'शकुन रानी ने 2 बार वोट डाला', कहकर मुश्किल में पड़े राहुल गांधी, चुनाव आयोग ने सबूत दिखाने को कहा
Rahul Gandhi: चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाने वाले राहुल गांधी एक मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं. कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राहुल गांधी को एक नोटिस जारी किया.
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Rahul Gandhi: चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाने वाले राहुल गांधी एक मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं. कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राहुल गांधी को एक नोटिस जारी किया. जिसमें चुनाव आयोग ने राहुल गांधी द्वारा 7 अगस्त 2025 को की प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाए गए आरोपों पर सबूत मांगे हैं.
राहुल गांधी ने अपनी 7 अगस्त को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि महादेवपुरा में 1 लाख से ज़्यादा वोट चुराए गए हैं. उन्होंने 11,965 डुप्लिकेट वोटर, 40,009 फर्जी और अवैध पतों, 10,452 एक ही पते पर कई मतदाताओं, 4,132 अवैध तस्वीरों और फॉर्म 6 के दुरुपयोग का आरोप लगाया था. राहुल ने कहा था ईसी ने धोखाधड़ी करके इस तरह लगभग 35 सीटें बीजेपी को जितवाई है.
शकुन रानी 'डबल वोटर' के दावे पर उठे सवाल
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक वोटर आईडी कार्ड दिखाते हुए दावा किया था कि एक महिला, शकुन रानी ने दो बार मतदान किया है. साथ ही कहा था कि इस दस्तावेज पर लगे दो टिक मार्क मतदान अधिकारी द्वारा लगाए गए हैं और यह चुनाव आयोग का ही डेटा है.
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हालांकि, चुनाव आयोग की जांच के बाद इस दावे पर सवाल खड़े हो गए हैं. आयोग ने शकुन रानी से पूछताछ की, जिन्होंने अपने बयान में कहा कि उन्होंने केवल एक बार मतदान किया है. इसके अलावा, सीईओ ने अपने पत्र में कहा है कि राहुल गांधी द्वारा दिखाया गया दस्तावेज मतदान अधिकारी द्वारा जारी किया गया नहीं है.
सीईओ ने राहुल गांधी से उन दस्तावेजों को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है, जिनके आधार पर उन्होंने शुकन रानी पर दो बार वोट डालने के बारे के आरोप लगाए हैं.
चुनाव आयोग ने आरोपों का किया खंडन
राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाए थे कि वह मतदाता सूची में अयोग्य लोगों को शामिल कर रहा है और योग्य मतदाताओं को हटा रहा है. इसके जवाब में कर्नाटक सीईओ ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूचियां जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 और संबंधित नियमों के अनुसार पारदर्शी तरीके से तैयार की जाती हैं.
सीईओ ने यह भी बताया कि नई मतदाता सूचियां कांग्रेस के प्रतिनिधियों के साथ साझा की गई थीं और उस समय कांग्रेस की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई थी. आयोग ने राहुल गांधी से कहा कि अगर उनके पास ऐसे मतदाताओं की सूची है तो वे इसे नियमानुसार एक घोषणापत्र के साथ जमा करें, ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके. साथ ही यह भी कहा कि चुनाव परिणामों को केवल उच्च न्यायालय में चुनाव याचिका के माध्यम से चुनौती दी जा सकती है.