंभीर जांच की मांग की.
अवैध वसूली और गुटबाजी से बिगड़ा माहौल
शहर में किन्नरों द्वारा की जा रही अवैध वसूली की कई शिकायतें सामने आ रही हैं. आरोप है कि कुछ किन्नर ट्रेन में या घरों में जाकर ज़बरदस्ती नेग (दान) मांगते हैं और ना देने पर धमकी भी देते हैं. इस बीच दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई तेज हो गई है.
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धर्मांतरण और एचआईवी इंजेक्शन के गंभीर आरोप
भारतीय जनता पार्टी से जुड़े वकील सचिन सोनकर ने आरोप लगाया कि मुस्लिम किन्नर, हिंदू किन्नरों पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे हैं और ऐसा न करने पर उन्हें एचआईवी से संक्रमित इंजेक्शन देने की धमकी दी जा रही है. सोनकर ने यह मुद्दा कमिश्नर के सामने उठाया और सबूत भी सौंपे.
एक किन्नर का दर्द
किन्नर सोनम भास्कर ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि यह विवाद दरअसल ट्रेन में नेग वसूली को लेकर शुरू हुआ. सोनम ने बताया कि जब वह किसी गुट का हिस्सा बनने से इनकार कर रही थीं, तब उनसे हर महीने 1000 रुपये देने का दबाव बनाया गया. मना करने पर उन्हें किडनैप कर मारपीट और एचआईवी इंजेक्शन देने की धमकी दी गई.
रेप, ब्लैकमेलिंग और आत्महत्या की कोशिश
हाल ही में सीमा पायल गुट की एक किन्नर ने दो कथित पत्रकारों पर रेप और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई. इस बीच, कुछ किन्नरों ने खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन समय पर पुलिस के पहुंचने से मामला संभल गया.
150 करोड़ की संपत्ति विवाद की जड़?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस विवाद की जड़ 150 करोड़ की संपत्ति है. कभी महाराजा यशवंतराव होलकर ने इन किन्नरों को इंदौर के नंदलालपुरा क्षेत्र में दो बड़े मकान और एक मस्जिद के लिए जमीन दी थी. आज इन जगहों की कीमत करोड़ों में है. इसके अलावा, दोनों डेरों (किन्नरों के ठिकानों) में रहने वाले करीब 100 किन्नरों के पास लगभग 50 करोड़ की अतिरिक्त संपत्ति भी बताई जा रही है.
विलासिता से भरा जीवन, फिर भी झगड़े क्यों?
इन डेरों में रहने वाले किन्नरों के पास महंगी गाड़ियां, ब्रांडेड कपड़े, ज्वेलरी और यहां तक कि प्राइवेट सुरक्षा एजेंसियां भी हैं. बावजूद इसके, अंदरूनी कलह थमने का नाम नहीं ले रही.
पुरानी रंजिश और हत्या तक की कहानी
इस विवाद की शुरुआत कोई नई नहीं है. सालों पहले मतीन गुरु नाम के किन्नर के गुरु बनने के बाद गुटबाजी शुरू हुई थी. मतीन गुरु की हत्या के मामले में कई किन्नरों को कोर्ट से सज़ा भी मिल चुकी है. इसके बाद कई किन्नर अलग-अलग जगहों पर जाकर नए डेरे बना चुके हैं.
धर्म का विवाद, “किन्नर का कोई धर्म नहीं होता”
अब यह विवाद हिंदू-मुस्लिम की शक्ल लेता जा रहा ह, लेकिन कई किन्नरों का मानना है कि किन्नरों का कोई धर्म नहीं होता. वे भुजरिया भी मनाते हैं और ताजिए भी निकालते हैं.
प्रशासन की नींद अब टूटी
मनीष सिंह जब इंदौर के कलेक्टर थे तब उन्होंने किन्नरों को चेतावनी दी थी कि नेग के नाम पर जबरदस्ती लोगों से पैसे न वसूलें, लेकिन उनके ट्रांसफर के बाद से मामला फिर से बिगड़ने लगा है. अब प्रशासन इस पर गंभीर नजर आ रहा है और जांच की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
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